अपडेटेड May 9th 2025, 22:59 IST
भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच विदेश मंत्रालय ने स्कूलों और पूजा स्थलों सहित नागरिक बुनियादी ढांचे को जानबूझकर निशाना बनाने के लिए पाकिस्तान की कड़ी निंदा की। विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने LoC पर गुरुद्वारों, चर्चों और मंदिरों पर जानबूझकर गोलाबारी करने के लिए पाकिस्तान की आलोचना की और इन हमलों को आतंक परस्त देश के लिए नीचता का एक नया स्तर बताया।
बता दें, विदेश मंत्रालय की प्रेस ब्रीफिंग में विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा, "7 मई की सुबह एलओसी पर भारी गोलाबारी के दौरान, पाकिस्तान की ओर से दागा गया एक गोला पुंछ में क्राइस्ट स्कूल के ठीक पीछे गिरा। गोला स्कूल के दो छात्रों के घर पर गिरा, जिनकी दुर्भाग्य से मौत हो गई और उनके माता-पिता घायल हो गए।"
उन्होंने कहा, "पाकिस्तान की ओर से की गई गोलाबारी के दौरान स्कूल के कई कर्मचारी और स्थानीय लोग स्कूल के भूमिगत हॉल में शरण लिए हुए थे। सौभाग्य से स्कूल बंद था, अन्यथा और अधिक नुकसान हो सकता था। पाकिस्तान गुरुद्वारों, चर्चों और मंदिरों सहित एक विशेष डिजाइन वाले पूजा स्थलों को निशाना बनाकर उन पर गोलाबारी कर रहा है। यह पाकिस्तान के लिए भी एक नया निम्न स्तर है।"
विदेश सचिव मिस्री ने नागरिक और सैन्य बुनियादी ढांचे दोनों को लक्षित करके अमृतसर सहित भारतीय शहरों को निशाना बनाने के लिए पाकिस्तान की आलोचना की। बता दें, पाकिस्तान ने बेशर्मी दिखाते हुए ये दावा किया कि भारत अपने ही इलाके में हमला कर रहा है। हालांकि, विदेश सचिव ने इसे बेतुका और अपमानजनक बताया।
उन्होंने ननकाना साहिब गुरुद्वारे पर ड्रोन हमले के बारे में गलत सूचना फैलाने के पाकिस्तान के प्रयास की भी निंदा की और इसे सरासर झूठ बताया। उन्होंने कहा, "अपनी हरकतों को स्वीकार करने के बजाय, पाकिस्तान ने बेतुका और अपमानजनक दावा किया कि यह भारतीय सशस्त्र बल हैं जो अमृतसर जैसे अपने ही शहरों को निशाना बना रहे हैं और पाकिस्तान को दोषी ठहराने की कोशिश कर रहे हैं। वे इस तरह की हरकतों से अच्छी तरह वाकिफ हैं, जैसा कि उनका इतिहास बताता है। पाकिस्तान ने यह गलत सूचना फैलाई कि भारत ने ड्रोन हमले के जरिए ननकाना साहिब गुरुद्वारे को निशाना बनाया, जो एक और सरासर झूठ है। पाकिस्तान सांप्रदायिक कलह पैदा करने के इरादे से स्थिति को सांप्रदायिक रंग देने की बेतहाशा कोशिश कर रहा है।"
पब्लिश्ड May 9th 2025, 22:42 IST