अपडेटेड 23 April 2025 at 20:24 IST

Pahalgam Terror Attack के बाद सुरक्षाबलों का पहला एक्शन, घाटी में 1500 से ज्यादा लोगों को हिरासत में लिया

Pahalgam आतंकी हमले के बाद जम्मू-कश्मीर पुलिस और अन्य सुरक्षा एजेंसियों ने कार्रवाई शुरू कर दी है। सुरक्षाबलों ने 1500 से ज्यादा लोगों को हिरासत में लिया है।

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Security personnel stand guard at a check post in J&K's Pahalgam
पहलगाम आतंकी हमले के बाद सुरक्षाबलों का पहला एक्शन | Image: ANI

Pahalgam Terrorist Attack : मंगलवार को जम्मू-कश्मीर में पहलगाम  की बैसरन घाटी में अत्याधुनिक हथियारों से लैस कई आतंकियों ने बड़ी वारदात को अंजाम दिया। आतंकियों ने पर्यटकों पर अंधाधुंध फायरिंग शुरू करदी। इस हमले में 28 लोगों की जान चली गई। घटनास्थल पर पीड़ित लोगों ने बताया कि आतंकियों ने धर्म पूछ-पूछकर लोगों को निशाना बनाया। आतंकियों ने पुरुषों की पैंट उतरवाई और प्राइवेट पार्ट चेक कर हिंदू-मुस्लिम होने की पहचान की।

आतंकी हमले के बाद अब बारी सुरक्षाबलों के एक्शन की है। जम्मू-कश्मीर पुलिस और अन्य सुरक्षा एजेंसियों ने कार्रवाई शुरू कर दी है। घाटी के अलग-अलग इलाकों से सुरक्षाबलों ने 1500 से ज्यादा लोगों को हिरासत में लिया है। इन लोगों में ओवर ग्राउंड वर्कर (OGW) और आतंकी गतिविधियों में शामिल रहे लोग हैं। दक्षिण कश्मीर में 250 से अधिक OGW को हिरासत में लिया है। इन लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है।

OGW की भूमिका

सुरक्षाबलों को उम्मीद है कि हिरासत में लिए गए लोगों से पूछताछ के बाद आतंकियों के नेटवर्क की पहचान हो सकती है। कयास लगाए जा रहें कि OGW ने पहलगाम हमले को अंजाम देने वाले आंतकियों को रसद और खुफिया सहायता में मदद की थी। पहलगाम हमले के बाद पूरे कश्मीर में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाई गई है। चेक पोस्ट पर सुरक्षाकर्मी वाहनों की जांच कर रहे हैं। बॉर्डर स्टेट पंजाब ने भी अपनी सुरक्षा बढ़ा दी है।  

क्या है OGW?

ओवर ग्राउंड वर्कर्स वे लोग हैं जो हिजबुल मुजाहिदीन, जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-ताइबा जैसे आतंकवादी संगठनों को रसद (logistics), नकदी, शरण, जानकारी और दूसरी बुनियादी मदद करते हैं। ये लोग आमतौर पर हथियार नहीं उठाते, लेकिन आतंकी गतिविधियों में प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से समर्थन करते हैं। जम्मू और कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटने के बाद इनकी भूमिका और गतिविधियों पर सुरक्षा बलों का ध्यान बढ़ा है।

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370 हटने के बाद OGW की स्थिति

OGW सुरक्षा बलों की गतिविधियों पर नजर रखते हैं। युवाओं को उग्रवाद की तरफ प्रेरित करना, चरमपंथी विचारधारा फैलाना, भीड़ को उकसाना, भीड़ से सुरक्षा बलों पर हमले करवाना, आतंकी संगठनों के लिए धन इकट्ठा करना ये सब इनका काम है। ये लोग आतंकवाद से प्रभावित भी होते हैं, लेकिन आमतौर पर पैसे के लिए काम करते हैं। घाटी से 370 हटने के बाद आतंकवाद और अलगाववाद को कम करने के लिए सुरक्षा बलों ने OGW के नेटवर्क पर कड़ी कार्रवाई की है।'ऑपरेशन ऑल आउट' जैसे अभियानों में OGW को टारगेट कर बड़े स्तर पर गिरफ्तार किया गया है।

लद्दाख को छोड़कर, जम्मू-कश्मीर के लगभग सभी जिलों में OGW सक्रिय हैं। लेकिन मुश्किल ये है कि आम नागरिकों के बीच इनकी पहचान करना बहुत मुश्किल है। OGW, आम नागरिकों के बीच एक धुंधली रेखा है, जिस कारण आतंकवाद को पूरी तरह खत्म करना चुनौती बना हुआ है।

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Published By : Sagar Singh

पब्लिश्ड 23 April 2025 at 20:24 IST