अपडेटेड 17 April 2025 at 10:32 IST

'थलापति विजय मुस्लिम विरोधी, इफ्तार पार्टी में शराबियों-जुआरियों को...', साउथ सुपरस्टार के खिलाफ जारी हुआ फतवा

फिल्मों में मुसलमानों को गलत तरीके से दिखाने और इफ्तार पार्टी में 'जुआरियों-खराबियों' को बुलाने को लेकर मौलाना ने थलापति विजय की तीखी आलोचना की।

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Thalapathy Vijay
Thalapathy Vijay | Image: Tamizhaga Vetri Kazhagam/X

Thalapathy vijay news: अभिनेता से राजनेता बने साउथ सुपरस्टार थलापति विजय नए विवाद में फंसते दिख रहे हैं। तमिलनाडु विजय कार्तिक (TVK) पार्टी के अध्यक्ष के खिलाफ फतवा जारी किया गया है। मुसलमानों से अपील की गई कि वह ऐसे व्यक्ति पर भरोसा न करें और न ही उनके साथ खड़े हों।

ऑल इंडिया मुस्लिम जमात ने अपनी फिल्मों में मुसलमानों को गलत तरीके से दिखाने और इफ्तार पार्टी में 'जुआरियों-खराबियों' को बुलाने को लेकर थलापति विजय की तीखी आलोचना की। उन्हें मुस्लिम विरोधी भी बताया गया।

थलापति विजय के खिलाफ जारी फतवे पर मौलाना का बयान

AIMJ के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने थलापति विजय के खिलाफ जारी फतवे को लेकर कहा, "कुछ लोग ऐसे हैं जो चेहरा बदलकर मैदान में आते हैं। उसी शक्ल में एक हैं विजय थलापति। वो TVK पार्टी के अध्यक्ष हैं। पहले फिल्मी दुनिया में जाने जाते थे और अब उसके बाद सियासी पार्टी बनाकर राजनीति में आए हैं और मुसलमानों के साथ सौहार्दपूर्ण संबंध बनाए रखे हैं। जबकि उनकी जो फिल्मे हैं उन्होंने मुसलमानों को दहशतगर्द और शैतान के रूप में पेश किया।

'उनके साथ खड़े न हों, दूरी बनाएं'

उन्होंने कहा कि रमजान में उन्होंने रोजा इफ्तार का आयोजन किया, जिसमें उन्होंने शराबी-जुआरी जैसे असामाजिक तत्वों को बुलाया। तमिलनाडु के सुन्नी मुसलमान उनसे नाराज हैं और उन्होंने हमसे फतवा मांगा। उनके सवाल के जवाब में फतवा जारी किया। विजय थलापति के साथ मुसलमान खड़े न हों, उनने साथ हमदर्दी न दिखाएं। उनसे दूरी बनाए। उनको न बुलाएं। रोजा को जो प्रोगाम किया जिन लोगों को बुलाया गया ये सख्त ही गुनाह का काम किया।

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वक्फ कानून के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट पहुंचे थलापति विजय

गौरतलब है कि थलापति विजय भी वक्फ कानून के विरोध में उतर आए हैं। उन्होंने इस कानून को चुनौती देते हुए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की। विजय पहले से ही वक्फ (संशोधन) एक्ट 2025 के खिलाफ थे। रिपोर्ट्स के मुताबिक उन्होंने इस बिल को ‘मुस्लिम विरोधी’ बताया था। उनकी पार्टी TVK की ओर से इसे वापस लेने की मांग की गई थीं।

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Published By : Ruchi Mehra

पब्लिश्ड 17 April 2025 at 10:32 IST