अपडेटेड 21 February 2024 at 16:14 IST
Farmers Protest: शंभू बॉर्डर पर बिगड़े हालात, पुलिस ने ड्रोन से छोड़े आंसू गैस के गोले, हटे किसान
शंभू बॉर्डर पर एक बार फिर हालात तनावपूर्ण हो गए। पुलिस और प्रदर्शनकारी किसान आमने-सामने हैं। पुलिस ने प्रदर्शनकारी किसानों पर ड्रोन से आंसू गैस छोड़े।
- भारत
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Farmers Protest: शंभू बॉर्डर पर एक बार फिर हालात तनावपूर्ण हो गए। पुलिस और प्रदर्शनकारी किसान आमने-सामने हैं। किसान लगातार दिल्ली कूच की कोशिश कर रहे थे तो पुलिस उनके रोकने के लिए हर मुमकिन कोशिश कर रही है। इस कड़ी में पुलिस ने किसानों को रोकने के लिए आंसू गैस का इस्तेमाल किया। पुलिस ने प्रदर्शनकारी किसानों पर ड्रोन से आंसू गैस छोड़े।
पंजाब-हरियाणा की सीमा से लगे शंभू बॉर्डर पर लगभग 14,000 प्रदर्शन किसान जमा हैं और दिल्ली के लिए आगे बढ़ने के कोशिश कर कर रहे हैं। पुलिस द्वारा किसानों को रोकने के लिए दो बार आंसू गैस का इस्तेमाल किया। पुलिस ने प्रदर्शनकारी किसानों पर ड्रोन से आंसू गैस छोड़े जिसके बाद किसानों को पीछे हटना पड़ा।
शंभू बॉर्डर पर किसान पुलिस आमने-सामने
पंजाब-हरियाणा सीमा पर 1,200 ट्रैक्टर-ट्रॉली, 300 कार और 10 मिनी बस के अलावा कई अन्य छोटे वाहनों के साथ लगभग 14,000 प्रदर्शनकारी जमा हुए हैं। किसानों के प्रदर्शन की वजह से कई जगह जाम के हालात बन गए हैं। फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर कानूनी गारंटी को लेकर केंद्र के साथ चार दौर की वार्ता विफल होने के बाद, प्रदर्शनकारी किसान पंजाब-हरियाणा सीमा पर दो स्थानों से बुधवार को फिर से अपना मार्च शुरू किया।
फिर होगी किसान और सरकार की वार्ता
किसानों के प्रदर्शन पर केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा, "मैं किसान संगठनों से अपील करूंगा कि इसे हमें संवाद से समाधान की तरफ ले जाना है इसमें शांति और वार्ता लगातार जारी रखते हुए हमें आगे बढ़ना चाहिए। देश के लोग और हम सभी शांति चाहते हैं। हम सब मिलकर समाधान निकाले और ऐसे विषयों पर हम गंभीरता से विचार करे...हमारी कुछ प्रस्ताव पर बातचीत हुई लेकिन उस प्रस्ताव से वे लोग सहमत नहीं हुए। हमारी ये बातचीत और वार्ता जारी रहनी चाहिए..हम अच्छा करना चाहते हैं इसलिए इसका एक मात्र सुझाव संवाद का है मैं सभी से अपील करूंगा कि वो संयम बनाए रखें, वार्ता जारी रखें और समाधान निकाले।"
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भारी मशीनों के साथ किसान बॉर्डर पर मौजूद
अंबाला के शंभू बॉर्डर पर इस वक्त प्रदर्शनकारियों का झुंड बहुत महंगी पोकलेन, जेसीबी जैसी मशीनों के साथ मौजूद हैं। पोकलेन मशीन जिसकी कीमत ही करीब 45-50 लाख के आसपास बताई जाती है, शंभू बॉर्डर पर प्रदर्शनकारी लेकर आए हैं। पोकलेन मशीन को प्रदर्शनकारियों ने मॉडिफाई भी किया है, जिसमें अक्सर शीशे से घिरा हुआ दिखने वाला ड्राइवर का केबिन अब लोहे की चादरों से बना दिया है। ये वैसा ही है, जैसे एक बुलेट प्रूफ केबिन होता है।
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Published By : Rupam Kumari
पब्लिश्ड 21 February 2024 at 14:47 IST