अपडेटेड 6 December 2025 at 18:02 IST
500KM के लिए 7500 रुपये... IndiGo Crisis के बीच सरकार ने तय की किराया सीमा, मनमानी वसूली पर लगेगी रोक
Fare cap on domestic flights : नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने Domestic Flights के किरायों पर सीमा लगा दी है। ये सीमा बेस फेयर पर लागू होगी।
- भारत
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IndiGo Crisis Flight Fare Cap : IndiGo की बड़ी संख्या में उड़ानें रद्द होने के बाद लाखों यात्री परेशान हैं। दूसरी एयरलाइन्स ने अपनी कीमतों में अचानक बढ़ोतरी की है। इस बीच भारत सरकार के नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। मंत्रालय ने एक आदेश जारी कर घरेलू इकॉनमी क्लास फ्लाइट्स के किरायों पर यात्रियों से अधिकतम किराया वसूलने पर सख्त पाबंदी लगा दी है। यह फैसला उड़ान संचालन में रुकावटों के कारण क्षमता की कमी और किरायों में हुई वृद्धि को रोकने के लिया गया है।
5 दिनों से IndiGo एयरलाइन की 2000 से अधिक फ्लाइट रद्द हो गईं। इससे कई सेक्टरों में क्षमता की कमी हुई और यात्रियों को अत्यधिक महंगे किराये चुकाने पड़े। केंद्र सरकार को इसकी सूचना मिलने के बाद, सार्वजनिक हित में यह आदेश जारी किया गया है।
दूरी के आधार पर किराया
मंत्रालय ने उड़ान दूरी के आधार पर अधिकतम किराया निर्धारित किया है। ये सीमाएं बेस फेयर पर लागू होंगी, जिसमें एयरपोर्ट डेवलपमेंट फीस (UDF), पैसेंजर सर्विस फीस (PSF) और टैक्स शामिल नहीं हैं। यह नियम 6 दिसंबर, 2025 से तुरंत लागू हो गया है। हालांकि ये सीमाएं बिजनेस क्लास और आरसीएस-उड़ान की उड़ानों पर लागू नहीं होंगी।
दूरी (किलोमीटर) अधिकतम किराया
0–500 KM ₹7,500
500–1000 KM ₹12,000
1000–1500 KM ₹15,000
1500 KM से ज्यादा ₹18,000
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आदेश में दिशानिर्देश दिए गए हैं कि ये किराया सीमाएं तब तक लागू रहेंगी, जब तक किराये स्थिर न हो जाएं या आगे समीक्षा न हो। ये सीमाएं सभी प्रकार की बुकिंग पर लागू होंगी, चाहे वे एयरलाइन की आधिकारिक वेबसाइट से हों या यात्रा एजेंटों के प्लेटफॉर्म से। एयरलाइंस को सभी श्रेणियां में टिकट उपलब्ध रखने होंगे।
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Published By : Sagar Singh
पब्लिश्ड 6 December 2025 at 18:02 IST