अपडेटेड 1 January 2025 at 14:54 IST

प्रसिद्ध वनस्पति विज्ञानी के. एस. मणिलाल का 86 वर्ष की उम्र में निधन

प्राचीन लैटिन पुस्तक ‘‘हॉर्टस मालाबारिकस’’ का अंग्रेजी और मलयालम में अनुवाद करने वाले प्रख्यात वनस्पति विज्ञानी एवं पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित के. एस. मणिलाल का उम्र संबंधी बीमारियों के कारण निधन हो गया।

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K. S. Manilal
K. S. Manilal | Image: File Photo

प्राचीन लैटिन पुस्तक ‘‘हॉर्टस मालाबारिकस’’ का अंग्रेजी और मलयालम में अनुवाद करने वाले प्रख्यात वनस्पति विज्ञानी एवं पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित के. एस. मणिलाल का उम्र संबंधी बीमारियों के कारण निधन हो गया। पारिवारिक सूत्रों ने बुधवार को यह जानकारी दी।

वह 86 वर्ष के थे। पारिवारिक सूत्रों ने बताया कि वह कुछ समय से अस्वस्थ थे और यहां एक निजी अस्पताल में उन्होंने अंतिम सांस ली। कट्टुंगल सुब्रह्मण्यन मणिलाल, के. एस. मणिलाल के नाम से जाने जाते थे। वह कालीकट विश्वविद्यालय में वनस्पति विज्ञान विभाग के पूर्व प्रमुख थे।

वनस्पति विज्ञान में उनके दशकों के योगदान, विशेष रूप से 17वीं सदी की वनस्पति विज्ञान की पुस्तक ‘हॉर्टस मालाबारिकस’ का अंग्रेजी और मलयालम में अनुवाद करने के उनके प्रयासों ने उन्हें व्यापक मान्यता दिलाई। ‘हॉर्टस मालाबारिकस’ मालाबार क्षेत्र (भारत के दक्षिण-पश्चिमी तट) की समृद्ध वनस्पतियों का दस्तावेज है। यह पुस्तक शोधकर्ताओं, शिक्षाविदों और क्षेत्र के वनस्पति इतिहास का अध्ययन करने वाले छात्रों के लिए एक महत्वपूर्ण स्रोत बनी हुयी है।

मणिलाल ने कई किताबें लिखीं और 200 से ज्यादा शोध पत्र प्रकाशित किए। इसके अलावा उन्होंने कई नए पादपों की प्रजातियों की भी खोज की। उन्हें कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पुरस्कारों से सम्मानित किया गया था। विज्ञान के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए केंद्र ने उन्हें 2020 में पद्मश्री से सम्मानित किया।

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Published By : Shubhamvada Pandey

पब्लिश्ड 1 January 2025 at 14:54 IST