अपडेटेड April 15th 2025, 18:46 IST
BREAKING: नेशनल हेराल्ड केस से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने कांग्रेस नेता सोनिया गांधी ( Sonia Gandhi ) और राहुल गांधी ( Rahul Gandhi ) के खिलाफ चार्जशीट (charge sheet) दाखिल कर दी है।
प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने कथित नेशनल हेराल्ड मनी लॉन्ड्रिंग मामले में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी, सोनिया गांधी और कांग्रेस ओवरसीज प्रमुख सैम पित्रोदा के खिलाफ दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट में अभियोजन शिकायत (प्रोसिक्यूशन कंप्लेंट) दाखिल की है। इस चार्जशीट में सुमन दुबे और अन्य लोगों के नाम भी शामिल हैं। कोर्ट ने इस मामले में आरोपों पर संज्ञान लेने की सुनवाई की तारीख 25 अप्रैल तय की है।
ईडी ने शनिवार को कहा कि उसने नेशनल हेराल्ड मनी लॉन्ड्रिंग केस में पहले से कुर्क की गई 661 करोड़ रुपये की अचल संपत्तियों पर कब्जा लेने के लिए नोटिस जारी किए। ये नोटिस एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (AJL) की तीन प्रमुख संपत्तियों पर लगाए गए। दिल्ली स्थित हेराल्ड हाउस (आईटीओ), मुंबई के बांद्रा में एक इमारत, और लखनऊ के बिशेश्वर नाथ रोड पर स्थित एक संपत्ति है। इन नोटिसों के तहत संपत्तियों को खाली करने के निर्देश दिए गए हैं। यह कार्रवाई धनशोधन निवारण अधिनियम (PMLA) की धारा 8 और नियम 5(1) के तहत की गई है।
ईडी ने बताया कि इन संपत्तियों को नवंबर 2023 में व्यापक जांच के बाद अंतरिम रूप से कुर्क किया गया था। जांच में यह सामने आया था कि करीब 988 करोड़ रुपये की 'अपराध की आय' का निर्माण, नियंत्रण और उपयोग हुआ था। कुर्क की गई संपत्तियों में 90.2 करोड़ रुपये के शेयर भी शामिल हैं। इस कुर्की को 10 अप्रैल, 2024 को न्यायालय द्वारा पुष्टि मिली थी।
क्या है नेशनल हेराल्ड मनी लॉन्ड्रिंग केस?
यह मामला कांग्रेस नेताओं, विशेष रूप से सोनिया गांधी और राहुल गांधी, पर लगे उन आरोपों से जुड़ा है, जिनमें कहा गया है कि उन्होंने एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (AJL) की संपत्तियों के स्वामित्व और नियंत्रण को लेकर धोखाधड़ी की। AJL वही कंपनी है जो नेशनल हेराल्ड अखबार का प्रकाशन करती है।
जांच के तहत सोनिया गांधी और राहुल गांधी दोनों से ईडी पूछताछ कर चुकी है। राहुल गांधी से आखिरी बार जून 2022 में पूछताछ हुई थी, जबकि सोनिया गांधी से यंग इंडियन प्राइवेट लिमिटेड (YIL) के संचालन में उनकी भूमिका को लेकर सवाल किए गए थे। YIL, गांधी परिवार के स्वामित्व वाली कंपनी है, जिसने AJL में हिस्सेदारी हासिल की थी।
यह जांच 2014 में शुरू हुई थी, जब भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने आरोप लगाया था कि गांधी परिवार और कांग्रेस के अन्य नेताओं ने AJL की करीब 2,000 करोड़ रुपये की संपत्तियां महज 50 लाख रुपये में हासिल की थीं।
पब्लिश्ड April 15th 2025, 17:53 IST