अपडेटेड 12 April 2024 at 14:20 IST

पश्चिम बंगाल शिक्षक भर्ती घोटाले में ED का बड़ा एक्शन, 230 करोड़ रुपये की प्रॉपर्टी जब्त

ED ने 9वीं से लेकर 12वीं क्लास के लिए राज्य में की गई शिक्षकों की भर्ती में हुए घोटाले को लेकर पहले से दर्ज 2 अलग-अलग FIR पर PMLA के तहत तफ्तीश शुरू की है।

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Bengal: ED raids over nine locations across Kolkata in teacher recruitment scam case
पश्चिम बंगाल में शिक्षक भर्ती घोटाला मामले में ईडी की छापेमारी | Image: Republic

पश्चिमी बंगाल के शिक्षक भर्ती घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बड़ा एक्शन लिया है। ईडी ने शिक्षक भर्ती घोटाले में 230.6 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त कर ली है। ईडी ने 230.6 करोड़ रुपये की कीमत वाली जमीन और फ्लैट को जब्त किया है। ईडी की जब्त की गई इस संपत्ति के मालिक शिक्षक भर्ती घोटाले के आरोपियों प्रसन्ना कुमार रॉय, शांति प्रसाद सिन्हा और कुछ अन्य कंपनियों के नाम पर दर्ज थी। ईडी ने प्रसन्ना रॉय के नाम पर  96 कट्ठा पथरघाटा, 117 कट्ठा सुल्तानपुर, 136 कट्ठा न्यू टाउन में और 282 कट्ठा महेशतला में मौजूद संपत्ति जब्त की है।

वहीं शांति प्रसाद सिन्हा की कपशती इलाके में स्थित जमीन और पूरब जादाबपुर में स्थित फ्लैट जब्त किया गया है। ED ने दरअसल नौंवी से लेकर बाहरवीं क्लास के लिए राज्य में की गई शिक्षकों की भर्ती में हुए घोटाले को लेकर पहले से दर्ज 2 अलग-अलग FIR पर PMLA के तहत तफ्तीश शुरू की थी। CBI की जांच में पता चला था कि 2081 शिक्षको की भर्ती तमाम अनियमितताओं को बरतते हुए की गई थी। इस मामले में ED ने पहले ही इस घोटाले में प्रसन्ना रॉय और शांति प्रसाद को गिरफ्तार भी कर चुकी है।

शिक्षक भर्ती घोटाले में अब तक कुल 365.6 करोड़ की प्रॉपर्टी जब्त

प्रसन्ना रॉय ने इस घोटाले में बिचौलिए की भूमिका अदा की थी मतलब उसका काम था भर्ती के नाम पर कैंडिडेट्स से उनकी डिटेल और पैसा इकट्ठा करना, वहीं शांति प्रसाद सिन्हा वेस्ट बंगाल स्कूल सर्विस कमीशन में तत्कालीन एडवाइजर थे। इससे पहले शिक्षक घोटाले में ED ने 135 करोड़ रुपये कीमत की जब्त की थी। इस तरह से ईडी पश्चिम बंगाल शिक्षक भर्ती घोटाले में अब तक कुल मिलाकर 365.60 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त कर चुकी है।

साल 2022 में हुआ था शिक्षक भर्ती घोटाला

पश्चिम बंगाल में साल 2022 में ED ने स्कूल सर्विस कमीशन (SSC) के रिक्रूटमेंट में धोखाधड़ी के मामले में ममता बनर्जी के करीबी नेता और पश्चिम बंगाल कैबिनेट के मंत्री पार्थ चटर्जी को गिरफ्तार किया था। चटर्जी की गिरफ्तारी के बाद इस घोटाले से जुड़े सीए, बिजनेसमैन सहित कई अन्य लोगों के यहां भी छापेमारियां की। कोलकाता हाई कोर्ट के आदेश के बाद शिक्षक भर्ती घोटाले में ईडी और सीबीआई दोनों इस घोटाले की जांच कर रही हैं। पिछले साल ईडी ने पार्थ चटर्जी के आवास सहित 14 जगहों पर छापेमारी की थी। इस दौरान ईडी को पार्थ मुखर्जी की करीबी अर्पिता मुखर्जी के बारे में जानकारी मिली। इसके बाद अर्पिता मुखर्जी के फ्लैट पर छापा मारा था। 

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Published By : Ravindra Singh

पब्लिश्ड 12 April 2024 at 14:02 IST