अपडेटेड 20 July 2024 at 17:22 IST
Budget 2024: सरकार की 'बजट टीम', कप्तान की भूमिका में निर्मला सीतारमण, बाकी ये 'प्लेयर्स' हैं खास
Budget: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 23 जुलाई को केंद्रीय बजट 2024 पेश करने वाली हैं। इस बजट को निर्मला सीतारमण की अगुवाई में कई अधिकारियों ने तैयार किया है।
- भारत
- 5 min read

Budget 2024: अभी 4 दिन पहले 16 जुलाई को वित्त मंत्रालय में हलवा सेरेमनी हुई, जो बताती है कि केंद्रीय बजट की छपाई की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। दो दिन बाद 23 जुलाई को केंद्रीय बजट (2024-25) पेश किया जाएगा। हलवा सेरेमनी सबसे दिलचस्प पहलू गोपनीयता से जुड़ा हुआ है। इसे ऐसे समझिए कि बजट बनाने की प्रक्रिया में शामिल अधिकारी और कर्मचारियों को संसद में बजट पेश किए जाने तक दफ्तर में ही रहना होता है। मतलब वो अपने कार्यालयों तक ही सीमित रहते हैं। फोन कॉल की निगरानी होती है। बाहर जाने की अनुमति नहीं होती। यहां तक कि वो सीसीटीवी और खुफिया ब्यूरो की निगरानी में रहते हैं। मकसद ये होता है कि बजट की गोपनीयता और बजटीय प्रस्तावों की कोई जानकारी समय से पहले लीक ना हो। खैर, हम यहां उस टीम की बात करने वाले हैं, जो बजट तैयार करती है।
केंद्रीय बजट देश का वित्त मंत्री करता है। लिहाजा वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 23 जुलाई को केंद्रीय बजट 2024 पेश करने वाली हैं। लोकसभा चुनाव 2024 जीतने के बाद ये राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) का पहला बजट होगा। इससे साफ है कि पूरी बजट प्रक्रिया में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की स्थिति एक 'टीम कैप्टन' की तरह है। हालांकि उनकी टीम में बजट प्रक्रिया के दौरान और कौन-कौन महत्वपूर्ण अधिकारी और कर्मचारी होते हैं, उनके बारे में जानने की कोशिश करते हैं।
सरकार की 'बजट टीम'
निर्मला सीतारमण: वित्त मंत्री
पंकज चौधरी: वित्त राज्यमंत्री
टीवी सोमनाथन: वित्त सचिव और सचिव (Exp.)
वी अनंत नागेश्वरन: चीफ इकोनॉमिक एडवाइजर
विवेक जोशी: सचिव (DFS)
अजय सेठ: सचिव (EA)
संजय मल्होत्रा: सचिव (रेवेन्यू)
तुहीन कांटा पांडेय: सचिव (DIPAM)
अली रजा रिजवी: सचिव (DPE)
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण
निर्मला सीतारमण को मोदी सरकार 3.0 में फिर से वित्त मंत्रालय मिला है। सीतारमण ने अपना पहला बजट जुलाई 2019 में दूसरी बार BJP के सत्ता में लौटने के बाद पेश किया था। अभी निर्मला सीतारमण भारत के इतिहास में लगातार 7वां बजट पेश करने वाली पहली वित्त मंत्री होंगी, जिसमें एक अंतरिम बजट भी शामिल है। इसी के साथ वो मोरारजी देसाई का रिकॉर्ड तोड़ देंगी, जिन्होंने लगातार 6 बजट पेश किए थे। मनमोहन सिंह, अरुण जेटली, पी चिदंबरम और यशवंत सिन्हा ने लगातार 5 बजट पेश किए थे। निर्मला सीतारमण कर्नाटक का प्रतिनिधित्व करने वाली राज्यसभा की सदस्य हैं।
Advertisement
वित्त राज्यमंत्री पंकज चौधरी
निर्मला सीतारमण के साथ पंकज चौधरी को वित्त मंत्रालय में राज्य मंत्री के तौर पर शामिल किया गया है। मोदी सरकार 2.0 के दौरान भी निर्मला सीतारमण की टीम पंकज शामिल थे। 7वीं बार वो लोकसभा सांसद चुनकर संसद आए हैं। 20 नवंबर 1964 को गोरखपुर में जन्मे पंकज चौधरी 1991 में सांसद बने थे।
टीवी सोमनाथन
बजट बनाने की प्रक्रिया में अनुभवी सोमनाथन 2019 में वित्त मंत्रालय में व्यय सचिव (एक्सपेंडिचर सेक्रेटरी) बने और 2021 में उन्हें वित्त सचिव नियुक्त किया गया। तमिलनाडु कैडर के 1987 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) अधिकारी सोमनाथन ने अप्रैल 2015 से अगस्त 2017 तक प्रधानमंत्री कार्यालय में काम किया। नौकरशाह ने 2021-22 के बजट में भी प्रमुख भूमिका निभाई थी।
Advertisement
अजय सेठ
कर्नाटक कैडर के 1987 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) अधिकारी अजय सेठ ने अप्रैल 2021 में वित्त मंत्रालय के आर्थिक मामलों के विभाग के सचिव के रूप में कार्यभार संभाला। अजय सेठ ने इस केंद्रीय बजट को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिसे वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 23 जुलाई को पेश करेंगी।
वी अनंत नागेश्वरन
मुख्य आर्थिक सलाहकार (सीईए) के रूप में नागेश्वरन घरेलू और वैश्विक मैक्रो-इकोनॉमिक पृष्ठभूमि तैयार करते हैं, जिसके तहत बजट लक्ष्य निर्धारित किए जाते हैं और बजट भाषण लिखा जाता है। आसान भाषा में समझें तो मुख्य आर्थिक सलाहकार, जो अपनी टीम के साथ आर्थिक सर्वेक्षण तैयार करते हैं, देश की आर्थिक नीतियों को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते रहे हैं। पहले नागेश्वरन ने एक लेखक, लेखक, शिक्षक और सलाहकार के रूप में काम किया। उन्होंने भारत और सिंगापुर में कई बिजनेस स्कूलों और प्रबंधन संस्थानों में पढ़ाया है।
तुहिन कांत पांडे
23 जुलाई को निर्मला सीतारमण की तरफ से पेश किए जाने वाले बजट को आकार देने में DIPAM सचिव तुहिन कांत पांडे एक प्रमुख खिलाड़ी हैं। 1987 बैच के आईएएस अधिकारी तुहिन कांता पांडे ने 2019 में निवेश और सार्वजनिक संपत्ति प्रबंधन विभाग (DIPAM) के सचिव की भूमिका संभाली। वित्त मंत्रालय में शामिल होने से पहले पांडे ने ओडिशा के अपने गृह कैडर में राज्य सरकार में प्रमुख सचिव के रूप में काम किया। पांडे को एयर इंडिया की लंबे समय से लंबित बिक्री को अंतिम रूप देने का श्रेय दिया जाता है और भारतीय जीवन बीमा निगम को सार्वजनिक करने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही है।
संजय मल्होत्रा
राजस्थान कैडर के 1990 बैच के आईएएस अधिकारी संजय मल्होत्रा वर्तमान में राजस्व सचिव हैं। राजस्व सचिव की बजट को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका होती है, जो इस बार संजय मल्होत्रा ने निभाई है। राजस्व सचिव के रूप में मल्होत्रा राजस्व-प्राप्ति लक्ष्य निर्धारित करते हैं और वित्त विधेयक के माध्यम से प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष करों पर कर परिवर्तनों पर निर्णय लेते हैं।
विवेक जोशी
हरियाणा कैडर के 1989 बैच के अधिकारी विवेक जोशी 1 नवंबर 2022 से वित्तीय सेवा विभाग के सचिव के रूप में तैनात हैं। इस पद पर रहते हुए वो सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों, बीमा क्षेत्र, वित्तीय संस्थानों, वित्तीय समावेशन और पेंशन सुधारों समेत बैंकिंग क्षेत्र से संबंधित नीतियों, योजनाओं और कानूनों को देखते हैं। वो भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) और भारतीय स्टेट बैंक (SBI) के बोर्ड में सदस्य के रूप में भी काम कर रहे हैं। विवेक जोशी वित्त मंत्री की बजट टीम में शामिल होने वाले नए लोगों में से एक हैं। उन्हें बैंकिंग, बीमा और पेंशन के क्षेत्र में नीतिगत बदलावों को तैयार करने का श्रेय जाता है।
अली रजा रिजवी
हिमाचल प्रदेश कैडर के अधिकारी अली रजा रिजवी भारी उद्योग और सार्वजनिक उद्यम मंत्रालय के तहत सार्वजनिक उद्यम विभाग के सचिव हैं।
Published By : Dalchand Kumar
पब्लिश्ड 20 July 2024 at 17:22 IST