अपडेटेड 2 December 2024 at 15:29 IST
भारत की संभावित जीडीपी वृद्धि 6.5-7 प्रतिशत के दायरे में है: सीईए
आर्थिक सर्वेक्षण में अनुमान लगाया गया है कि भारत की जीडीपी 2024-25 में 6.5-7 प्रतिशत की दर से बढ़ेगी, जो पिछले वित्त वर्ष में 8.2 प्रतिशत के उच्च स्तर से कम है।
- भारत
- 2 min read

मुख्य आर्थिक सलाहकार (सीईए) वी अनंत नागेश्वरन ने सोमवार को कहा कि भारत की संभावित सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) वृद्धि दर 6.5 से सात प्रतिशत के दायरे में है और देश पिछले 10 वर्षों में किए गए कार्यों के आधार पर इसे हासिल करने में सक्षम होना चाहिए। आर्थिक सर्वेक्षण में अनुमान लगाया गया है कि भारत की जीडीपी 2024-25 में 6.5-7 प्रतिशत की दर से बढ़ेगी, जो पिछले वित्त वर्ष में 8.2 प्रतिशत के उच्च स्तर से कम है।
आईवीसीए के ग्रीनरिटर्न्स शिखर सम्मेलन में उन्होंने कहा, ‘‘ भारत की संभावित जीडीपी वृद्धि 6.5 से सात प्रतिशत के दायरे में है और हमने पिछले 10 वर्षों में जो भी काम किए हैं उसके आधार पर इसे हासिल करने में सक्षम होंगे, चाहे वह भौतिक बुनियादी ढांचे को बढ़ाने के संदर्भ में हो या वित्तीय समावेश को प्राप्त करने के संदर्भ में...।
Advertisement
निवेश के क्षेत्रों पर जोर देते हुए उन्होंने कहा, ‘‘ हम सभी अवरोधों से अवगत हैं। निवेश को सौर ऊर्जा संयंत्रों या पवन ऊर्जा संयंत्रों की स्थापना पर केंद्रित नहीं होना चाहिए, क्योंकि हमें सौर पैनल अपशिष्ट और पवन टरबाइन अपशिष्ट के पुनर्चक्रण की बढ़ती लागत को ध्यान में रखना होगा। यह निवेश करने का एक क्षेत्र है।’’ उन्होंने कहा कि निवेश के लिए अन्य क्षेत्र ‘ग्रिड’ क्षमताएं तथा प्रौद्योगिकियां हैं, जो इन नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों से आपूर्ति में रुकावट को झेलने में सक्षम होंगी।
Published By : Dalchand Kumar
पब्लिश्ड 2 December 2024 at 15:29 IST