अपडेटेड 31 January 2024 at 19:28 IST
कभी Rail Budget होता था अलग, मोदी सरकार ने किया बड़ा बदलाव; कब से पेश होने लगा आम बजट के साथ?
मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में 94 साल की पुरानी प्रथा को समाप्त कर रेल बजट को आम बजट का हिस्सा बनाया गया था। पहले रेल बजट अलग से सदन में पेश किया जाता था।
- भारत
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Budget 2024: संसद का बजट सत्र बुधवार (31 जनवरी) से शुरू हो गया। बजट सत्र के शुरुआत से पहले सदन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का अभिभाषण हुआ। अब 1 फरवरी को केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण (Finance Minister Nirmala Sitharaman) देश का अंतरिम बजट पेश करेंगी। क्या आप जानते हैं कि देश में भी कमी रेल बजट अलग से पेश किया जाता है मगर मोदी सरकार ने इसे आम बजट का हिस्सा बना दिया।
आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि रेल बजट कब और कैसे आम बजट का हिस्सा बना। भारत में पहली बार बजट 7 अप्रैल 1860 को पेश किया गया था। ईस्ट इंडिया कंपनी से जुड़े स्कॉटिश अर्थशास्त्री और नेता जेम्स विल्सन ने ब्रिटिश क्राउन के समक्ष पेश किया था। साल 1955 तक बजट सिर्फ अंग्रेजी में ही पेश किया जाता था लेकिन कांग्रेस सरकार ने इसे अंग्रेजी और हिंदी दोनों में पेश करना शुरू कर दिया था। 2017 के पहले रेल बजट अलग पेश होता था।
कब रेल बजट आम बजट का बना हिस्सा
साल 2017 के पहले भारतीय रेलवे का अपना बजट अलग से पेश होता था। जिसे खत्म करके आम बजट के साथ इसे पेश किया जाने लगा। मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में 94 साल की पुरानी प्रथा को समाप्त कर दिया गया। 2017 से ही रेलवे बजट की घोषणाएं आम बजट में की जाने लगी। BJP के शासनकाल में इस प्रथा को समाप्त करते हुए 2017 के तत्कालीन वित्त मंत्री अरुण जेटली ने इसे आम बजट के साथ प्रस्तुत किया था।
किसके विचार पर हुए बदलाव
2017 से पहले रेलवे बजट को आम बजट के एक दिन पहले रेलमंत्री द्वारा संसद के पटल पर प्रस्तुत किया जाता था। जानकारी के मुताबिक, नीति आयोग ने सरकार को दशकों पुराने पैटर्न को बदलने की सलाह दी थी। नीति आयोग की सलाह पर काफी विचार-विमर्श किया गया। बाद में इस बदलाव को स्वीकृति दी गयी। इसके बाद अलग-अलग ऑथरिटीज के साथ भी बैठकर इस पर मंथन किया गया।
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पहला रेल बजट कब हुआ था पेश
काफी दिनों तक चर्चा और लंबे समय तक विचार विमर्श के बाद इसमें बदलाव को स्वीकृति दी गयी। इस फैसले को इसलिए भी सही माना जाता है क्योंकि आम बजट की तुलना में रेलवे के बजट का हिस्सा काफी छोटा होता है। भारत का पहला रेल बजट ब्रिटिश शासन के समय 1924 में प्रस्तुत किया गया था। वहीं से रेल बजट अलग हुआ था, क्योंकि इसके पहले रेल बजट को आम बजट के साथ ही पेश किया जाता था। वर्ष 1920-21 में एकवर्थ कमेटी ने रेल बजट को अलग से पेश करने को लेकर एक रिपोर्ट सौंपी थी। जिसके बाद साल 1924 से रेल बजट अलग से पेश होने लगा था।
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Published By : Sujeet Kumar
पब्लिश्ड 31 January 2024 at 19:28 IST