Published 23:50 IST, August 24th 2024
शासन का द्रविड़ मॉडल कभी भी विभिन्न धर्मों के लिए बाधा नहीं रहा है: MK स्टालिन
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन ने शनिवार को कहा कि शासन का द्रविड़ मॉडल कभी भी विभिन्न धर्मों के लिए बाधा नहीं रहा है और यह सभी धर्मों के लिए उदार है।
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन ने शनिवार को कहा कि शासन का द्रविड़ मॉडल कभी भी विभिन्न धर्मों के लिए बाधा नहीं रहा है और यह सभी धर्मों के लिए उदार है। स्टालिन ने चेन्नई से पलानी में पहले वैश्विक मुथामिज मुरुगन सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए कहा कि उनकी पार्टी द्रविड़ मुन्नेत्र कषगम (द्रमुक) की सरकार सामाजिक एवं अन्य क्षेत्रों समेत राज्य के समग्र विकास पर ध्यान केंद्रित कर रही है। उन्होंने कहा कि धार्मिक स्थल किसी भी भेदभाव से मुक्त होने चाहिए।
दो दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन राज्य हिंदू धार्मिक एवं धर्मार्थ बंदोबस्ती विभाग द्वारा बड़े पैमाने पर किया जा रहा है और आयोजन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले विभाग के मंत्री पी. के. शेखर बाबू की मुख्यमंत्री ने सराहना की।
स्टालिन ने कहा, "हर किसी की अलग-अलग मान्यताएं होती हैं। इसमें कुछ भी ऊंचा या नीचा नहीं है। सरकार का द्रविड़ मॉडल कभी भी उन आस्थाओं-मान्यताओं में बाधा नहीं बना है, बल्कि यह 'सबके लिए सब कुछ' की अवधारणा के आधार पर समग्र विकास के लिए प्रयासरत है।"
स्टालिन ने कहा, "श्रद्धालुओं के कल्याण को ध्यान में रखते हुए, हमने मंदिरों में विकास कार्य शुरू कर दिए हैं... भगवान मुरुगन के छह निवासों में लगभग 251 कार्य प्रगति पर हैं, जिनकी अनुमानित लागत 789.85 करोड़ रुपये है और भगवान मुरुगन के अन्य मंदिरों में 277.27 करोड़ रुपये की लागत से 588 कार्य किए जा रहे हैं।"
Updated 23:50 IST, August 24th 2024