अपडेटेड 26 September 2024 at 18:05 IST

भारत की इकोनॉमी पर ड्रैगन की बुरी नजर, गेमिंग ऐप के जरिए 400 करोड़ पहुंचा चीन, ED का सनसनीखेज खुलासा

चीनी ऑनलाइन गेमिंग एप्लिकेशन के खिलाफ ED की बड़ी कार्रवाई करते हुए पहली बार ऑनलाइन गेमिंग ऐप FIEWIN से जुड़े चीनी नागरिकों के क्रिप्टो एकाउंट फ्रीज किए हैं।

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China reached Rs 400 crore through gaming app
China reached Rs 400 crore through gaming app | Image: Republic/ X

जतिन शर्मा

चीनी ऑनलाइन गेमिंग एप्लिकेशन के खिलाफ ED की बड़ी कार्रवाई करते हुए पहली बार ऑनलाइन गेमिंग ऐप FIEWIN से जुड़े चीनी नागरिकों के क्रिप्टो एकाउंट फ्रीज किए हैं। ED ने करीब 25 करोड़ के क्रिप्टो एकाउंट फ्रीज किए हैं। ED जांच में खुलासा हुआ है कि इस गेमिंग एप के जरिये 400 करोड़ रुपया भारत से चाइना पहुंचा है। इस मामले में ईडी ने चार भारतीय नागरिकों को भी गिरफ्तार किया था।

ED जांच में खुलासा हुआ था कि भारत में इस गेपिंग के जरिये चीनी मूल के नागरिकों ने भारत में बड़ी सेंध लगाकर करीब 400 करोड़ की कमाई की और ये पैसा चाइना पहुंचा था। चाइना ने गेमिंग एप से भारत की अर्थव्यवस्था को कमजोर करने की बड़ी साजिश रची थी। ED ने तीन चीनी नागरिकों के 3 क्रिप्टो एकाउंट सीज कर दिए हैं। ईडी के एक्शन से चाइना की 400 करोड़ की गेमिंग ऐप वाली साजिश बेनकाब हो गई।

गेमिंग ऐप के जरिए 400 करोड़ पहुंचा चीन

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दरअसल, कुछ दिनों पहले ED ने इस गेपिंग ऐप के खिलाफ देश मे कई जगह छापेमारी कर कुछ भारतीय नागरिकों को गिरफ्तार किया था और तब ये खुलासा हुआ था की कैसे इस गेमिंग एप के जरिये भारत का  400 करोड़ रुपया चाइना पहुंच गया है। ईडी कोलकाता ने FIEWIN ऐप आधारित ऑनलाइन सट्टेबाजी और गेमिंग धोखाधड़ी के मामले में 4 लोगों को गिरफ्तार किया है।

इस मामले में पहले कोलकाता के कोसीपोर पुलिस स्टेशन में ऑनलाइन गेमिंग ऐप "FIEWIN" के जरिए धोखाधड़ी और साजिश के मामले में आईपीसी की धारा 420, 406 और 120B के तहत 16 मई 2023 को केस दर्ज हुआ था। ईडी ने पीएमएलए के तहत जांच में पाया कि चीनी नागरिक भारतीय नागरिकों की मदद ये एप चला रहे हैं।

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गेमिंग ऐप के जरिए दिया ठगी को अंजाम

FIEWIN ऐप के जरिए ऑनलाइन गेमर्स से इकठ्ठा किए गए पैसे कई लोगों (जिन्हें रिचार्ज व्यक्ति कहा जाता है) के बैंक खातों में किए गए, इसके बदले ऐप मालिक रिचार्ज को कमीशन देते थे। जांच में पता चला कि अरुण साहू और आलोक साहू, जो उड़ीसा के राउरकेला के रहने वाले हैं ,उन लोगों ने "रिचार्ज व्यक्ति" के रूप में काम किया था। FIEWIN ऐप से उनके बैंक खातों में जो पैसे आए उन्हें  क्रिप्टो करेंसी में बदल किया गया था। उन्होंने FIEWIN ऐप से कमाई क्रिप्टो करेंसी को विदेशी क्रिप्टो एक्सचेंज अर्थात् बिनेंस पर चीनी नागरिकों के वॉलेट में जमा और लॉन्डर किया।

रुपयों को क्रिप्टो में बदला फिर भेजा चीन

बिहार के पटना स्थित एक इंजीनियर चेतन प्रकाश ने रुपए को क्रिप्टो करेंसी (USDT) में बदलने में ऐसे "रिचार्ज व्यक्तियों" की मदद करके मनी लॉन्ड्रिंग में अहम भूमिका निभाई। वहीं जोसेफ स्टालिन नामक एक अन्य शख्स ने गांसु प्रांत के पाई पेंग्युन नामक चीनी नागरिक को अपनी कंपनी स्टूडियो 21 प्राइवेट लिमिटेड का सह-निदेशक बनने में मदद की ,जोसेफ चेन्नई का रहने वाला है और सॉफ्टवेयर इंजीनियर है। पाई पेंग्युन ने ऐप से जुड़े बड़े पेमेंट लिए स्टूडियो 21 प्राइवेट लिमिटेड के बैंक खाते का इस्तेमाल किया। जिससे उन्हें शुरुआत में गेमर्स का विश्वास हासिल करने में मदद मिली और ऐप यूजर्स को बड़े दांव लगाने के लिए उन्हें प्रेरित किया। फिर पेमेंट का पैसा जोसेफ स्टालिन के चीनी संचालकों द्वारा नियंत्रित वॉलेट से अपने बिनेंस खाते में क्रिप्टो करेंसी के रूप में लिया गया। बदले में उन्होंने बिनेंस पर पी2पी मोड के जरिए क्रिप्टो बेचकर यूएसडीटी क्रिप्टो करेंसी को रुपए में बदल लिया।

मामले में 4 भारतीय नागरिक भी गिरफ्तार

अब तक की जांच से पता चला है कि FIEWIN ऐप आधारित धोखाधड़ी से करीब 400 करोड़ रुपये की गई है और ये पैसा चीनी नागरिकों के नाम पर 8 बिनेंस वॉलेट में जमा किया गया था। जैसा कि एक्सेस आईपी लॉग से पता चला है, ये वॉलेट चीन से चलाए जा रहे थे। चीनी नागरिक टेलीग्राम पर अरुण साहू, आलोक साहू, चेतन प्रकाश, जोसेफ स्टालिन से बात करते थे और इस  घोटाले में इस चारों की सक्रिय भूमिका है। इन सभी 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। 

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Published By : Deepak Gupta

पब्लिश्ड 26 September 2024 at 16:22 IST