अपडेटेड May 4th 2025, 11:21 IST
CM Dhami Visited Badrinath Dham: उत्तराखंड के चारधाम में से चौथे और अंतिम धाम बद्रीनाथ के कपाट आज, रविवार को खोल दिए गए हैं। वैदिक मंत्रोचार और जय बद्रीविशाल के उद्घोष के बीच विधि-विधान से भूवैकुंठ बद्रीनारायण धाम के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोले गए। इस दौरान उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बद्रीनाथ धाम में दर्शन-पूजन किया। उन्होंने प्रार्थना की कि सभी श्रद्धालुओं की यात्रा बिना किसी विघ्न के पूरी हो।
4 मई की सुबह 6 बजे सेना के बैंड की मधुर धुनों और श्रद्धालुओं के जय बद्री विशाल के उद्घोष के बीच बद्रीनाथ धाम के कपाट खुले। हजारों की संख्या में उमड़ी भीड़ इस पावन पल की साक्षी बनी। इस दौरान भक्तों में गजब का उत्साह देखने को मिला। पूरा माहौल भक्तियम हो उठा। वहीं बद्रीनाथ धाम के कपाट खुलते ही श्रद्धालुओं पर पुष्प वर्षा भी की गई। इसी के साथ चारधाम यात्रा की पूरी तरह से शुरुआत हो गई। बताया जा रहा है कि बद्रीनाथ धाम के कपाट खुलने के दो घंटे के भीतर 10 हजार से अधिक श्रद्धालु दर्शन-पूजन के लिए पहुंचे।
बद्रीनाथ धाम के खुलते ही मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भगवान बद्रीनारायण की पूजा-अर्चना की। उन्होंने दर्शन-पूजन के बाद कहा, 'भगवान का दर्शन-पूजन शुरू हो गया है। पूरे देश भर से बड़ी संख्या में तीर्थयात्री और श्रद्धालु आए हैं। सभी में बहुत उत्साह है। मंदिर समिति, हितधारकों, तीर्थ पुरोहितों, हमारे धार्मिक कार्यों में अपना सहयोग करने वाले और स्थानीय लोगों के द्वारा इस भव्य यात्रा को सफल बनाने के लिए अनेक प्रबंध किए गए हैं।'
उन्होंने आगे कहा, 'मैं प्रार्थना करता हूं कि चार धाम यात्रा में आने पर सभी श्रद्धालुओं की यात्रा बिना किसी बाधा, विघ्न और परेशानी के सफल हो। 2023 के फरवरी माह में आपदा के कारण हमारे जोशीमठ के क्षेत्र में लगभग 20% स्थान में दरारें आ गई थीं। इसके लिए भारत सरकार की एजेंसियों और राज्य सरकार की एजेंसियों ने सर्वे किया। सर्वे के बाद नवनिर्माण के लिए रिपोर्ट दी गई। 1700 करोड़ की धनराशि यहां के लिए स्वीकृत हुई है। मैं देवभूमि उत्तराखंड और ज्योतिमठ के सभी लोगों की ओर से प्रधानमंत्री और गृह मंत्री का धन्यवाद देता हूं।'
बता दें कि इससे पहले, 2 मई को चारधाम यात्रा के तीसरे मुख्य धाम केदारनाथ के कपाट खोले गए थे। 30 अप्रैल से चारधाम यात्रा की शुरुआत हो गई है। इससे पहले अक्षय तृतीया के मौके पर गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट भक्तों के लिए खोल दिए गए थे।
पब्लिश्ड May 4th 2025, 11:21 IST