अपडेटेड 18 August 2025 at 20:43 IST

दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान ने दिल्ली में मनाई 30वीं भव्य श्रीकृष्ण जन्माष्टमी, सीएम रेखा गुप्ता रहीं मौजूद

दिल्ली के कुतुबगढ़ रोड,कंझावला स्थित विशाल दिव्यधाम आश्रम में श्री कृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव के 30वें संस्करण का सफलतापूर्वक आयोजन किया गया। पूरे वैदिक मंत्रोंच्चार के साथ जन्माष्टमी उत्सव का माहौल तैयार किया गया। वहीं उत्सव की शुरुआत 'वसुधैव कुटुम्बकम' के संदेश के साथ हुई। इस उत्सव में नई दिल्ली की मुख्यमंत्री श्रीमती रेखा गुप्ता भी मौजूद रहीं।

Follow : Google News Icon  
divya jyoti jagrati sansthan
divya jyoti jagrati sansthan | Image: Republic

दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान (DJJS) ने अपने विशाल दिव्य धाम आश्रम में दिव्य गुरु श्री आशुतोष महाराज जी के मार्गदर्शन में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव का 30वां सफल आयोजन किया। यह परंपरा 1992 में शुरू हुई थी और तब से हर साल मनाई जाती है। इस आयोजन में आध्यात्मिकता, भारतीय संस्कृति और समाज से जुड़े खास संदेशों को सुंदर ढंग से पेश किया गया। इस बार करीब 30,000 से 40,000 भक्त दिव्य धाम आश्रम में आए और हजारों लोगों ने DJJS के यूट्यूब चैनल पर इस कार्यक्रम को लाइव देखा। नई दिल्ली की मुख्यमंत्री श्रीमती रेखा गुप्ता समेत कई बड़े लोग इस समारोह में शामिल हुए।

वसुधैव कुटुम्बकम संदेश के साथ हुई उत्सव की शुरुआत

उत्सव की शुरुआत वैदिक मंत्रों और ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ के संदेश के साथ हुई, जिसका मतलब है, 'सारा विश्व एक परिवार है।' मंच पर कालिया नाग वध, मीराबाई और चैतन्य महाप्रभु की कथाएं, श्रीकृष्ण जन्म की झांकी जैसे कई भावपूर्ण दृश्य प्रस्तुत किए गए। देश-विदेश से 500 से अधिक संन्यासी और साध्वियां भी इस कार्यक्रम में शामिल हुईं।

कृष्ण लीलाएं और सामाजिक संदेश

इस उत्सव में भगवान श्रीकृष्ण की प्रसिद्ध लीलाएं जैसे मटकी फोड़, कालिया नाग मर्दन आदि प्रस्तुत की गईं। खास बात यह रही कि इन लीलाओं के जरिए दिल्ली सरकार के 2025 के लक्ष्यों को भी दर्शाया गया। 

  • गौ पूजन और गौ सेवा: मुख्यमंत्री श्रीमती रेखा गुप्ता ने ‘सुसंस्कृत समृद्ध दिल्ली’ अभियान के तहत गौ शाला में गायों की पूजा और सेवा की।
  • कालिया नाग मर्दन लीला: यह लीला ‘हरित और स्वच्छ दिल्ली’ की ओर संकेत करती है। इसमें यमुना नदी की सफाई और पर्यावरण को बचाने का संदेश दिया गया।
  • मटकी फोड़ लीला: इसमें भक्तों ने गुलेल से मटकियां फोड़ी, जो समाज की बुराइयों का प्रतीक थीं।
  • कुएं से मटकी निकालना: इसमें ग्रामीण जीवन और संस्कृति को दिखाया गया। भक्तों ने कुएं से पानी भरी मटकी निकाली।
  • कर्तव्य पथ भूलभुलैया: इसमें कृष्ण भक्तों ने जीवन की कठिनाइयों और जिम्मेदारियों को दर्शाने वाली एक भूलभुलैया में चलकर गीता के कर्मयोग का संदेश दिया।

मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता का संदेश

Uploaded image

मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा, ‘दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान की निःस्वार्थ सेवा बहुत सराहनीय है। यह संस्था सिर्फ आध्यात्मिकता ही नहीं, बल्कि समाज को भी बेहतर बनाने के लिए काम कर रही है – जैसे नशा मुक्ति और महिला सशक्तिकरण। मैं हमेशा से इस जन्माष्टमी उत्सव में आना चाहती थी, और आज यहां आकर बहुत खुश हूं। मुझे लगता है यह ईश्वर की कृपा है।’

Advertisement

इसे जरूर पढ़ें - Dhurandhar: लेह में चल रही रणवीर सिंह स्टारर की शूटिंग, अचानक बीमार पड़े 120 क्रू मेंबर्स, क्या है वजह?

दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान (DJJS) के बारे में

DJJS एक आध्यात्मिक और सामाजिक संस्था है, जो बिना किसी लाभ के समाज के लिए काम करती है। इसके संस्थापक दिव्य गुरु श्री आशुतोष महाराज जी हैं। इसका मुख्यालय नई दिल्ली के पीतमपुरा में है, और इसकी दुनिया भर में 350 से ज्यादा शाखाएं हैं। यह संस्था पिछले 40 वर्षों से लोगों को आत्मज्ञान, शांति और सामाजिक सुधार की राह पर चलने के लिए प्रेरित कर रही है।

Advertisement

Published By : Aarya Pandey

पब्लिश्ड 18 August 2025 at 16:04 IST