अपडेटेड May 8th 2025, 19:20 IST
Operation Sindoor Dinesh Kumar martyred: पाकिस्तान की ओर से की गई गोलीबारी में हरियाणा के लाल दिनेश कुमार शर्मा शहीद हो गए। 32 साल के दिनेश कुमार का अंतिम संस्कार उनके पैतृक गांव मोहम्मदपुर में पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया गया। लांस नायक दिनेश कुमार की शहादत से पूरा गांव और राज्य गमगीन है।
दिनेश कुमार भारतीय सेना की 5 फील्ड रेजिमेंट में तैनात थे और उनकी तैनाती जम्मू-कश्मीर के पुंछ में थी। बुधवार 7 मई को पाकिस्तानी सेना ने नियंत्रण रेखा के पास भारतीय क्षेत्रों पर भारी गोलाबारी और मोर्टार गोले दागे, जिसमें लांस नायक दिनेश कुमार शहीद हो गए। अधिकारियों ने बताया कि, दिनेश कुमार ने बिना डर और संकोच के पाकिस्तान की गोलीबारी का सामना करते हुए मातृभूमि की रक्षा में अपने प्राणों का सर्वोच्च बलिदान दिया। शहीद दिनेश कुमार अपने पीछे प्रेगनेंट पत्नी और 2 बच्चों को छोड़ गए हैं। बड़ी बेटी 8 साल की है और बेटा चार साल का है।
शहीद दिनेश कुमार के पिता दया चंद ने कहा- ‘हमारा बेटा देश के लिए कुर्बान हुआ है। उसने बहादुरी का काम किया है। अब आगे सरकार का काम है।’ 'मेरे दो और बेटे भी फौज में हैं। मैं यही कहूंगा कि चाहें मेरे ये दोनों बेटे भी चले जाएं, मैं भी देश के लिए कुर्बान हो जाऊंगा। मैं अपने हिंदुस्तान को नीचे नहीं देख सकता।' वे बताते हैं उन्हें बुधवार, शाम 4 बजे दिनेश की शहादत की खबर मिली थी। प्रमोद ने और आर्टिलरी में उसके साथ के एक लड़के ने मुझे फोन कर बताया था। सीओ साहब ने फोन कर बताया कि अब दिनेश इस दुनिया में नहीं रहा', वे आगे कहते हैं।
दिनेश के छोटे भाई कपिल ने बताया कि बुधवार सुबह 4 बजे दिनेश के नंबर से उन्हें कॉल आया था, फिर मैंने 8 बजे कॉल बैक किया तो उनके एक सीनियर ने फोन उठाया, उन्होंने बोला कि 'आपके भाई सीरियस हैं और फिल्ड हॉस्पिटल में भर्ती हैं'। उन्होंने बताया कि भईया का ऑपरेशन हो रहा है।' वहीं उनके भाई मुकेश कहते हैं, ‘ड्यूटी के दौरान पाकिस्तान की ओर से फायरिंग में वो घायल हुए थे, पता चला था कि उनको गर्दन में चोट लगी है। उन्हें उधमपुर रेफर किया गया था।’
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने सोशल मीडिया पर शहीद लांस नायक दिनेश कुमार को श्रद्धांज लि अर्पित करते हुए लिखा- 'ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान द्वारा की गई गोलीबारी में दिनेश कुमार ने भारत मां की रक्षा के लिए अपने प्राणों का बलिदान दिया। उनका शौर्य देश के हर नागरिक को प्रेरित करेगा और उनकी शहादत हमें कभी नहीं भूलने दी जाएगी।' मुख्यमंत्री ने कहा कि इस शहादत पर देशवासियों को गर्व है और यह बलिदान भारतीय सेना की ताकत और संकल्प का प्रतीक है।
पब्लिश्ड May 8th 2025, 19:20 IST