अपडेटेड 26 October 2024 at 21:17 IST
सनातन बोर्ड की मांग पर देवकीनंदन ठाकुर को मिला बृजभूषण शरण सिंह का साथ, बोले- उनकी बात जायज...
Sanatan Board: कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर की सनातन बोर्ड बनाने की मांग का भारतीय जनता पार्टी (BJP) के पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने समर्थन किया है।
- भारत
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Sanatan Board: वक्फ बिल पर मचे सियासी घमासान के बीच देश भर में अब सनातन बोर्ड की मांग जोर पकड़ने लगी है। महशूर कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर (Devkinandan Thakur) ने सनातन बोर्ड की मांग करते हुए कहा कि देश में सनातन बोर्ड की सख्त आवश्यकता है, अगर देश में वक्फ बोर्ड (Waqf Board) रहेगा तो हमें भी सनानत बोर्ड बनाना पड़ेगा। जिस तरह देशभर में वक्फ बोर्ड संपत्तियों को अपना बता रहा है उससे तो देश में कुछ बचेगा ही नहीं।
कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर की सनातन बोर्ड बनाने की मांग का भारतीय जनता पार्टी ( BJP ) के पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह (Brij Bhushan Sharan Singh) ने समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि देवकीनंदन ठाकुर की बात जायज है, सबका बन रहा है तो बनने दीजिए, हमें तो नहीं लगता इसमें दिक्कत है। देवकीनंदन ठाकुर के अलावा कई साधु-संत भी सनातन बोर्ड की मांग उठा चुके हैं। देश भर में सनातन बोर्ड तो लेकर लोगों के बीच बहस शुरू हो चुकी है।
वक्फ बोर्ड रहेगा तो सनातन बोर्ड का निर्माण भी करना होगा- ठाकुर देवकीनंदन
मध्य प्रदेश में एक कार्यक्रम के बाद पत्रकारों के सवालों के जवाब देते हुए देवकीनंदन ठाकुर ने कहा कि देश में वक्फ बोर्ड रहेगा तो सनातन बोर्ड का निर्माण भी करना होगा। साथ ही उन्होंने कहा कि जितनी जमीन वक्फ बोर्ड ने हथिया कर रखी है, उतनी ही जमीन सनातन बोर्ड को भी देनी होगी। चेताते हुए देवकीनंदन ठाकुर ने कहा कि देश के संसद और एयरपोर्ट की जमीनें वक्फ बोर्ड की होने का दावा किया जा रहा है। हालात ऐसे रहे तो 10-12 साल बाद पूरे देश पर वक्फ बोर्ड अपना हक जताएगा। उन्होंने कहा कि सनातन बोर्ड के मुद्दे पर राजनीतिक पार्टियों को जवाब देना होगा और समर्थन करना होगा।
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JPC के पास है वक्फ बोर्ड एक्ट
केंद्र सरकार ने वक्फ बोर्ड एक्ट में बदलाव करने की दिशा में भी कदम उठाए, लेकिन मामला संयुक्त संसदीय समिति यानी जेपीसी के पास अटका है। विधेयक की जांच करने वाली समिति में लोकसभा से 21 और राज्यसभा से 10 सदस्य हैं। सरकार ने संसद के बजट सत्र में विधेयक पेश किया था और आगे की जांच के लिए इस विधेयक को जेपीसी को भेजने का निर्णय लिया गया था। केंद्र सरकार वक्फ बोर्ड अधिनियम 1995 में प्रस्तावित संशोधन लेकर आई, जिसे वक्फ (संशोधन) विधेयक 2024 के रूप में रखा है। वक्फ (संशोधन) विधेयक का उद्देश्य वक्फ बोर्डों में जवाबदेही और पारदर्शिता बढ़ाना है, जिसमें महिलाओं को अनिवार्य रूप से शामिल करना भी शामिल है।
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Published By : Deepak Gupta
पब्लिश्ड 26 October 2024 at 21:17 IST