अपडेटेड 11 September 2025 at 14:34 IST
Terrorist Arrested: आतंकी दानिश निकला गिरोह का सरगना, पाकिस्तानी हैंडलर के टच में था, गजवा लीडर ID और कोड नाम CEO; कई सनसनीखेज खुलासे
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने देश के अलग-अलग हिस्सों से गिरफ्तार पांच आतंकियों को लेकर बड़ा खुलासा किया है। ये आतंरी पाकिस्तानी हैंडलर के टच में था और सगरना का प्रमुख दानिश था।
- भारत
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दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल और केंद्रीय एजेंसियों ने मिलकर एक बड़े आतंकी हमले की साजिश को नाकाम कर दिया है। दिल्ली, मुंबई और झारखंड में एक साथ छापेमारी कर पांच संदिग्ध आतंकियों को गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तारी किए गए आतंकी ISIS के संपर्क में थे और सिलसिलेवार बम धमाके से दिल्ली को दहलाने की की योजना बना रहा था।
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पूरी साजिश का पर्दाफाश किया। जांच एजेंसियों के मुताबिक, इस मॉड्यूल का मास्टरमाइंड झारखंड का दानिश था, जो बीटेक पास है। दानिश ने खुद को सुरक्षा एजेंसियों से बचाने के लिए कोडनेम CEO रखा था और अपने मॉड्यूल का नाम ‘गजवा’ रखा था। वह पाकिस्तानी हैंडलर के संपर्क में था और सोशल मीडिया के जरिए युवाओं को भर्ती करता था। इस नेटवर्क में मुंबई के कल्याण के रहने वाले आफताब, कामरान और हुजैफा भी शामिल थे।
गिरोह का सरगना रांची से गिरफ्तार आतंकी दानिश
स्पेशल सेल के एडिशनल CP प्रमोद सिंह कुशवाहा ने कहा, "एक पैन इंडिया टेरर मॉड्यूल का खुलासा किया गया है। 5 अलग-अलग राज्यों में कार्रवाई की गई है। 5 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। असरार दानिश, जो रांची का रहने वाला है, का मुख्य किरदार था। इसके साथ में 2 लोग मुबंई के थे-सूफियान अबुबकर और आफताब अंसारी। इनको दिल्ली से गिरफ्तार किया गया है।
पाकिस्तानी हैंडलर के टच में थे आतंकी
हुजैफा यमन को तेलंगाना के निजामाबाद से गिरफ्तार किया गया है। कामरान कुरैशी को मध्य प्रदेश के राजगढ़ से गिरफ्तार किया गया है। इनके पास से काफी मात्रा में IED बनाने की सामग्री और उपकरण बरामद किए गए हैं। कुछ हथियार भी बरामद किए गए हैं। इनको एक खिलाफत-स्टाइल का एक समूह तैयार करना था। साथ ही, उन्हें कुछ टारगेटिड किलिंग का काम सौंपा जाना था। असरार दानिश का हैंडलर एक पाक समर्थित हैंडलर है। इसमें आगे की जांच की जाएगी।"
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कब्जा कर खिलाफत की शुरुआत करने की थी योजना
पुलिस ने खुलासा किया कि यह नेटवर्क पाकिस्तानी हैंडलर के संपर्क में था, जो उन्हें हथियार बनाने की तकनीक और तस्वीरें भेजता था। पाकिस्तान बेस्ड हैंडलर दानिश को वीडियो भेजता था फिर दानिश बाकी लड़कों को जाकिर नाईक के वीडियो भेजता था। NGO के तर्ज पर ये काम करते थे। एक लैंड लेनी थी जिसे खिलाफत घोषित करना था, गजबा करने का मकसद यहां से शुरू हुआ। खिलाफत के लिए कई जगह देखी, उसके लिए पैसे भी इक्कठे कर रहे थे।
दिल्ली को दहलाने की साजिश नाकाम
हैंडलर पहले रॉ मटीरियल जुटाने के निर्देश देता, फिर IED बनाने की योजना बनाता था। आफताब को हथियार सौंपा गया था और वह दिल्ली पहुंचा था, लेकिन हमला करने से पहले ही उसे धर दबोचा गया। 20-25 साल के युवा इनके निशाने पर थे।ये लोग सोशल मीडिया पर नजर रखते और समान विचारधारा वाले युवाओं को अपने नेटवर्क में शामिल करने की कोशिश करते थे। इनकी योजना किसी जगह पर कब्जा कर खिलाफत की शुरुआत करने की थी।
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Published By : Rupam Kumari
पब्लिश्ड 11 September 2025 at 14:34 IST