Published 18:20 IST, September 25th 2024
सावधान! एयरपोर्ट कस्टम ऑफिस के नाम से आती है कॉल तो लग सकता है लाखों का चूना, ऐसे होता है फर्जीवाड़ा
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की आईएफएसओ यूनिट ने एक बड़े फेक डिजिटल अरेस्ट स्कैम का भंडाफोड़ किया है। इस मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।
जतिन शर्मा
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की आईएफएसओ यूनिट (IFSO Unit) ने एक बड़े फेक डिजिटल अरेस्ट स्कैम (Digital Arrest Scam) का भंडाफोड़ किया है। इस मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, जिन्होंने आईवीआर फ्रॉड के जरिए 55 लाख रुपये की धोखाधड़ी की थी। पुलिस ने धोखाधड़ी से ठगे हुए 20 लाख रुपए फ्रीज करके पीड़ितों को वापस लौटा दिए है।
पुलिस ने आरोपियों से तीन मोबाइल फोन, सिम कार्ड, पासबुक, चेकबुक, दस्तावेज, पैन कार्ड और नकली कंपनियों से जुड़े स्टैम्प और सील बरामद किए हैं। आरोपियों की पहचान प्रभात कुमार शाह, राजेश कुमार (अलियास राजा) और अर्जुन सिंह के रूप में हुई है।
आरोपियों ने डिजिटल अरेस्ट कर बनाया ठगी का शिकार
इस मामले में पीड़ित ने आईएफएसओ में शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें बताया था कि उन्हें मुंबई एयरपोर्ट के कस्टम ऑफिस से फोन आया था। फोन करने वाले ने बताया था कि उनके नाम पर एक पार्सल पकड़ा गया है, जिसमें 16 नकली पासपोर्ट, 58 एटीएम कार्ड और 40 ग्राम एमडीएमए है। आरोपी ने पीड़ित को धमकी दी थी कि अगर वह पैसे नहीं देती है तो उसकी गिरफ्तारी हो जाएगी। आरोपी ने पीड़िता को कहा उसके खिलाफ मुम्बई पुलिस ने अरेस्ट वारेंट जारी किया हुआ है वो जल्दी सरेंडर कर दे, इसके बाद आरोपियो ने कहा सीबीआई के एक मामले में उसकी तलाश है जल्द गिरफ्तारी जरूरी है।
आरोपियों ने पीड़िता को कहा कि फिजिकल अरेस्ट की जगह फिलहाल डिजिटल अरेस्ट कर रहे है और वॉट्सऐप वीडियो कॉल्स के जरिए पूरा सर्विलांस रखा जाएगा।
डिजिटल अरेस्ट के दौरान किया 55 लाख का फ्रॉड
डिजिटल अरेस्ट के दौरान अलग अलग लोग खुद को मुम्बई पुलिस तो कभी सीबीआई और अलग अलग जांच एजेंसी के अधिकारी बताकर पीड़िता के एकाउंट्स की जांच कर रहे थे और डरा थे थे ऐसा न करने पर मनी लांड्रिंग के चार्जेज लगा दिए जाएंगे। इसी दौरान पीड़िता से 55 लाख रुपए का फ्रॉड किया गया।
पुलिस ने पीड़ित को लौटाए 20 लाख रुपए
जांच के दौरान आरोपी प्रभात कुमार और राजेश कुमार उर्फ राजा और अर्जुन तीनो को दिल्ली के बुराड़ी में ट्रेस किया गया और पता लगा प्रभात और राजेश केमिला सर्विस प्राइवेट लिमिटेड में प्रोप्राइटर्स है को है फ्रॉड फंड कंपनी है, अर्जुन फ्रॉड से कमाए हुए पैसो के लिए बैंक एकाउंट खोलता था, 55 लाख जो फ्रॉड किए गए थे उनमें से 20 लाख रुपए एचडीएफसी बैंक एकाउंट में पुलिस ने फ्रीज कर दिया और कोर्ट के जरिए पीड़ितों को लौटा दिए गए।
पुलिस ने आरोपियों को बुराड़ी से गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने नकली कंपनियों के जरिए पैसे लॉन्डर करने की कोशिश की थी। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और आगे की जांच जारी है।
Updated 18:20 IST, September 25th 2024