अपडेटेड 20 July 2024 at 15:04 IST

अकबर-बाबर नहीं चाहिए...दिल्ली में शाहजहां रोड के साइन बोर्ड पर पोती कालिख, लगाए जय श्रीराम के नारे

Delhi News: दिल्ली के शाहजहां रोड के साइन बोर्ड पर कालिख पोती गई है। इसके साथ ही वहां पर भीमराव अंबेडकर और गुरु गोविंद सिंह मार्ग के पोस्टर लगाए गए हैं।

Follow : Google News Icon  

Delhi News: दिल्ली के शाहजहां रोड के साइन बोर्ड पर कालिख पोती गई है। इसके साथ ही वहां पर भीमराव अंबेडकर और गुरु गोविंद सिंह मार्ग के पोस्टर लगाए गए हैं। बीती रात कुछ लड़कों ने लुटियंस दिल्ली में अकबर रोड, शाहजहां रोड के साइन बोर्ड पर कालिख पोती। 

उनका कहना है कि लुटियंस दिल्ली में अकबर रोड, शाहजहां रोड नाम नहीं होना चाहिए। हमारे जो सम्मानीय हैं उनके नाम से सड़कों के नाम होना चाहिए। साइबर अपराध प्रकोष्ठ के पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) ने शुक्रवार को कहा कि अकेले राष्ट्रीय राजधानी में हर दिन कम से कम 700 लोग साइबर धोखाधड़ी का शिकार हो रहे हैं और पिछले 18 महीनों में यह समस्या काफी बढ़ गई है।

रोज करीब 700 लोग हो रहे साइबर अपराध के शिकार 

पुलिस उपायुक्त (आईएफएसओ, जिसे साइबर अपराध इकाई भी कहा जाता है) हेमंत तिवारी ने यहां पीटीआई मुख्यालय में एजेंसी के संपादकों के साथ बातचीत में कहा कि साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर औसतन प्रति माह 55,000 से 60,000 कॉल या प्रतिदिन 1,700 कॉल आती हैं, जिनमें से 700 से 800 नयी शिकायतें प्रतिदिन होती हैं।

अकेले दिल्ली के ये आंकड़े बताते हैं कि यह समस्या पूरे देश में कहीं अधिक गंभीर हो सकती है। डीसीपी ने कहा, ‘‘ये कॉल ज्यादातर वित्तीय और अन्य विविध धोखाधड़ी से संबंधित हैं। वास्तव में, इन 700 कॉल में से 200-250 वित्तीय धोखाधड़ी से संबंधित हैं। साइबर अपराधी आमतौर पर तीन चीजों-अज्ञानता, लालच और पीड़ित के डर का फायदा उठाते हैं। धोखाधड़ी और चोरी जैसे पारंपरिक अपराध अब साइबर स्पेस में भी फैल गए हैं।’’

Advertisement

तिवारी ने एक उदाहरण देते हुए कहा कि पुलिस ने हाल में एक ऐसे मामले की जांच की जिसमें एक व्यक्ति को सिर्फ इसलिए 22 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ क्योंकि वह अपना निवेश दोगुना करना चाहता था।

अन्य कॉल ‘सेक्सटॉर्शन’ (यौन उत्पीड़न के मामलों में फंसाने का डर दिखाना), ‘डिजिटल अरेस्ट’ (धन उगाही के लिए ऑनलाइन डराना-धमकाना), मैट्रिमोनियल वेबसाइट के जरिये धोखाधड़ी और घर से काम करने के अवसर देने के बहाने धोखाधड़ी आदि से संबंधित हैं।

Advertisement

इसे भी पढ़ें: नेशनल क्रश कहे जाने पर बोलीं तृप्ति डिमरी- 'मैंने खुद को कभी सीरियसली नहीं लिया'

Published By : Kanak Kumari Jha

पब्लिश्ड 20 July 2024 at 09:31 IST