अपडेटेड 28 July 2024 at 07:49 IST
Rajendra Nagar Case: दिल्ली के राजेंद्र नगर को स्टूडेंट्स का हब माना जाता है। राजेंद्र नगर से देश के ब्यूरोक्रेट्स बनकर बाहर निकलते हैं। ऐसे में इस जगह की ऐसी स्थिति कि अगर कोई हादसा हो जाए तो लोगों का निकलना मुश्किल हो जाए। 27 जुलाई की शाम को दिल्ली के राजेंद्र नगर में IAS कोचिंग सेंटर में अचानक बारिश का गंदा पानी घुस गया। इस घटना में तीन स्टूडेंट्स की मौत हो गई। इस घटना से छात्रों के मन में सरकार और सिस्टम को लेकर गुस्सा भरा हुआ है। छात्रों ने दिल्ली सरकार के खिलाफ प्रदर्शन भी किया।
राजेंद्र नगर हादसे में दो छात्राओं और एक छात्र की मौत से गुस्साए छात्रों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। प्रदर्शनकारी छात्रों ने सड़क पर बैठकर नारेबाजी की। हादसे में जिन स्टूडेंट्स की मौत हो गई, उनकी पहचान भी सामने आई है। एक छात्रा का नाम श्रेया है, जिसकी उम्र 25 साल थी। दूसरी छात्रा का नाम तानिया है और वो भी 25 साल की थीं। वहीं नवीन की उम्र 28 साल थी। श्रेया के पिता ने बताया कि उन्होंने अपनी बच्ची का एडमिशन इसी साल के जून-जुलाई महीने में कराया था।
स्टूडेंट्स ने बच्चों का हत्यारा कौन? MCD और कोचिंग माफिया की तानाशाही नहीं चलेगी, दिल्ली प्रशासन मुर्दाबाद...जैसे नारे लगाए। एक छात्र का कहना है कि हम कॉमन स्टूडेंट हैं, हम यूपी से आए हैं, हमारे परिजन पढ़ाने के लिए भेजते हैं। कल यहां करंट आएगा, बच्चा मर जाएगा।
स्टूडेंट्स का कहना है कि ये UPSC का गढ़ है, यहां पर ब्यूरोक्रेट्स तैयार होते हैं। यहां पर पब्लिक अकाउंटेबिलिटी सिखाई जाती है। हमारी वजह से यहां की अर्थव्यवस्था चल रही है। हमारी कोई बात नहीं सुनना चाह रहा है।
एक छात्र ने कहा, "हम यहां पर अपना करियर बनाने के लिए आए हैं। हमारे मां-बाप ने अपने खून-पसीने की मेहनत यहां पर लगाई है। केजरीवाल सरकार क्या कर रही है, यहां पर पानी भर रहा है। सब ब्लैकमनी कर रहे हैं, मकानों का रेंट बढ़ा-बढ़ाकर लूट रहे हैं।"
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पब्लिश्ड 28 July 2024 at 07:35 IST