अपडेटेड 3 October 2024 at 15:44 IST
BREAKING: फिर फंसे यूट्यूबर एल्विश यादव, HIBOX APP धोखाधड़ी में साइबर सेल ने पूछताछ के लिए बुलाया
HIBOX APP 500 करोड़ की धोखाधड़ी मामले में शुक्रवार को यूट्यूबर एल्विश यादव को पूछताछ के लिए बुलाया गया है।
- भारत
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जतिन शर्मा
BREAKING: यूट्यूबर एल्विश यादव (Youtuber Elvish Yadav) एक बार फिर विवादों में फंस गए हैं। HIBOX APP 500 करोड़ की धोखाधड़ी मामले में शुक्रवार को यूट्यूबर एल्विश यादव को पूछताछ के लिए बुलाया गया है। साइबर सेल यानी IFSO यूनिट ने इस धोखाधड़ी के मास्टरमाइंड को गिरफ्तार किया है। HIBOX APP 500 करोड़ की धोखाधड़ी मामले में जल्द दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल IFSO यूनिट ED को लेटर भेजेंगी।
IFSO यूनिट ने आरोपी के चार बैंक खातों में मौजूद 18 करोड़ रुपये भी सीज किए गए हैं। इस एप्लीकेशन में आरोपी निवेशकों को गारंटेड रिटर्न देने का लालच देते थे। इस मामले में कुल 151 शिकायतें मिली थी और लगभग 500 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी सामने आयी है। इस मामले में दिल्ली पुलिस ने सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स / यूट्यूबर्स जिन्होंने ऐप को प्रमोट किया उन्हें नोटिस जारी किये हैं।
HIBOX APP के जरिए करीब 300 लोगों की ठगी
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गिरफ्तार आरोपी जिसकी पहचान जे. शिवराम के रूप में हुई है उसने इस हाइबॉक्स एप्लीकेशन के जरिये करीब तीस हजार लोगों को ठगा है। आरोपी निवेशकों को जमा की गई रकम पर 1 परसेंट से लेकर 5 परसेंट तक का दैनिक ब्याज देने का वादा किया था। दिल्ली पुलिस के मुताबिक इस धोखाधड़ी में निवेशकों को 1% से 5% तक की दैनिक ब्याज दर के झूठे लालच देकर ज्यादा रिटर्न का वादा किया गया था। कई पीड़ितों को सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स और यूट्यूबर्स ने इस ऐप में निवेश करने के लिए इंस्पायर किया था।
IFSO यूनिट को 16 अगस्त 2024 को 29 शिकायतें मिली
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शिकायत में आरोप लगाया गया कि कई सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स और यूट्यूबर्स जैसे सौरव जोशी, अभिषेक मल्हान, फुकरा इंसान, पूरब झा, एल्विश यादव, भारती सिंह और हर्ष लिंबाचिया, लक्षय चौधरी, आदर्श सिंह, अमित क्रेजी XYZ और दिलराज सिंह रावत, इंडियन हैकर ने HIBOX एप्लिकेशन को प्रमोट किया और निवेशकों को इस एप्पलीकेशन में पैसे लगाने के लिए इंस्पायर किया।
20 अगस्त 2024 को थाना स्पेशल सेल में मामला दर्ज किया गया
FIR की जांच के दौरान ये सामने आया कि HIBOX के खिलाफ साइबर दिल्ली के नार्थ ईस्ट जिले में एक मामला पहले से दर्ज था। इस मामले में 9 पीड़ितों के साथ इसी तरह की धोखाधड़ी की गई थी। इस मामले की जांच भी IFSO को सौंपी गई। जांच जब आगे बढ़ाई गई तो NCRP पोर्टल पर इसी तरह की धोखाधड़ी के 488 और मामले भी लिंक किए गए। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच शुरू की। जिन बैंक खातों में एप्लीकेशन के जरिए पैसे पहुंचे थे उनकी डिटेल ली गई। जांच के दौरान सामने आया कि EASEBUZZ और PhonePe के जरिए निवेशकों के पैसों को एकाउंटस तक पहुंचाया गया।
चार बैंक एकाउंट्स की पहचान की गई, इन्ही एकाउंट्स का इस्तेमाल धोखाधड़ी की रकम निकलने के लिए किया गया था। टेक्निकल सर्विलांस के जरिए आरोपी की पहचान की गई और जे. शिवराम को गिरफ्तार किया गया। जांच में सामने आया कि 18 करोड़ रुपये इन एकाउंट्स से आगे भेजे गए थे।
कैसे की गई धोखाधड़ी?
जांच में सामने आया कि आरोपी जे. शिवराज ने निवेशकों की 18 करोड़ रुपये की रकम सत्रुल्ला एक्सप्रेस प्राइवेट लिमिटेड के चार बैंक खातों में जमा की थी। आरोपी ने चेन्नई, तमिलनाडु के न्यू वॉशरमेनपेट में स्थित ऑफिस स्पेस को सत्रुल्ला एक्सप्रेस प्राइवेट लिमिटेड के नाम से लीज पर लिया था, वहीं से धोखाधड़ी का ये खेल खेला जा रहा था।
धोखाधड़ी का तरीका और HIBOX एप्लिकेशन क्या है?
HIBOX एक मोबाइल एप्लिकेशन है जो बड़ी साजिश के तहत धोखाधड़ी का हिस्सा था। इस ऐप के माध्यम से, 'HIBOX' ने सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स और यूट्यूबर्स की मदद से मासूम लोगों को बहकाया और उन्हें एप में निवेश करने के लिए प्रेरित किया। आरोपी निवेशकों को 1% से 5% की दैनिक गारंटीड रिटर्न का लालच देता था जो 30% से 90% मासिक हो जाता था।
इस मामले में EASEBUZZ और PhonePe की भूमिका की जांच की जा रही है, क्योंकि HIBOX चलाने वाले धोखेबाजों के मर्चेंट खातों को, EASEBUZZ और PhonePe ने बिना सत्यापन प्रक्रिया के और RBI के नियमों को दरकिनार कर वर्चुअली खोला गया था, जिसमें EASEBUZZ और PhonePe के कर्मचारियों की संलिप्तता से इनकार नहीं किया जा सकता और इस संबंध में जांच जारी है। साथ ही यूट्यूबर्स/सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स अभिषेक मल्हान, फुकरा इंसान, एल्विश यादव, लक्षय चौधरी, और पूरब झा को जांच में शामिल होने के लिए नोटिस जारी किये गये हैं।
Published By : Deepak Gupta
पब्लिश्ड 3 October 2024 at 15:30 IST