अपडेटेड 17 May 2024 at 14:32 IST
'तेरी हड्डी पसली तुड़वा देंगे, कहा- ऐसी जगह गाड़ेंगे पता भी...',स्वाति की FIR में विभव पर गंभीर आरोप
स्वाति मालीवाल शिकायत में विभव पर कई सनसनीखेज आरोप लगाए गए हैं। रिपब्लिक मीडिया के पास FIR की वो कॉपी है जिसमें महिला सांसद के साथ हुई बर्बरता की कहानी है।

Swati Maliwal FIR: स्वाति मालीवाल ने 13 मई की सुबह उनके साथ जिस तरह का बर्ताव किया गया उसकी एक एक बात लिखी गई है। मालीवाल ने बताया है कि उन्हें हड्डी पसली तोड़ने...जिंदा गाड़ने - की धमकी दी गई और होशो हवास खो बैठे शख्स ने एक सासंद को यहां तक कहा-तेरी औकात ही क्या है नीच औरत? दिल्ली महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष के मुताबिक गाली गलौज के बाद उन पर ताबड़तोड़ लात घूंसों से वार किया।
13 मई को स्वाति मालीवाल के साथ हुआ कांड पॉलिटिकल भूचाल ले आया है। सियासी हलकों में खलबली मची है तो आम आदमी पार्टी चारों ओर से घिर कुछ कहने की स्थिति में नहीं है। अब तक संजय सिंह का बयान ही सामने आया जिसमें उन्होंने आधिकारिक तौर पर बदसलूकी हुई है इसकी तस्दीक की। लेकिन तमाम सवालों के बावजूद अरविंद केजरीवाल इस मैटर पर खामोश हैं। स्वाति मालीवाल ने तीस हजारी कोर्ट में मजिस्ट्रेट के सामने अपना बयान दर्ज करा दिया।
मालीवाल ने बताया क्या हुआ था?
स्वाति मालीवाल ने अपने एफआईआर रिपोर्ट में 13 मई को सुबह 9 बजे घर पहुंची सीएम केजरीवाल से मिलने। उनके पीए को वॉट्सएप कॉल किया जिसका जवाब नहीं मिला...कुछ देर बाद विभव आए... मेरी तरफ से बिना किसी उकसावे के उसने (विभव) मुझे थप्पड़ मारना शुरू कर दिया। मैं चिल्लाती रही, उसने मुझे कम से कम 7-8 थप्पड़ मारे। मैं पूरी तरह सदमे में थी और बार-बार मदद के लिए चिल्ला रही थी। खुद को बचाने के लिए मैंने उसे अपने पैरों से दूर धकेला। इस बीच, वो फिर मुझ पर झपटा और बेरहमी से पिटाई करने लगा... मेरी शर्ट खींच दी। मेरी शर्ट के बटन खुल गए। उसने मेरा सिर पकड़ा और टेबल पर मार दिया।
मैं लगातार मदद के लिए चिल्ला रही थी और उसे अपने पैर से दूर धकेल रही थी। उसके बावजूद विभव कुमार नहीं माना और वो अपने पैरों से मेरे सीने, पेट और कमर के निचले हिस्से पर लात मारकर हमला करता रहा। मुझे बहुत ज्यादा दर्द हो रहा था और मैं उसे रुकने के लिए मिन्नतें करती रही। मेरी शर्ट निकलती जा रही थी। फिर भी वो मुझ पर हमला करता रहा। मैंने उससे बार-बार कहा कि मुझे पीरिएड आ रहे हैं और मुझे छोड़ दो। मुझे बहुत दर्द हो रहा था। हालांकि, उसने बिल्कुल रहम नहीं किया और वो बार-बार पूरी ताकत से हमला करता रहा। मैं किसी तरह छूटकर भागी। फिर मैं ड्राइंग रूम के सोफे पर बैठ गई और हमले के दौरान जमीन पर गिरे अपने चश्मे को उठाया। इस हमले के बाद मैं सदमे में आ गई। मुझे गहरा सदमा लगा और मैंने 112 नंबर पर कॉल करके घटना की सूचना दी।
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गाली दी, हड्डी पसली तोड़ने और जिंदा गाड़ने की धमकी
एफआईआर कॉपी अंग्रेजी में है वहीं कुछ बातें तो विभव कुमार की हैवानियत को दर्शाती हैं वो बातें हिंदी में लिखी है। अपनी मर्यादाओं को ताक पर रखते हुए आगे एक बार फिर बोलते हैं- कर ले तुझे जो करना है...तू हमारा कुछ नहीं बिगाड़ सकती...तेरी हड्डी पसली तुड़वादेंगे और ऐसी जगह गाड़ेंगे कि किसी को पता भी नहीं चलेगा।
13 मई को वारदात, 16 को एफआईआर और 17 को तीस हजारी कोर्ट
13 मई को स्वाति मालीवाल के साथ वारदात हुई उसी दिन वो पुलिस थाने पहुंची मुंह जबानी शिकायत की लिखित में नहीं। मामला आगे बढ़ा सियासी तूफान खड़ा हुआ तो इसके अगले दिन सांसद राज्य सभा सांसद और आप के बड़े नेता संजय सिंह ने पीसी की। माना कि मालीवाल के साथ बदसलूकी हुई है। वारदात को स्वीकार करने के बाद मामले ने और तूल पकड़ा। एक्शन लेने का दबाव पार्टी पर पड़ा। अरविंद केजरीवाल मीडिया के सवालों से बचते ही दिखे। इस सबके बीच राष्ट्रीय महिला आयोग ने दिल्ली पुलिस को नोटिस भेजा और तीन दिन में एक्शन टेकन रिपोर्ट तलब की। उसी रिपोर्ट को तैयार करने के सिलसिले में गुरुवार 16 मई को अतिरिक्त पुलिस आयुक्त के नेतृत्व में दो सदस्यीय टीम सेंट्रल दिल्ली स्थित स्वाति मालीवाल के आवास पहुंची। करीब साढ़े चार घंटे तक पुलिस की टीम स्वाति के घर पर मौजूद रही। स्वाति ने घटना की पूरी डिटेल्स एप्लीकेशन में लिखकर दी। FIR दर्ज की गई। 17 मई को तीस हजारी कोर्ट में मजिस्ट्रेट के सामने मालीवाल ने बयान दर्ज कराया।
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Published By : Kiran Rai
पब्लिश्ड 17 May 2024 at 14:09 IST