अपडेटेड July 7th 2024, 23:03 IST
मॉनसून आते ही बरसात शुरू हो जाती है इसी के साथ मार्केट में सब्जियों की किल्लत शुरू हो जाती है और बढ़ने लगते हैं सब्जियों के दाम। ऐसे में आम आदमी के किचन का बजट भी बिगड़ जाता है। एक बार फिर से दिल्ली- NCR में सब्जियों की कीमतें आसमान छूने लगी हैं। इस महंगाई से निजात पाने के लिए सरकार ने भी कदम उठाए हैं और दावा किया है कि आने वाले सप्ताह में सब्जियों की कीमतों में जो उछाल आई है वो कम हो जाएगी।
केंद्रीय उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय ने मीडिया से बातचीत करते हुए बताया कि भारत दक्षिणी राज्यों में सब्जियों की ताजा खेप की फसलें तैयार होने के करीब हैं। ऐसे में महंगी सब्जियों से निजात पाने के लिए हम वहां से ताजा सब्जियों की खेप मंगवाएंगे इसके साथ ही बाजारों में सब्जियों की किल्लत से राहत मिलेगी और आसमान छू रही सब्जियों के दामों से आम आदमी को राहत मिलेगी। मंत्रालय ने बताया कि दक्षिण भारत में अच्छी बारिश हुई है जिसकी वजह से वहां पर सब्जियों की खेती पहले शुरू हो गई थी अब अगले सप्ताह तक वहां से सब्जियों की खेप आनी शुरू हो जाएगी।
दिल्ली-NCR में एक बार सब्जियों के दाम आसमान छूने लगे हैं। आलू, टमाटर, प्याज लहसुन जैसी किचन की आवश्यक सब्जी ने पूरी रसोईं का बजट खराब करके रख दिया है। दिल्ली के अलावा कोलकाता और यूपी के कानपुर में भी सब्जियों की कीमतों ने रसोईं का बजट बिगाड़ दिया है। इन शहरों में टमाटर की कीमतें आसमान छू रही हैं जो टमाटर कभी सर्दियों में महज 10 रुपये किलो बिक रहा था वो 70 से 90 रुपये प्रति किलो के रेट से बिक रहा है। इसी तरह से आलू, प्याज, लहसुन, अदरक और धनिया की कीमतें भी आसमान छू रही हैं। जनता इसी इंतजार में बैठी है कि आखिर सब्जियों के दाम कब कम होंगे। सब्जियों की बढ़ती कीमतों को लेकर सरकार अलर्ट हो गई है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सब्जी व्यापारियों का कहना है कि इस साल तेज लू और गर्म हवाओं के चलते खेतों में टमाटर सहित कई सब्जियां खराब होकर सूख गईं और किसानों के खेतों से अचानक से सब्जियों की पैदावार कम हो गई। ऐसे में कम उत्पादन पर सब्जियों की मांग बढ़ गई जिसकी वजह से सब्जियों की कीमतों में इजाफा हो गया और महंगाई आम आदमी की रसोईं तक जा पहुंची। हालांकि सब्जियों की बढ़ी कीमतों के बावजूद बाजार में मिल रही महंगी सब्जियों का मुनाफा किसानों को नहीं मिल रहा है।
राजधानी दिल्ली की आजादपुर मंडी के अधिकारी ने मीडिया से बातचीत में बताया कि फिलहाल सिर्फ हिमाचल से आए टमाटरों की सप्लाई हो रही है जबकि प्याज की सप्लाई खत्म हो गई है। वहीं सब्जियों की बढ़ती कीमतों को लेकर उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय ने मीडिया को सस्ती सब्जियों के विकल्प की बात कही है। मंत्रालयल की ओर से जारी किए गए बयान में कहा गया है कि आंध्र प्रदेश और कर्नाटक में टमाटर की अच्छी फसलें हुईं हैं कुछ दिनों में ये टमाटर बाजार में दस्तक दे देंगे जिसके बाद हफ्ते भर में कीमतों की आई उछाल में कमी आएगी।
पब्लिश्ड July 7th 2024, 19:31 IST