अपडेटेड 9 August 2024 at 19:46 IST
तिहाड़ से बाहर निकलते ही भावुक हुए सिसोदिया, कार्यकर्ताओं के साथ लगाए नारे- जेल के ताले टूटेंगे...
दिल्ली शराब घोटाले में जेल में बंद मनीष सिसोदिया करीब 17 महीने बाद जमानत पर बाहर आ गए हैं। जेल से निकलते ही इंकलाब जिंदाबाद और भारत माता की जय का नारा लगाया।
- भारत
- 3 min read

Manish Sisodia Bail: दिल्ली शराब घोटाले में जेल में बंद मनीष सिसोदिया करीब 17 महीने बाद जमानत पर बाहर आ गए हैं। तिहाड़ जेल से निकलते ही मनीष सिसौदिया ने इंकलाब जिंदाबाद... और भारत माता की जय का नारा लगाया है। मनीष सिसोदिया का स्वागत करने के लिए बड़ी संख्या में उनके समर्थक जेल के बाहर पहुंचे थे। जेल से बाहर आने के बाद मनीष सिसोदिया थोड़े भावुक नजर आए। उन्होंने कहा कि मैं आपके प्यार, भगवान के आशीर्वाद, सत्य की शक्ति और सबसे बड़े बाबा साहेब के सपने के कारण जेल से बाहर आया हूं।
तिहाड़ से बाहर आते ही मनीष सिसोदिया ने सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा- 'अगर कोई तानाशाही सरकार सत्ता में आती है और विपक्षी नेताओं को जेल में डाल देती है, तो इस देश का संविधान उनकी रक्षा करेगा। मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि संविधान की इस ताकत से अरविंद केजरीवाल जेल से भी बाहर आएंगे। सुबह जब से यह आदेश आया है, मेरा रोम-रोम बाबा साहब का ऋणी महसूस कर रहा है। समझ नहीं आ रहा कि हम बाबा साहब का ऋण कैसे चुकाएंगे।"
शर्तों के साथ मिली जमानत
दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को दिल्ली आबकारी नीति मामले में सुप्रीम कोर्ट ने आज ही जमानत दे दी। सुप्रीम कोर्ट ने मनीष सिसोदिया को CBI और ED दोनों मामले में जमानत दी है। इसके लिए कोर्ट ने ट्रायल में देरी को मुख्य आधार माना है और प्री-ट्रायल हिरासत को गंभीरता से लिया है। कोर्ट ने जमानत देते हुए कहा कि स्वतंत्रता का अधिकार एक पवित्र अधिकार है। हालांकि अपने फैसले में कोर्ट ने कुछ शर्तें भी रखी हैं। जिसके मुताबिक मनीष सिसोदिया को अपना पासपोर्ट जमा कराना होगा। केस से जुड़े गवाहों को प्रभावित नहीं कर सकते। सबसे बड़ी ये शर्त है कि उन्हें हर सोमवार थाने में हाजिरी लगानी होगी। कोर्ट ने AAP नेता को 10 लाख के बॉन्ड पर जमानत दी है। इसके अलावा सिसोदिया को दो श्योरिटी भी जमा करानी होगी।
26 फरवरी, 2023 को CBI ने किया गिरफ्तार
दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को CBI ने 26 फरवरी, 2023 को दिल्ली आबकारी नीति 2021-22 में कथित अनियमितताओं के लिए गिरफ्तार किया था। बाद में यह नीति रद्द कर दी गई थी। इसके बाद ED ने उन्हें मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में 9 मार्च, 2023 को गिरफ्तार किया था। धनशोधन का यह मामला CBI की FIR से जुड़ा था। सिसोदिया ने 28 फरवरी, 2023 को दिल्ली कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया था। उनके पास शिक्षा मंत्रालय का भी प्रभार था। सिसोदिया ने जमानत दिए जाने का अनुरोध करते हुए कहा था कि वह 17 महीने से हिरासत में हैं और उनके खिलाफ मुकदमा अभी तक शुरू नहीं हुआ है।
Advertisement
Published By : Sagar Singh
पब्लिश्ड 9 August 2024 at 19:24 IST