अपडेटेड 12 December 2024 at 19:53 IST

दिल्ली पुलिस ने अवैध बांग्लादेशियों के खिलाफ सत्यापन अभियान में 20 से अधिक लोगों की पहचान की

दिल्ली पुलिस ने बृहस्पतिवार को राष्ट्रीय राजधानी में अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों के खिलाफ अपने सत्यापन अभियान के दूसरे दिन 20 से अधिक लोगों की पहचान की।

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Delhi Police launches special document check drive in Kalindi Kunj area to ascertain details about illegally staying Bangladeshi nationals
Delhi Police launches special document check drive in Kalindi Kunj area to ascertain details about illegally staying Bangladeshi nationals | Image: Republic

दिल्ली पुलिस ने बृहस्पतिवार को राष्ट्रीय राजधानी में अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों के खिलाफ अपने सत्यापन अभियान के दूसरे दिन 20 से अधिक लोगों की पहचान की। पुलिस सूत्रों ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि ये लोग पूर्वी दिल्ली के सीमापुरी इलाके में रह रहे हैं। एक अधिकारी ने बताया कि विभिन्न पुलिस थानों की टीम झुग्गी-झोपड़ियों वाले इलाकों और दिल्ली के कालिंदी कुंज, शाहीन बाग एवं जामिया नगर में संदिग्ध बांग्लादेशी प्रवासियों के मतदाता पहचान-पत्र तथा आधार कार्ड की जांच कर रही है।

दिल्ली के उपराज्यपाल सचिवालय ने मंगलवार को दिल्ली के मुख्य सचिव और पुलिस आयुक्त को राष्ट्रीय राजधानी में रह रहे अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों की पहचान करने तथा उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के लिए दो महीने का विशेष अभियान शुरू करने का निर्देश दिया।

पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘हमारे घर-घर सत्यापन के तहत कई टीम संदिग्ध लोगों के आधार कार्ड नंबर, मतदाता पहचान पत्र नंबर जैसे डेटा एकत्र कर रही हैं। डेटा एकत्र करने के बाद एक रिकार्ड तैयार किया जाएगा जिसे उचित सत्यापन के लिए विदेशी क्षेत्रीय पंजीकरण कार्यालय (एफआरआरओ) को भेजा जाएगा।’’

अधिकारी ने कहा कि एफआरआरओ को डेटा भेजने के अलावा पुलिस व्यक्तिगत रूप से यह भी पता लगाएगी कि आधार कार्ड नकली है या असली और यह किस वर्ष में पंजीकृत है।

पुलिस ने कहा कि कुछ निवासियों की पहचान संदिग्ध के तौर पर हुई है और उन्हें कानूनी प्रक्रिया पूरी होने के बाद निरुद्ध केंद्र (डिटेंशन सेंटर) में भेजे जाने की संभावना है। एक अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि जब ये टीम व्यक्तिगत रूप से जाकर डेटा की जांच करने जाती हैं, तो वे उचित रिकॉर्ड रखने के लिए अपने मोबाइल फोन से पूरी बातचीत को रिकॉर्ड भी कर रही हैं।

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अधिकारी ने कहा, ‘‘उनकी पहचान की जांच करने के अलावा हम पुलिस रिकॉर्ड की जांच कर यह भी पता लगाते हैं कि वे कहीं किसी आपराधिक गतिविधियों में तो लिप्त नहीं हैं।’’

अधिकारी ने बताया कि दिल्ली में 15 पुलिस जिले हैं और सभी जिला प्रमुखों को दो महीने तक अभियान चलाने के निर्देश दिए गए हैं।

उपराज्यपाल कार्यालय ने कहा कि यह कदम हजरत निजामुद्दीन के उलेमा और मुस्लिम नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल द्वारा शनिवार को उपराज्यपाल वी. के. सक्सेना से मुलाकात के बाद उठाया गया है। प्रतिनिधिमंडल ने बांग्लादेश में अल्पसंख्यक समुदायों के साथ हो रहे व्यवहार पर चिंता व्यक्त की और दिल्ली में घुसपैठियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का आग्रह किया।

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Published By : Deepak Gupta

पब्लिश्ड 12 December 2024 at 19:53 IST