अपडेटेड 7 April 2024 at 11:17 IST
5 लाख दाम, FB पर विज्ञापन...दिल्ली में ऐसे चल रही थी 'दिल के टुकड़ों' की मंडी, 8 नवजात रेस्क्यू
आरोपी फेसबुक पेज और वॉट्सऐप ग्रुप जैसे सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म पर विज्ञापन के माध्यम से बच्चे गोद लेने के इच्छुक निसंतान दंपतियों से जुड़ते थे।
- भारत
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Child Trafficking Gang: देश की राजधानी दिल्ली में 'बच्चों की मंडी' चल रही थी। सीबीआई ने नवजातों की खरीद-फरोख्त में शामिल तस्करों के नेटवर्क का सनसनीखेज खुलासा किया है। सीबीआई ने दिल्ली और हरियाणा के 7 ठिकानों पर छापेमारी की। एजेंसी ने डेढ़ दिन और 15 दिन के दो शिशुओं (लड़के) तथा एक महीने की एक बच्ची को रेस्क्यू किया। इस मामले में सात आरोपियों की गिरफ्तारी भी हुई है।
तलाशी अभियान के दौरान साढ़े पांच लाख रुपये नकद और अन्य दस्तावेज सहित आपत्तिजनक वस्तुएं बरामद की गई हैं। सीबीआई ने आईपीसी के विभिन्न प्रावधानों एवं किशोर न्याय (बच्चों की देखभाल व संरक्षण) अधिनियम 2015 के तहत 10 आरोपियों के विरुद्ध आपराधिक मामला दर्ज किया है।
फेसबुक पेज और व्हाट्सऐप ग्रुप पर आता था विज्ञापन
सीबीआई की अब तक की जांच से पता चला है कि आरोपी फेसबुक पेज और वॉट्सऐप ग्रुप जैसे सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म पर विज्ञापन के माध्यम से बच्चे गोद लेने के इच्छुक निसंतान दंपतियों से जुड़ते थे। आरोपी कथित तौर पर वास्तविक माता-पिता के साथ-साथ सेरोगेट माताओं से भी नवजात बच्चे खरीदते थे।
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इन नवजात बच्चों को चार से छह लाख रुपये में बेच दिया जाता था। जांच से जुड़े सीबीआई अधिकारियों के अनुसार, एजेंसी की गिरफ्त में आए आरोपी बच्चों को गोद लेने से संबंधित फर्जी दस्तावेज तैयार कराते थे। आरोपी कई निसंतान दंपतियों से लाखों रुपये की ठगी करने में भी संलिप्त हैं।
ऐसे हुआ गैंग का पर्दाफाश
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दरअसल सीबीआई की टीम को चाइल्ड ट्रैफिकिंग के बारे में एक गुप्त सूचना मिली थी जिसके आधार पर दिल्ली के कई इलाकों में रेड की गई। जिसमे से एक जगह केशवपुरम इलाके का ये घर भी है।,जहां से सीबीआई की टीम ने एक महिला समेत 7 लोगो को गिरफ्तार किया है और घर से तीन नवजात बच्चो को रेस्क्यू कराया गया है।
सीबीआई के मुताबिक इस बिल्डिंग से तीन बच्चों को बरामद किया है और पूछताछ में अभी तक पता चला है कि यहां से पिछले 1 महीने में करीब 10 बच्चों को यहां से बेचा जा चुका है सीबीआई की टीम ने अभी तक इस मामले में एक महिला, अस्पताल के वार्ड बॉय समेत 7 लोगो को गिरफ्तार किया है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार यह नवजात शिशु बच्चों को करीब 4 से 5 लाख रुपए के बीच में बेचा करते थे साथ सीबीआई की टीम का कहना है कि यह काफी बड़ा गिरोह है और काफी समय से इस तरह का गोरख धंधा चल रहा था।
कुछ बड़े अस्पताल, आईवीएफ सेंटर और असिस्टेंट लेबर कमिश्नर भी रडार पर
सूत्रों के मुताबिक सीबीआई की रडार पर असिस्टेंट लेबर कमिश्नर भी है उनके रोल का पता लगाया जा रहा है। सूत्रों के मुताबिक ये असिस्टेंट लेबर कमिश्नर इस सिंडिकेट का अहम हिस्सा है, सीबीआई ने इस असिस्टेंट लेबर कमिश्नर को भी हिरासत में लिया है।
Published By : Ankur Shrivastava
पब्लिश्ड 7 April 2024 at 11:17 IST