Published 10:52 IST, September 27th 2024
Delhi: बतौर CM आतिशी पहली बार विशेष सत्र में शामिल, पर आज होगी असली 'परीक्षा'!
आज दिल्ली विधानसभा में आतिशी की सरकार विश्वास प्रस्ताव ला सकती है। मंत्री गोपाल राय ने पिछले दिन विश्वास मत साबित करने को लेकर जानकारी दी थी।
Delhi News: 21 सितंबर को दिल्ली के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने वाली आतिशी को अपनी नई सरकार की स्थिति को मजबूत करने के लिए विधानसभा में अभी तक फ्लोर टेस्ट से गुजरना बाकी है। दिल्ली विधानसभा का दो दिवसीय विशेष सत्र आज खत्म हो जाएगा। बतौर सीएम आतिशी के लिए ये पहला सत्र है और 2013 के बाद से सिर्फ एक विधायक के रूप में अरविंद केजरीवाल का भी पहला सत्र है। हालांकि आज दिल्ली विधानसभा में आतिशी की सरकार विश्वास प्रस्ताव ला सकती है।
संवैधानिक प्रक्रिया के तहत जब नई सरकार का गठन होता है या मुख्यमंत्री बदलने के साथ मंत्रिमंडल बदलता है तो विधानसभा में पार्टी और सीएम को विश्वास प्रस्ताव लाना होता है। इसके तहत विधानसभा के भीतर पार्टी और मुख्यमंत्री को अपना विश्वास मत साबित करना होगा। विशेष सत्र के पहले दिन सदन के भीतर आतिशी ने विश्वास प्रस्ताव नहीं रखा। ऐसे में माना जा रहा है कि आतिशी आज फ्लोर पर विश्वास मत साबित करने के लिए प्रस्ताव रख सकती हैं।
गोपाल राय ने विश्वास प्रस्ताव लाने की बात की
शुरुआत में भी जानकारी आई कि नए सत्र का पहला एजेंडा हाल ही में दिल्ली की सीएम बनीं आतिशी के प्रति विश्वास मत हासिल करना होगा। इसके बाद आतिशी सरकार में मंत्री गोपाल राय ने विशेष सत्र के पहले दिन बताया कि दिल्ली से जुड़े मौजूदा मुद्दों पर चर्चा होगी। आतिशी के नेतृत्व में नए मंत्रिमंडल के कार्यभार संभालने के बाद नई सरकार सदन में विश्वास मत पेश करेगी।
दिल्ली में AAP के पास 60 विधायक
दिल्ली विधानसभा में आम आदमी पार्टी के पास प्रचंड बहुमत है। दिल्ली की सत्तारूढ़ पार्टी के पास 70 सदस्यीय विधानसभा में 60 विधायक हैं। भारतीय जनता पार्टी के 7 सदस्य हैं और बाकी 3 सीटें खाली हैं। ऐसे में स्पष्ट है कि आतिशी को विश्वास मत साबित करने के लिए किसी तरह की चुनौती का सामना नहीं करना पड़ेगा।
दिल्ली विधानसभा सत्र के पहले दिन हुआ हंगामा
दिल्ली विधानसभा का विशेष सत्र गुरुवार को जबरदस्त हंगामे के साथ शुरू हुआ। विधानसभा के भीतर सत्ता पक्ष और विपक्ष के विधायक आमने-सामने आ गए। दोनों पक्षों ने सदन के भीतर जमकर एक दूसरे के खिलाफ नारेबाजी की। काफी देर तक हंगामा चलता रहा। स्पीकर रामनिवास गोयल ने मार्शल की मदद से बीजेपी के विधायकों को सदन से बाहर करा दिया। बाद में बीजेपी विधायक सदन के अंदर आए तो डीटीसी बस मार्शलों के मुद्दे पर बहस हुई। इस दौरान सदन में स्पीकर और बीजेपी विधायक मोहन लाल बिष्ट के बीच भी बहस देखने को मिली थी।
Updated 10:52 IST, September 27th 2024