अपडेटेड 21 February 2025 at 11:25 IST

BREAKING: CM रेखा गुप्ता को Z Category Security के बाद सभी 6 नए मंत्रियों को भी सुरक्षा; 4 को पहले से मिली है सिक्योरिटी

दिल्ली सरकार के नए कैबिनेट मंत्रियों की सुरक्षा को लेकर दिल्ली पुलिस अलर्ट मोड में आ गई है। सभी 6 मंत्रियों की सुरक्षा की समीक्षा की जाएगी।

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रेखा कैबिनेट | Image: x/@gupta_rekha

Delhi Cabinet Security : दिल्ली सरकार के नए कैबिनेट मंत्रियों की सुरक्षा को लेकर दिल्ली पुलिस अलर्ट मोड में आ गई है। सभी 6  मंत्रियों की सुरक्षा की समीक्षा की जाएगी। वहीं शपथ लेने के बाद ही दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता को भी Z सिक्योरिटी दी गई। 

गृहमंत्रालय की येलो बुक में VIP और VIP  की सुरक्षा व्यवस्था का जिक्र किया गया है। नियम कहता है, दिल्ली की मुख्यमंत्री को Z सिक्योरिटी दी जाएगी। इससे पहले दिल्ल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री आतिशी को भी गृह मंत्रालय के निर्देश पर दिल्ली पुलिस द्वारा ‘जेड’ श्रेणी की सुरक्षा दी गई थी। अपने 15 साल के कार्यकाल के दौरान पूर्व कांग्रेस सीएम शीला दीक्षित को भी ‘जेड’ श्रेणी की सुरक्षा मिली थी।  

इन मंत्रियों को पहले से मिली है सुरक्षा:

मनजिंदर सिंह सिरसा – Z श्रेणी की सुरक्षा
कपिल मिश्रा – Y श्रेणी की सुरक्षा
प्रवेश वर्मा – Y श्रेणी की सुरक्षा
आशीष सूद – Y श्रेणी की सुरक्षा

जानें कितने जवान बनेंगे सुरक्षा कवच 

कैबिनेट मंत्री बनने के बाद दिल्ली पुलिस बाकी सभी मंत्रियों की सुरक्षा का रिव्यू कर रही है। सरकार के वरिष्ठ नेताओं और मंत्रियों की सुरक्षा को लेकर खतरे की आशंका को देखते हुए यह फैसला लिया गया है। वहीं शपथ ग्रहण के साथ ही रेखा गुप्ता को हाई लेवल की सुरक्षा मिली। जवानों का दस्ता उनकी सुरक्षा के लिए तैनात है। जानिए, दिल्ली की नई मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता को मिली जेड कैटेगरी की सिक्योरिटी में कितने जवानों का दस्ता देगा सुरक्षा। 

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देश के खास व्यक्तियों को अलग-अलग तरह की सुरक्षा मिलती है. इसमें X, Y, Z, Z+ और SPG सिक्योरिटी शामिल हैं। सीएम को जेड श्रेणी की सुरक्षा मिलती है। सुरक्षा एजेंसियों के अनुसार, अगर गृह मंत्रालय को यह महसूस होता है कि सुरक्षा व्यवस्था को और अधिक मजबूत करने की आवश्यकता है, तो वह अतिरिक्त प्रबंधों के निर्देश दे सकता है।

कैसी होती है 'Z Security' व्यवस्था?

अब सवाल उठता है कि Z श्रेणी की सुरक्षा वास्तव में कितनी शक्तिशाली और विस्तृत होती है। भारत में तीसरी सबसे ऊंची श्रेणी की सुरक्षा व्यवस्था Z सिक्योरिटी होती है। सबसे उच्चतम स्तर की सुरक्षा SPG (स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप) होती है, जो विशेष रूप से प्रधानमंत्री की सुरक्षा के लिए गठित है। इसके बाद Z+ श्रेणी आती है, जिसमें 55 जवान तैनात किए जाते हैं।

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Z+ श्रेणी की सुरक्षा विशेष रूप से राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (NSG) कमांडो द्वारा दी जाती है। ये विशेष प्रशिक्षित सुरक्षाकर्मी पलभर में किसी भी खतरे को समाप्त करने की क्षमता रखते हैं। वर्तमान में गृह मंत्री अमित शाह और RSS प्रमुख मोहन भागवत को Z+ सुरक्षा प्राप्त है। वहीं, Z श्रेणी की सुरक्षा में कुल 22 सुरक्षाकर्मियों का दस्ता तैनात किया जाता है। इसमें कमांडो, सशस्त्र पुलिसकर्मी, निजी सुरक्षा अधिकारी (PSO), एस्कॉर्ट वाहन और सतर्क निगरानी रखने वाले वॉचर्स शामिल होते हैं।

क्या Z सुरक्षा के लिए भुगतान करना होता है? 

एक सावाल यह भी उठता है कि क्या Z श्रेणी की सुरक्षा प्राप्त करने वाले व्यक्ति को इसके लिए शुल्क अदा करना पड़ता है? दरअसल ये सुरक्षा किसी सरकारी पदाधिकारी, मंत्री या किसी संवैधानिक पद पर आसीन व्यक्ति को दी जाती है, तो इसका खर्च सरकार खुद उठाती है। लेकिन अगर किसी उद्योगपति, सेलिब्रिटी या निजी क्षेत्र से जुड़े व्यक्ति को यह सुरक्षा दी जाती है, तो उन्हें इसके लिए भुगतान करना पड़ता है। उदाहरण के लिए, योगगुरु बाबा रामदेव और आमिर खान को भी Z श्रेणी की सुरक्षा मिली, इसके लिए शुल्क देना पड़ा। रेखा गुप्ता के मुख्यमंत्री बनने के बाद उनकी सुरक्षा का स्तर बढ़ाया जाएगा और गृह मंत्रालय की समीक्षा के बाद आवश्यकतानुसार सुरक्षा घेरे में बदलाव किया जा सकता है।

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Published By : Nidhi Mudgill

पब्लिश्ड 21 February 2025 at 10:53 IST