अपडेटेड 20 June 2024 at 15:29 IST

जून ने 'भूना'! दिल्‍ली में लू से अबतक 192 मौतें; फुटपाथ पर रह रहे लोगों के लिए कातिल बनी गर्मी

दिल्ली में 48 घंटे में 50 शव बरामद किए गए हैं, वजह है भीषण गर्मी और लू, बेबस लोग जो घर से बाहर फुटपाथ पर सोने को मजबूर है उन लोगों के लिए गर्मी काल बन कर आई है

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गर्मी से मौत | Image: Pixabay / Representative

Delhi Homeless people Death : दिल्ली में 48 घंटे में 50 शव बरामद किए गए हैं, वजह है भीषण गर्मी और लू, बेबस लोग जो घर से बाहर फुटपाथ पर सोने को मजबूर है उन लोगों के लिए ये गर्मी काल बन कर आई है। भीषण गर्मी में लू और डिहाइड्रेशन के चलते समय पर इन लोगों को संभालने वाला कोई नहीं मिलता, ऐसे में फुटपाथ पर ही ये लोग दम तोड़ देते हैं।

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में लगातार भीषण गर्मी और लू से लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, इस बीच दिल्ली पुलिस ने बताया कि बुधवार को इंडिया गेट के पास बच्चों को पार्क में एक बुजुर्ग व्यक्ति का शव दिखाई दिया, जिसके बाद लावारिस शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। 

जून में 192 बेघर लोगों की मौत 

जून में अब तक दिल्ली में 192 बेघर लोगों की मौत गर्मी के कारण हो चुकी है। वहीं, बेघर लोगों के लिए काम करने वाले एक NGO सेंटर फॉर होलिस्टिक डेवलपमेंट ने दावा किया है कि 11 से 19 जून के बीच दिल्ली में भीषण गर्मी के कारण 192 बेघर लोगों ने दम तोड़ दिया। वहीं, भीषण गर्मी के चलते लू लगने से जान गंवाने वाले लोगों और यहां अस्पतालों में इससे पीड़ित मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ी है।

जल संकट से भी जूझ रही दिल्ली

भीषण गर्मी के बीच दिल्ली इन दिनों गंभीर जल संकट से भी जूझ रही है, अधिकतम तापमान की बात की जाए तो 43.6 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया जा रहा है। केंद्र द्वारा संचालित राममनोहर लोहिया (RML) अस्पताल में पिछले दो दिन में 22 मरीज लाए गए। अस्पताल में 5 मौतें हुई हैं और 12 से 13 मरीज ICU में भर्ती है।

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लू से मरने का कारण ऐसे पता लगता है

वहीं, अस्पताल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि, ‘पीड़ितों को कोई अन्य बीमारी नहीं थी। जब ऐसे लोग अस्पताल आते हैं, तो उनके शरीर का तापमान दर्ज किया जाता है और यदि यह 105 डिग्री फारेनहाइट से ज्यादा पाया जाता है और कोई अन्य कारण नहीं होता है, तो उन्हें लू से पीड़ित मरीज घोषित कर दिया जाता है।’ उन्होंने बताया, ‘लू के कारण मरने वालों को हीट स्ट्रोक का संदिग्ध मामला घोषित किया जाता है। दिल्ली सरकार की एक समिति है जो बाद में मौतों की पुष्टि करती है।’

गर्मी के चलते अस्पताल में खास इंतजाम

शरीर को तुरंत ठंडा करने के लिए कुछ अस्पतालों ने अपनी तरफ से ‘हीटस्ट्रोक यूनिट’ स्थापित की है। वहीं एक अधिकारी ने बताया कि, ‘इस यूनिट में कूलिंग तकनीक है और मरीजों को बर्फ और पानी से भरे बाथटब में रखा जाता है। जब मरीज के शरीर का तापमान 102 डिग्री फारेनहाइट से नीचे चला जाता है, तो उनकी निगरानी की जाती है। अगर उनकी हालत स्थिर होती है, तो उन्हें वार्ड में शिफ्ट कर दिया जाता है। नहीं तो उन्हें वेंटिलेटर पर रखा जाता है। फिलहाल भर्ती होने वाले ज्यादातर मरीज मजदूर ही हैं।’

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सफदरजंग अस्पताल में लू लगने से बीमार होने के कुल 60 मरीज आए, जिनमें से 42 को भर्ती किया गया। अस्पताल ने 6 लोगों की मौत की सूचना दी है, जिसमें 60 साल की महिला और 50 साल का एक व्यक्ति भी शामिल है। जिनकी मंगलवार को मौत हो गई।

लोकनायक जयप्रकाश (LNJP) अस्पताल के अधिकारियों के अनुसार, पिछले दो दिन में हीट स्ट्रोक के कारण 4 मरीजों की मौत हो गई है। अस्पताल के एक अधिकारी ने बताया, ‘मंगलवार को संदिग्ध हीट स्ट्रोक के कारण दो मौतें हुईं और बुधवार को भी दो लोग हताहत हुए। हीट स्ट्रोक के 16 मरीज भर्ती हैं।’

हीट स्ट्रोक के लक्षणों के बारे में जरूर जानें

हीट स्ट्रोक के लक्षणों पर बात करते हुए अस्पताल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि मरीज शरीर में पानी की मात्रा घटने के कारण कभी-कभी बेहोश हो जाते हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें बहुत तेज बुखार भी होता है, जिससे शरीर का तापमान 106 से 107 डिग्री फारेनहाइट तक पहुंच जाता है।

दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल में हर दिन ओपीडी में हीट स्ट्रोक के 30 से 35 मामले सामने आ रहे हैं। अस्पताल के आंतरिक चिकित्सा विभाग के अध्यक्ष डॉ. अतुल कक्कड़ ने कहा, ‘ओपीडी में डॉक्टर सुविधाएं गर्मी से होने वाली बीमारियों से संबंधित हर हफ्ते 30 से 35 मामलों की रिपोर्ट कर रही हैं। इनमें मांसपेशियों में ऐंठन और थकावट जैसी स्थितियां शामिल हैं।’

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भीषण गर्मी से बढ़ रही ये बीमारियां

भीषण गर्मी के कारण ल्यूपस का प्रकोप बढ़ रहा है जो त्वचा, जोड़ों और गुर्दे के अलावा अन्य अंगों को भी प्रभावित करता है। ल्यूपस से पीड़ित लोगों को अक्सर तापमान बढ़ने के साथ ही लक्षण बढ़ने लगते हैं। मौसम विभाग ने बताया कि दिल्ली में बुधवार को 12 सालों में सबसे गर्म रात रही और न्यूनतम तापमान 35.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य से आठ डिग्री ज्यादा था। इस बीच पुलिस ने जानकारी दी है कि उन्हें लगातार सुरक्षा गार्डों, भिखारियों या वंचित वर्ग के लोगों की स्वाभाविक मौतों के संबंध में फोन पर सूचना मिल रही है।

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Published By : Nidhi Mudgill

पब्लिश्ड 20 June 2024 at 09:06 IST