अपडेटेड 18 July 2025 at 09:57 IST
Delhi: आम आदमी पार्टी पर मनी लॉन्ड्रिंग के 3 केस दर्ज, अस्पताल, CCTV और DUSIB घोटालों में ED की कार्रवाई
आम आदमी पार्टी की स्थापना भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन से हुई थी। दिल्ली की सत्ता में रहने के बाद अब पार्टी खुद कई भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरी हुई है। अस्पताल निर्माण, सीसीटीवी और DUSIB घोटालों में ईडी की ताजा कार्रवाई ने पार्टी की मुश्किलें बढ़ा दी हैं।
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Delhi News : आम आदमी पार्टी (AAP) की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं रही हैं। ED ने AAP नेताओं पर 3 नए मनी लॉन्ड्रिंग केस दर्ज किए हैं। ये नए केस दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार के वक्त हुए कथित 3 अलग-अलग घोटालों में दर्ज किए गए हैं। इसमें अस्पताल निर्माण, CCTV प्रोजेक्ट और दिल्ली अर्बन शेल्टर इम्प्रूवमेंट बोर्ड (DUSIB) शामिल हैं।
इन मामलों में आप के वरिष्ठ नेताओं, विशेष रूप से पूर्व स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज और सत्येंद्र जैन की भूमिका जांच के दायरे में है। अब ED जल्द ही इन नेताओं को पूछताछ के लिए समन भेज सकती है और छापेमारी की संभावना भी जताई जा रही है। CBI और दिल्ली के भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) की प्राथमिकियों के आधार पर ED ने यह कार्रवाई शुरू की है।
अस्पताल निर्माण घोटाला (5,590 करोड़)
2018-19 में दिल्ली सरकार ने 24 अस्पतालों के निर्माण के लिए ₹5,590 करोड़ के प्रोजेक्ट्स को मंजूरी दी थी। 6 महीने में ICU अस्पताल बनना था, लेकिन 3 साल बाद भी काम अधूरा रहा। इनमें से कई प्रोजेक्ट्स में गंभीर अनियमितताओं के आरोप लगे हैं। जैसे-
- प्रोजेक्ट्स को 6 महीने में पूरा करना था, लेकिन 3 साल बाद भी अधिकांश काम अधूरा।
- 800 करोड़ खर्च होने के बावजूद केवल 50% काम पूरा हुआ।
- LNJP अस्पताल की लागत 488 करोड़ से बढ़कर 1,135 करोड़ रुपये हो गई, बिना किसी ठोस प्रगति के।
- कई स्थानों पर बिना मंजूरी के निर्माण कार्य शुरू किए गए और ठेकेदारों की भूमिका संदिग्ध पाई गई।
- हॉस्पिटल इन्फॉर्मेशन मैनेजमेंट सिस्टम (HIMS) 2016 से लंबित है, जिसे जानबूझकर टालने का आरोप है।
पूर्व स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज और सत्येंद्र जैन इस मामले में जांच के दायरे में हैं। ED का दावा है कि इस घोटाले में मनी लॉन्ड्रिंग के सबूत मिले हैं, जिसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
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सीसीटीवी घोटाला (571 करोड़)
2019 में दिल्ली सरकार ने 70 विधानसभा क्षेत्रों में 1.4 लाख CCTV लगाने के लिए 571 करोड़ रुपये का प्रोजेक्ट शुरू किया था। यह ठेका भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (BEL) को दिया गया था, लेकिन प्रोजेक्ट में कई अनियमितताएं सामने आई हैं।
- प्रोजेक्ट समय पर पूरा नहीं हुआ, जिसके चलते BEL पर 17 करोड़ का जुर्माना लगाया गया।
- बिना किसी स्पष्ट कारण के यह जुर्माना बाद में माफ कर दिया गया।
- आरोप है कि इसके बदले में सत्येंद्र जैन को ठेकेदारों के जरिए 7 करोड़ की रिश्वत दी गई।
- ठेके के आवंटन और भुगतान में वित्तीय अनियमितताओं की जांच चल रही है।
- ED ने इस मामले में मनी लॉन्ड्रिंग की जांच शुरू की है और जल्द ही संबंधित व्यक्तियों से पूछताछ की जाएगी।
DUSIB घोटाला (207 करोड़)
दिल्ली अर्बन शेल्टर इम्प्रूवमेंट बोर्ड (DUSIB) से जुड़े कथित कई घोटालों ने AAP की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। इनमें फर्जी दस्तावेजों और लॉकडाउन के दौरान कथित तौर पर फर्जी काम दिखाकर रुपयों की हेराफेरी के आरोप शामिल हैं।
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- फर्जी फिक्स्ड डिपॉजिट रिसीट्स (FDR) के जरिए 207 करोड़ की हेराफेरी का दावा।
- पटेल नगर में 15 लाख का सड़क घोटाला, जिसमें फर्जी कागजातों के आधार पर भुगतान किया गया।
- लॉकडाउन के दौरान 250 करोड़ के शेल्टर होम प्रोजेक्ट में अनियमितताएं, जिसमें कथित तौर पर गैर-मौजूद (घोस्ट) वर्कर्स के नाम पर वेतन निकाला गया।
- निकाले गए धन का एक हिस्सा कमीशन के रूप में AAP नेताओं तक पहुंचने का आरोप।
- CBI और ACB की जांच में इन अनियमितताओं का खुलासा हुआ, जिसके आधार पर ED ने मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया है।
ED ने इन तीनों मामलों में प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA) के तहत मामले दर्ज किए हैं। सीबीआई और एसीबी की प्राथमिकियों में मिले सबूतों के आधार पर ईडी ने यह कदम उठाया है। आप के शीर्ष नेताओं को जल्द ही समन भेजे जा सकते हैं और छापेमारी की भी संभावना है। इन मामलों की जांच से क्या नतीजे निकलते हैं, यह देखना होगा, लेकिन फिलहाल आप नेताओं पर कानूनी शिकंजा कसता जा रहा है।
Published By : Sagar Singh
पब्लिश्ड 18 July 2025 at 09:42 IST