Advertisement

अपडेटेड 28 May 2024 at 13:47 IST

दिल्ली बेबी केयर कांड के आरोपी डॉक्टर को स्पॉट पर ले जा सकती पुलिस, वहीं होगी पूछताछ

दिल्ली बेबी केयर सेंटर कांड मामले के आरोपी डॉक्टर को दिल्ली पुलिस आज घटनास्थल पर लेकर जा सकती है और वहीं पर पूछताछ भी हो सकती है।

Reported by: Kanak Kumari Jha
Follow: Google News Icon
Advertisement
Delhi Baby Care Fire Incident
दिल्ली बेबी केयर सेंटर में आग लगने की घटना में पुलिस का एक्शन। | Image: R Bharat

दिल्ली बेबी केयर सेंटर कांड मामले के आरोपी डॉक्टर नवीन को दिल्ली पुलिस आज घटनास्थल पर लेकर जा सकती है और वहीं पर पूछताछ भी हो सकती है। पुलिस लगातार बेबी केयर सेंटर से जुड़ी तमाम जानकारी जुटाने में लगी है। पुलिस की जांच में सामने आया कि अस्पताल का लाइसेंस नवीन के नाम पर ही रजिस्टर है।

दिल्ली पुलिस के सूत्रों के मुताबिक हॉस्पिटल में आग लगने के कारण डीवीआर भी पूरी तरह खत्म हो गया है। पुलिस के पास हॉस्पिटल के अंदर का कोई सीसीटीवी फुटेज नहीं है। पुलिस की जांच में पाया गया कि जब हादसा हुआ, तब नवीन अस्पताल में मौजूद नहीं था। पूछताछ में उसने बताया कि उसे नहीं पता कि हादसा कैसे हुआ।

हादसे के बाद जयपुर क्यों गया नवीन?

जब आग लगने की घटना घटी तो इसके बाद नवीन जयपुर चला गया। पुलिस नवीन से ये भी पूछने वाली है कि आखिर हादसे के बाद नवीन जयपुर क्यों गया था। मामले के दूसरे आरोपी आकाश से भी पुलिस पूछताछ कर रही है। पुलिस दूसरे आरोपी आकाश का सर्टिफिकेट चेक करेगी, क्योंकि अब तक ये साफ नहीं हो पाया है कि आकाश ने मेडिकल में कौन सी डिग्री हासिल की है।

7 मासूमों की मौत के बाद जागी दिल्ली सरकार

दिल्ली के विवेक विहार में बेबी केयर में हुए अग्निकांड में 7 मासूमों की जिंदगी चली गई। 7 मांओं ने अपने दुधमुंहे नौनिहालों को खो दिया। क्या पता था जिस बेबी केयर में वो अपने जिगर के टुकड़ों को जिंदगी देने के लिए लाए हैं वो उनके लिए लाक्षागृह साबित होगा। 7 मासूमों की मौत के बाद दिल्ली सरकार की नींद टूटी है। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने राज्य के सभी सरकारी और निजी अस्पतालों को 8 जून तक फायर ऑडिट पूरा कर अनुपालन रिपोर्ट सौंपने को कहा है।

सौरभ भारद्वाज ने बताया कि इस अस्पताल का मालिक पश्चिम पुरी इलाके में एक ऐसा ही अस्पताल चलाता है। उनके खिलाफ पहले भी अलग-अलग मामलों में दो मुकदमे दर्ज हो चुके हैं। एक बार औचक निरीक्षण के दौरान उनके अस्पताल में खामियां पाए जाने पर मामला दर्ज किया गया था और अगली बार उन्हें बिना पंजीकरण के अस्पताल चलाते हुए पाया गया था। हमें उन मामलों में जल्द फैसले की उम्मीद है, ताकि उसे सजा मिल सके।

इसे भी पढ़ें: AK-47 की गोलियां, पिस्‍टल और हैंड ग्रेनेड... अनंतनाग पुलिस ने हथियारों के साथ दो को किया गिरफ्तार

पब्लिश्ड 28 May 2024 at 08:57 IST