अपडेटेड 24 May 2024 at 21:44 IST

Cyclone Remal: बंगाल की ओर 102 KM की रफ्तार से आगे बढ़ रहा रेमल, इन राज्यों पर भी पड़ेगा असर

मौसम विभाग ने चक्रवाती तूफान रेमल के 102 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से पश्चिम बंगाल की ओर बढ़ने की संभावना जताई है।

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Low Pressure to Form Over Bay of Bengal on Wednesday, Will it Turn Into a Cyclone?
रेमल तूफान का अलर्ट | Image: File

भारतीय मौसम विभाग ने चक्रवाती तूफान रेमल को लेकर अलर्ट जारी किया है। IMD ने जानकारी दी है कि रेमल तूफान 102 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से पश्चिम बंगाल की ओर आगे बढ़ रहा है। इसकी वजह से कई तटीय जगहों पर भारी बारिश होने की संभावना भी है।

IMD ने पश्चिम बंगाल, उत्तरी ओडिशा, मिजोरम, त्रिपुरा और दक्षिण मणिपुर के तटीय जिलों में 26 और 27 मई को बारिश की आशंका जताई है। इस वजह से समुद्र में मछली पकड़ने वाले मछुआरों को भी 27 मई तक बंगाल की खाड़ी में ना जाने की सलाह दी गई है। IMD के अनुसार असम, मेघालय और अरुणाचल प्रदेश में 27 मई को भारी से बहुत भारी वर्षा (115.5-204.5 मिलीमीटर) हो सकती है।

इन राज्यों में हीटवेव का अलर्ट

वहीं राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली के कई हिस्सों और पश्चिम उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में हीट वेभ से गंभीर हीटवेव चलने की उम्मीद की जा रही है। इसके अलावा जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश,पूर्वी उत्तर प्रदेश, और मध्य प्रदेश के अलग-अलग जगहों पर 27 मई को हीटवेव चलने का अलर्ट जारी किया है। गुजरात, सौराष्ट्र और कच्छ के अलग-अलग हिस्सों में भी शुक्रवार को हीटवेव की उम्मीद जताई है।

रेमल उत्तर-पूर्व की ओर बढ़ सकता है, जिसकी वजह से आज यानि 24 मई को मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर चक्रवाती सर्कुलेशन बन सकता है। 25 मई की सुबह पूर्व-मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक चक्रवाती तूफान बनेगा। IMD की वैज्ञानिक मोनिका शर्मा ने बताया, ‘‘यह शुक्रवार की सुबह तक मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक दबाव क्षेत्र में केंद्रित हो जाएगा। यह शनिवार की सुबह एक चक्रवाती तूफान में बदल जायेगा और इसमें तेजी आयेगी। इसके बाद रविवार शाम तक यह एक गंभीर चक्रवाती तूफान के रूप में बांग्लादेश और निकटवर्ती पश्चिम बंगाल तट पर पहुंचेगा।"

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30 सालों में समुद्र का तापमान सबसे अधिक

मौसम विभाग ने बीते 30 सालों में समुद्र की सतह का तापमान सबसे अधिक दर्ज किया है। IMD के वैज्ञानिक के अनुसार समुद्र की सतह पर तापमान ज्यादा होने की वजह से नमी बहुत ज्यादा होगी, जिससे चक्रवात की तीव्रता अनुकूल हो सकती है। 

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Published By : Kanak Kumari Jha

पब्लिश्ड 24 May 2024 at 09:13 IST