Published 14:50 IST, October 13th 2024
'मेरी ओर से उसे खड़ा करके गोली मार दो', बाबा सिद्दीकी के कातिल Gurmail Singh की दादी ने कर दिया बेदखल
बाबा सिद्दीकी की हत्या के आरोपी गुरमेल सिंह की दादी का कहना है कि उन्होंने उसे 11 साल से बेदखल कर रखा है। महिला ने पोते गुरमेल को गोली मार देने की बात कही।
Accused Gurmail Singh: बाबा सिद्दीकी की हत्या के आरोपी गुरमेल बलजीत सिंह की दादी ने कहा है कि जीवन सबका एक है। जो इस तरह का कांड कर रहा है, वो दुश्मन है। गुरमेल सिंह की दादी ने यहां तक कह दिया है कि उसको खड़ा करके गोली मार देनी चाहिए। मुंबई में बीती रात हुई एनसीपी नेता और पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की हत्या के मामले में गुरमेल सिंह की गिरफ्तारी हुई है। गुरमेल सिंह हरियाणा के कैथल जिले के नरड़ गांव का रहने वाला है।
जानकारी के मुताबिक, गुरमेल सिंह एक साधारण परिवार से आता है। ग्रामीणों के मुताबिक गुरमेल के माता-पिता की पहले ही मौत हो चुकी है। हालांकि उसकी दादी अभी जिंदा है। बाबा सिद्दीकी की हत्या को लेकर गुरमेल सिंह की दादी का कहना है कि उन्होंने उसे (गुरमेल सिंह) 11 साल से बेदखल कर रखा है। अपने बयान में गुरमेल की दादी ने कहा, 'गुरमेल सिंह मेरा कुछ भी नहीं लगता है। गुरमेल के बारे में जानकारी नहीं है। गांव में नहीं आया वो पिछले कुछ दिनों से। मैंने उसे बेदखल कर रखा है 11 साल से। मेरा उससे कोई संपर्क नहीं है। मेरी तरफ से उसको खड़ा करके गोली मार दो।'
हत्या की घटना के बाद पुलिस ने गुरमेल को गिरफ्तार किया
मुंबई पुलिस ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या के मामले में गिरफ्तार आरोपियों की पहचान गुरमेल सिंह और धर्मराज कश्यप के रूप में की है। मुंबई पुलिस ने एक बयान में कहा कि 23 वर्षीय गुरमेल बलजीत सिंह हरियाणा का निवासी है, जबकि 19 वर्षीय धर्मराज राजेश कश्यप उत्तर प्रदेश का निवासी है। मुंबई पुलिस ने कहा कि मामले की जांच क्राइम ब्रांच कर रही है और तीसरे आरोपी की तलाश जारी है। पुलिस ने ये भी कहा कि सभी संभावित कोणों से जांच की जा रही है।
गुरमेल सिंह का लॉरेंस बिश्नोई गैंग से था संपर्क
जांच में खुलासा हुआ है कि गुरमेल सिंह का कथित तौर पर लॉरेंस बिश्नोई गैंग से संपर्क था। सूत्रों के मुताबिक, पुलिस को शुरुआती जांच में इनपुट मिले हैं कि आरोपी गुरमेल कैथल जेल में ही गैंगस्टर लॉरेंस के गुर्गों के संपर्क में आया था। इसके बाद वो जमानत पर बाहर आया और मुंबई चला गया। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, लॉरेंस के गुर्गों ने ही उसे मुंबई बुलाया था, जहां से उसके लॉरेंस गैंग में अच्छे संबंध बनते गए। आरोपी गुरमेल ने अपने साथियों के साथ मिलकर बाबा सिद्दीकी के घर और दफ्तर की रेकी की थी। वो डेढ़ से दो महीने से मुंबई में थे और बाबा पर नजर रख रहे थे। शनिवार रात को उन्होंने बाबा सिद्दीकी की हत्या कर दी।
Updated 15:15 IST, October 13th 2024