अपडेटेड 11 July 2025 at 14:52 IST

हिंदू लड़कियों के धर्मांतरण के लिए पाकिस्तान से तुर्किए तक फैला था जाल... छांगुर बाबा को मुस्लिम देशों से हुई 500 करोड़ की फंडिग? सनसनीखेज खुलासे

उत्तर प्रदेश एटीएस की जांच में एक बड़े अंतरराष्ट्रीय फंडिंग मॉड्यूल का पर्दाफाश हुआ है। एजेंसी के अनुसार, पिछले कुछ वर्षों में भारत में करीब 500 करोड़ रुपये का विदेशी फंड भेजा गया, जिसमें से 200 करोड़ रुपये औपचारिक बैंकिंग चैनलों के माध्यम से सीधे भारत पहुंचे, जबकि 300 करोड़ रुपये हवाला नेटवर्क के जरिए नेपाल के रास्ते भारत लाए गए।

Follow : Google News Icon  
up illegal conversion changur baba
हिंदू लड़कियों के धर्मांतरण के लिए पाकिस्तान से तुर्किए तक फैला था जाल... छांगुर बाबा को मुस्लिम देशों से हुई 500 करोड़ की फंडिग? सनसनीखेज खुलासे | Image: X- @jpsin1

उत्तर प्रदेश की एंटी टेरर स्क्वॉड (ATS) ने हिन्दू लड़कियों के धर्मांतरण के मामले में हिरासत में लिए गए जलालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा को लेकर शुक्रवार को पूछताछ की। एटीएस की पूछताछ में छांगुर हर रोज नए खुलासे कर रहा है। शुक्रवार (11 जुलाई) को यूपी एटीएस ने बलरामपुर के उतरौला में छांगुर बाबा से लगभग आधे घंटे तक पूछताछ की। इस पूछताछ में जलालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा ने भारत में हिन्दू लड़कियों के धर्मांतरण को लेकर एक और नया और बहुत बड़ा खुलासा किया है। छांगुर बाबा ने बताया कि उसको भारत में हिन्दू लड़कियों के धर्मांतरण के लिए उसे मुस्लिम देशों से 500 करोड़ की फंडिंग हुई थी। छांगुर ने एटीएस की पूछताछ में कई सनसनीखेज खुलासे करते हुए बताया कि हिन्दू लड़कियों के धर्मांतरण के लिए पाकिस्तान से तुर्किए तक जाल फैला हुआ है।


एटीएस के अनुसार, इस फंड में से 200 करोड़ रुपये की रकम औपचारिक बैंकिंग चैनलों के माध्यम से भारत पहुंची, जबकि 300 करोड़ रुपये हवाला नेटवर्क के ज़रिए नेपाल से भारत लाए गए। जांच एजेंसियों के मुताबिक ये सभी फंड्स मुस्लिम देशों से भेजे गए थे। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि यह धनराशि भारत में संगठित धर्मांतरण गतिविधियों के लिए भेजी गई थी। छांगुर बाबा पर आरोप है कि वह इस पैसे का इस्तेमाल धर्मांतरण कराने के नेटवर्क को मजबूत करने में कर रहा था। एटीएस अब इस नेटवर्क के विस्तार, विदेशी फंडिंग से जुड़े संपर्कों और हवाला चैनल की कड़ियों को खंगालने में जुटी हुई है। मामला गंभीर राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा होने के कारण केंद्रीय एजेंसियों को भी इसकी जानकारी दी गई है।


नेपाल के जरिए भारत पहुंचाए गए करोड़ों रुपये

उत्तर प्रदेश एटीएस की जांच में एक अंतरराष्ट्रीय अवैध फंडिंग नेटवर्क का खुलासा हुआ है, जिसमें नेपाल को केंद्र बनाकर भारत में करोड़ों रुपये की धर्मांतरण फंडिंग की गई। जांच में सामने आया है कि नेपाल के काठमांडू, नवलपरासी, रूपनदेही और बांके जैसे सीमावर्ती जिलों में 100 से अधिक बैंक खाते खोले गए, जिनमें विदेशी फंड्स जमा किए गए। ये रकम पाकिस्तान, दुबई, सऊदी अरब और तुर्की जैसे मुस्लिम बहुल देशों से भेजी गई थी। इन खातों में जमा फंड को नेपाल में स्थानीय एजेंटों के जरिए भारत भेजा गया, जो इसके एवज में 4–5% कमीशन लेते थे। कई बार ये रकम कैश डिपॉजिट मशीन (CDM) के माध्यम से जमा की गई ताकि स्रोत का पता न चल सके। नेपाल से भारत लाए गए इस धन को बलरामपुर, श्रावस्ती, बहराइच और लखीमपुर जैसे उत्तर भारतीय जिलों में स्थानीय मनी एक्सचेंजर्स के माध्यम से भारतीय रुपये में बदला गया। इसके अलावा, बिहार के मधुबनी, सीतामढ़ी, पूर्णिया, किशनगंज, चंपारण और सुपौल जिलों में भी एजेंटों की सक्रिय भागीदारी पाई गई है, जो इस नेटवर्क को भारत के भीतर फैलाने में सहायक बने।


अयोध्या बना विदेशी फंडिंग का केंद्र

उत्तर प्रदेश एटीएस की जांच में यह चौंकाने वाला खुलासा हुआ है कि विदेशी फंडिंग का सबसे बड़ा हिस्सा अयोध्या जिले में पहुंचा, जहां कथित तौर पर हिंदू लड़कियों का धर्मांतरण कराया गया। यह फंडिंग नेटवर्क कथित रूप से छांगुर बाबा और उसके सहयोगियों द्वारा संचालित किया जा रहा था। एटीएस ने इस मामले में छांगुर बाबा और उसके संपर्कों से जुड़े 40 बैंक खातों की जांच शुरू कर दी है। प्रारंभिक जांच में दो प्रमुख खाताधारकों के नाम सामने आए हैं। नवीन रोहरा के छह बैंक खातों में 34.22 करोड़ रुपये। नसरीन के खातों में 13.90 करोड़ रुपये जमा होने की पुष्टि हुई है। इसके साथ ही, एटीएस ने पिछले 10 वर्षों के आयकर रिकॉर्ड की मांग भी की है, ताकि इन फंड्स के स्रोत और उपयोग को विस्तार से समझा जा सके।

Advertisement


दुबई, शारजाह और UAE में भी हो सकते हैं छांगुर बाबा के खाते

सुरक्षा एजेंसियों को शक है कि छांगुर बाबा के दुबई, शारजाह या संयुक्त अरब अमीरात (UAE) में भी बैंक खाते हो सकते हैं। इन खातों की जांच के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर वित्तीय सूचनाएं जुटाई जा रही हैं। एटीएस का मानना है कि यह पूरा नेटवर्क न केवल धर्मांतरण गतिविधियों को संगठित रूप से बढ़ावा दे रहा था, बल्कि अंतरराष्ट्रीय हवाला चैनलों और फर्जी बैंकिंग गतिविधियों के माध्यम से संचालित हो रहा था।
जांच एजेंसियां अब इस नेटवर्क से जुड़े हर व्यक्ति और संस्था की पड़ताल कर रही हैं, ताकि पूरे मॉड्यूल का खुलासा किया जा सके।

यह भी पढ़ेंः प्रेग्नेंसी का इलाज, शरीर-दिमाग पर कब्जा और...छांगुर बाबा की रहस्‍यमयी अंगूठी आई सामने, इसी से भीख मांगने वाला जलालुद्दीन बन गया करोड़पति

Published By : Ravindra Singh

पब्लिश्ड 11 July 2025 at 14:42 IST