अपडेटेड 23 June 2025 at 15:15 IST
इंदौर के चर्चित राजा रघुवंशी हत्याकांड में हर दिन नए खुलासे सामने आ रहे हैं। अब राजा के भाई विपिन रघुवंशी ने इस मामले में बड़ा दावा करते हुए एक सनसनीखेज खुलासा किया है। उन्होंने बताया कि राजा कुशवाहा और सोनम रघुवंशी ने कुछ दिन पहले मिलकर एक कंपनी खोली थी, जो कि राज की मां चुन्नी देवी के नाम पर रजिस्टर्ड थी। चौंकाने वाली बात यह है कि इस कंपनी के खाते में हत्या से ठीक पहले 7 से 8 लाख रुपये जमा किए गए थे, जिनका इस्तेमाल सोनम ने हत्या की तैयारी में किया। विपिन को शक है कि यही पैसे सोनम ने राजा के तीन दोस्तों विकास, आकाश और आनंद को दिए, जिससे हत्या की पूरी स्क्रिप्ट तैयार की गई। यह रकम तब दी गई थी, जब राजा और सोनम शिलॉन्ग के लिए रवाना भी नहीं हुए थे। यानी साजिश पहले ही रच दी गई थी।
राजा के परिवार को अब पूरा विश्वास है कि यह हत्या किसी तात्कालिक गुस्से का नतीजा नहीं, बल्कि पूरी तरह से पूर्व नियोजित षड्यंत्र थी। यही वजह है कि परिवार अब सभी आरोपियों का नार्को टेस्ट कराने की मांग को लेकर हाईकोर्ट में याचिका दाखिल करने की तैयारी में है। वहीं इस केस में एक और बड़ा मोड़ तब आया, जब पुलिस को लोकेंद्र तोमर के नाम की जानकारी मिली। लोकेंद्र तोमर वही है जिसके फ्लैट में मेघालय से इंदौर आकर सोनम ठहरी थी। वो ग्वालियर का रहने वाला है।
तोमर पर सोनम के सीक्रेट बैग से पिस्टल और कैश निकालने का आरोप
इस खुलासे के बाद पुलिस की नजर अब लोकेंद्र पर है, क्योंकि प्रॉपर्टी ब्रोकर सिलोम जेम्स ने पूछताछ में बताया कि लोकेंद्र ने सोनम के काले बैग से पिस्तौल और रुपये निकाल लिए थे, और उसके बाद दबाव बनाकर बैग को सिक्योरिटी गार्ड बलवीर अहिरवार की मदद से जला दिया गया। पुलिस ने उस बैग के जले हुए अवशेष भी बरामद कर लिए हैं।
अब तक 7 गिरफ्तारियां, 8वां आरोपी फरार
शिलॉन्ग पुलिस की टीम ने शुक्रवार रात शिप्रा टोल नाके के पास से सिलोम जेम्स को गिरफ्तार किया। फिर उसकी निशानदेही पर बलवीर अहिरवार को अशोकनगर के मडागन गांव से पकड़ा गया। दोनों पर हत्या के साक्ष्य मिटाने का आरोप है। सिलोम ने यह भी बताया कि उसने आरोपी विशाल उर्फ विक्की चौहान को 31 मई को 51 हजार रुपये में फ्लैट किराए पर दिया, जिसमें सोनम उसकी फरारी के दौरान रुकी। लेकिन थाने में इसकी सूचना उसने 10 जून को दी, और मीडिया में इसका खुलासा 13 जून को किया। यानी सिलोम न सिर्फ हत्या के बाद की गतिविधियों में शामिल था, बल्कि फरारी की योजना का हिस्सा भी रहा।
अब तक इन सवालों के नहीं मिले जवाब
अब पुलिस की नजर फरार लोकेंद्र तोमर पर है और उम्मीद की जा रही है कि उसकी गिरफ्तारी के बाद इस हत्याकांड की बची हुई परतें भी खुल जाएंगी।
पब्लिश्ड 23 June 2025 at 15:15 IST