अपडेटेड 12 August 2024 at 20:32 IST

जम्मू-कश्मीर में सीमा पार से घुसपैठ पर कसेगी नकेल, LG मनोज सिन्हा ने बताई पूरी रणनीति

सुरक्षा बलों ने पिछले दो महीनों में जम्मू-कश्मीर के पुंछ, कुपवाड़ा, राजौरी और बांदीपोरा सेक्टर में घुसपैठ की कई कोशिशों को नाकाम की हैं।

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Manoj Sinha
एलजी मनोज सिन्हा | Image: PTI

Jammu Kashmir News: जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा कि आतंकवादियों की घुसपैठ की कोशिशों को रोकने के लिए भारत-पाकिस्तान सीमा पर घुसपैठ-रोधी ग्रिड को और मजबूत किया जा रहा है।

उपराज्यपाल ने पाकिस्तान पर आतंकवाद का “जरिया” होने का आरोप लगाते हुए कहा कि वह (पड़ोसी देश) जम्मू-कश्मीर में शांति और सामान्य स्थिति को बिगाड़ने के अपने प्रयास में कभी सफल नहीं होगा।

सिन्हा ने रविवार को यहां ‘पीटीआई-भाषा’ को दिए साक्षात्कार में कहा, “घुसपैठ-रोधी ग्रिड को पहले की तुलना में मजबूत किया गया है। घुसपैठ के किसी भी प्रयास को रोकने के लिए इसे और मजबूत किया जाएगा।” 

घुसपैठ की कई कोशिशें नाकाम

सुरक्षा बलों ने पिछले दो महीनों में जम्मू-कश्मीर के पुंछ, कुपवाड़ा, राजौरी और बांदीपोरा सेक्टर में घुसपैठ की कई कोशिशों को नाकाम करते हुए कई आतंकवादियों को मार गिराया है। सुरक्षा एजेंसियों का अनुमान है कि जम्मू क्षेत्र की पहाड़ियों में लगभग 60 से 70 विदेशी घुसपैठी आतंकवादी सक्रिय हैं।

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जम्मू क्षेत्र के उधमपुर, कठुआ, सांबा, डोडा, पुंछ और राजौरी जिलों में उच्च प्रशिक्षित आतंकवादियों द्वारा सेना के जवानों, तीर्थयात्रियों और पुलिस पर किए गए सिलसिलेवार हमलों के बाद प्रशासन ने आंतरिक इलाकों में बलों की पुनः तैनाती और सीमा पर 1000 पुलिसकर्मियों की तैनाती की दोहरी रणनीति अपनाई है।

‘सेना-पुलिस और प्रशासन ने बनाई रणनीति’

आंतरिक इलाकों में फिर से बलों की तैनाती की जाएगी तथा अधिक बलों के साथ त्रि-स्तरीय घुसपैठ-रोधी बाधा प्रणाली (एआईओएस) को सुदृढ़ करके आंतरिक क्षेत्रों में सुरक्षा तंत्र को मजबूत किया जाएगा। सिन्हा ने कहा, “पिछली घटनाओं को ध्यान में रखते हुए सेना, पुलिस और प्रशासन ने रणनीति बनाई है। पहाड़ी इलाकों में जहां पहले सेना तैनात थी, वहां फिर से सेना की तैनाती शुरू हो गई है। सेना, सीआरपीएफ और पुलिस की तैनाती बढ़ाई गई है। जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद के चरम पर होने के दौरान परिचालन संबंधी और छोटी पिकेट थी। अब उनकी संख्या और बढ़ा गई है।” सिन्हा ने कहा कि पुलिस और सुरक्षा बलों ने इस मोर्चे पर अपनी तैयारी पूरी कर ली है।

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अधिकारियों ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय सीमा (आईबी) और नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर त्रि-स्तरीय सुरक्षा ग्रिड को मजबूत किया जा रहा है। इसमें बीएसएफ के जवानों और हाल में प्रशिक्षित लगभग 1,000 सीमा पुलिस के जवानों की अतिरिक्त तैनाती की जा रही है, जिनकी मदद ग्राम रक्षा समूह (वीडीजी) करेंगे।

जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) आर. आर. स्वैन ने कहा कि घुसपैठ-रोधी और आतंकवाद-रोधी सुरक्षा व्यवस्था में नव-प्रशिक्षित लगभग 1,000 पुलिसकर्मी होंगे। बीएसएफ अधिकारियों ने बताया कि सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने हाल में अपने कर्मियों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि की है तथा पंजाब-जम्मू अंतर-राज्यीय सीमा पर सीसीटीवी लगाए हैं।

केंद्रीय गृह मंत्रालय ने हाल में जम्मू तथा पंजाब-जम्मू सीमा पर तैनाती के लिए ओडिशा से बीएसएफ की दो बटालियन को बुलाने का आदेश दिया है।

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(Note: इस भाषा कॉपी में हेडलाइन के अलावा कोई बदलाव नहीं किया गया है)

Published By : Ruchi Mehra

पब्लिश्ड 12 August 2024 at 20:31 IST