अपडेटेड 19 May 2025 at 12:39 IST
Corona Case: भारत में एक हफ्ते में मिले 58 नए मरीज, तमिलनाडु, केरल और पुडुचेरी में सबसे ज्यादा केस
भारत में कोरोना वायरस के मामले एक बार फिर चर्चा में हैं। पिछले एक हफ्ते में देश में 58 नए कोविड-19 मरीज सामने आए हैं, जिनमें से तमिलनाडु, केरल और पुडुचेरी से 46 केस रिपोर्ट हुए हैं।
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भारत में कोरोना वायरस के मामले एक बार फिर चर्चा में हैं। पिछले एक हफ्ते में देश में 58 नए कोविड-19 मरीज सामने आए हैं, जिनमें से तमिलनाडु, केरल और पुडुचेरी से 46 केस रिपोर्ट हुए हैं। ये आंकड़े स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के कोविड डैशबोर्ड पर जारी किए गए हैं।
कोरोना के इन नए मामलों के साथ देश में सक्रिय मरीजों की संख्या 93 तक पहुंच गई है। भले ही यह संख्या कम है, लेकिन यह ऐसे समय में आई है जब देश में कोरोना टेस्ट की संख्या में भारी गिरावट आई है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि कई ऐसे मरीज सामने आ रहे हैं जिन्हें कोरोना जैसे लक्षण हैं, फिर भी उन्हें टेस्ट की सलाह नहीं दी जा रही है।
विदेशों से भी मिल रहे चिंता के संकेत
डॉक्टरों और सार्वजनिक स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने जनता से घबराने की बजाय सतर्क रहने की अपील की है। विशेषज्ञों के अनुसार, फिलहाल अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या 5% से कम है, जबकि साल 2021 में यह आंकड़ा 20% से ज्यादा था। यानी बीमारी का वर्तमान स्वरूप अभी अपेक्षाकृत हल्का है। सिर्फ भारत ही नहीं, बल्कि हांगकांग, सिंगापुर और थाईलैंड जैसे एशियाई देशों में भी कोरोना मामलों में इजाफा देखा गया है। सिंगापुर में मरीजों की संख्या मई के पहले सप्ताह में 28% बढ़कर 14,200 तक पहुंच गई, जबकि हांगकांग में भी जांच दर में तेजी से बढ़ोतरी हुई है।
सबाइन कापसी, जो संयुक्त राष्ट्र कोरोना टास्क फोर्स की रणनीतिकार हैं, उन्होंने बताया कि भारत की स्थिति अभी स्थिर है और मरीजों की संख्या कम होने का एक कारण यह भी है कि कई राज्यों में जांच सीमित हो गई है। तमिलनाडु और केरल जैसे राज्यों में टेस्टिंग ज्यादा होने की वजह से वहां केस ज्यादा रिपोर्ट हो रहे हैं।
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स्वास्थ्य मंत्रालय ने जारी की सावधानी संबंधी गाइडलाइन
कोरोना से बचने के लिए अब भी सतर्कता जरूरी है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने सलाह दी है कि लोग नियमित रूप से हाथ धोएं, सार्वजनिक स्थानों पर मास्क पहनें, खांसते-छीकते समय मुंह ढकें और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें। फिलहाल केंद्र सरकार की ओर से किसी नए दिशा-निर्देश की आवश्यकता नहीं समझी गई है, लेकिन राज्य सरकारों को सतर्क रहने को कहा गया है। भले ही संख्या कम हो, लेकिन कोरोना अब भी पूरी तरह खत्म नहीं हुआ है। सावधानी ही सबसे बड़ा बचाव है।
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Published By : Nidhi Mudgill
पब्लिश्ड 19 May 2025 at 12:39 IST