अपडेटेड 26 January 2023 at 13:13 IST

Constitution of India: क्या आप जानते हैं किन शर्तों के आधार पर भारत का संविधान लिखा गया और किसने अपने हाथों से लिखा? जानिए कुछ रोचक तथ्य!

Republic Day 2023: देश इस साल अपना 74वां गणतंत्र दिवस मना रहा है। 26 जनवरी के दिन  ही भारत का संविधान जारी किया गया। लेकिन क्या आप जानते हैं कि देश का संविधान किसने लिखा था और उसे कहां रखा गया है?

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Republic Day 2023: भारत बंटवारे का दंश झेलकर जब खड़ा हुआ तो इस युद्ध की विभीषिका से दो-चार होना पड़ा, कभी आपातकाल ने घेरा, कभी आतंकवाद के खूनी पंजों से इनका सामना हुआ, बावजूद इसके देश ने कई उपलब्धियां हासिल कर तिरंगा लहराया। भारत ने विज्ञान, चिकित्सा, खेल, फिल्म जगत समेत कई क्षेत्रों में अपना नाम रोशन किया है।  अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अटूट पहचान बनने के बाद, भारत अब अंतरिक्ष पर भी राज कर रहा है।  ये सब इतना आसान नहीं है लेकिन भारतीय संविधान ने देश के विकास को काफी हद तक आसान बना दिया है। 

संविधान किसे कहते हैं। (What is Constitution)

किसी भी देश या फिर संगठन के जरिए बनाए गए वह नियम जिसके जरिए से उस देश और संगठन का पूर्ण रूप संचालन हो सके, उसे उस देश या संगठन का संविधान कहा जाता है। 
किसी भी देश की राजनितिक व्यवस्था, न्याय व्यवस्था और उस देश के नागरिकों के साथ उनके हितों की रक्षा करने का कर्तव्य उस देश के संविधान का हैं।  किसी भी देश का संविधान उस देश की राष्ट्र के विकास की दिशा का निर्धारण करता है। 

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भारत का संविधान ( The Constitution Of India )

संविधान किसी भी देश को चलाने  के लिए जरूरी नियमों, सिद्धांतों को कहा जाता है। बता दें कि 26 नवंबर, 1949 को संविधान को अपनाया गया था और 26 जनवरी 1950 को इसे देशभर में लागू किया गया था। दरअसल इंडियन नेशनल कांग्रेस ने 26 जनवरी 1930 में पहली बार ब्रिटिश शासन से पूर्ण स्वराज की घोषणा की थी।  इसी दिन के सम्मान में 26 जनवरी 1950 को संविधान लागू किया गया। 
भारतीय संविधान को बनाने में संविधान सभा को करीब 3 साल (दो साल, 11 महीने और 17 दिन) का समय लगा था।  इसे अंग्रेजी और हिंदी में लिखा गया था। संविधान की असली प्रति संसद भवन की सेंट्रल लाइब्रेरी में रखी है। इस प्रति को हीलियम गैस के चैंबर में रखा गया है ताकि यह खराब ना हो।  

भारतीय संविधान किसने लिखा? ( Who Wrote Constitution Of India )

डॉ. भीमराव अंबेडकर को 'भारतीय संविधान का जनक (Father of Indian Constitution)' कहा जाता है लेकिन इस संविधान को लिखने वाले हाथ किसी ओर के थे, उनका नाम हैं, प्रेम बिहारी नारायण रायजादा (Prem Bihari Narayan Raijada) 

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भारतीय संविधान लिखने के लिए रखी गई शर्त

भारतीय संविधान को लिखने वाले प्रेम बिहारी नारायण रायजादा एक कैलिग्राफी आर्टिस्ट थे। साल 1901 में दिल्ली में पैदा हुए प्रेम बिहारी नारायण रायजादा ने संविधान लेखन के लिए एक भी पैसा नहीं लिया था।  हालांकि रायजादा ने संविधान लिखने के लिए तत्कालीन प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू के सामने एक शर्त रखी थी।  इस शर्त के मुताबिक संविधान के हर पेज पर उनका नाम लिखा होगा और संविधान के आखिरी पेज पर उनका और उनके दादा का नाम लिखा जाएगा।  पंडित जवाहरलाल नेहरू ने उनकी ये शर्त मान ली थी।

नंदलाल बोस ने संविधान को अपनी कला से सजाया 

संविधान के लिखित दस्तावेजों के पन्नों को शांति निकेतन के नंदलाल बोस और उनकी टीम ने अपनी कला से सजाया था।  इन कलाकृतियों में देश के इतिहास को समेटने की कोशिश की गई है। बता दें कि संविधान को अपनी कला से सजाने वाले नंदलाल बोस ने ही देश का सबसे सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न और पद्मश्री को भी डिजाइन किया था।

भारतीय संविधान में अनुच्छेद व अनुसूचियां

भारतीय संविधान में वर्तमान समय में कुल 22 भाग, 444 Schedules, और 12 Article हैं, इसके पहले जब भारती संविधान बन रहा था तो तब इसमें कुल 22 भाग 8 अनुसूचियां एवं 395 अनुच्छेद थे। 
यहां छपी थी संविधान की पहली कॉपी

भारत का संविधान दुनिया का सबसे बड़ा लिखित संविधान है। जिस संविधान पर दुनिया का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश टिका हुआ है, उसकी पहली कॉपी उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में छपी थी। उस समय देहरादून के सर्वे ऑफ इंडिया की प्रेस में यह पहली कॉपी छापी गई थी। इस दौरान संविधान की 1000 प्रतियां छापी गई थीं। आज भी शहर के सर्वे ऑफ इंडिया के म्यूजियम में संविधान की यह पहली कॉपी सुरक्षित रखी हुई है।

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Published By : Rashmi Agarwal

पब्लिश्ड 26 January 2023 at 13:08 IST