अपडेटेड 28 April 2025 at 17:04 IST
'वाह खड़गे साहब', कांग्रेस अध्यक्ष ने खुद को ज्योतिर्लिंग बताया और मंच पर ही भूले देश में कितने ज्योतिर्लिंग; BJP ने कसा तंज
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि मैं हिंदू हूं। मेरा नाम मल्लिकार्जुन है। तभी खड़गे ज्योतिर्लिंग की संख्या भूल गए। उन्होंने मंच पर बैठे दूसरे लोगों से पूछा।
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Mallikarjun Kharge: मल्लिकार्जुन खड़गे खुद ही बयान में फंस गए हैं। राजस्थान के जयपुर में कांग्रेस ने संविधान बचाओ रैली रखी, जिसमें पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने हिस्सा लिया। मंच पर बोलते हुए खड़गे ने खुद को हिंदू बताया और अपनी तुलना ज्योतिर्लिंग से कर डाली। हालांकि मल्लिकार्जुन खड़गे को ये नहीं पता था कि देश में ज्योतिर्लिंग कितने हैं। वो पीछे की आवाज सुनने के बाद संख्या बता रहे थे। फिलहाल भारतीय जनता पार्टी ने इस विषय को लेकर मल्लिकार्जुन खड़गे को घेर लिया है।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि मैं हिंदू हूं। मेरा नाम मल्लिकार्जुन है। तभी खड़गे ज्योतिर्लिंग की संख्या भूल गए। उन्होंने मंच पर बैठे दूसरे लोगों से पूछा कितने ज्योतिर्लिंग हैं। फिर 12 ज्योतिर्लिंग बताते हुए खड़गे ने कहा कि 12 ज्योतिर्लिंग में से एक मैं एक ज्योतिर्लिंग हूं। मेरे बाप ने मल्लिकार्जुन नाम रखा। अपने भाषण में कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि हमारे जैसे लोग कहीं झुकने वाले नहीं हैं। खड़गे का वीडियो शेयर करते हुए बीजेपी युवा मोर्चा ने लिखा- ‘वाह रे! खड़गे साहब… खड़गे जी खुद को ज्योतिर्लिंग बता रहे हैं, लेकिन इन्हे ये भी नहीं पता कि देश में कितने ज्योतिर्लिंग है। आधा-अधूरा ज्ञान खतरनाक होता है कोई खड़गे जी को बताए।’
मल्लिकार्जुन खड़गे ने BJP पर आरोप लगाए
मल्लिकार्जुन खड़गे ने जयपुर की रैली में बीजेपी सरकार पर कई आरोप लगाए। इसी बीच बात राम मंदिर और हिंदू तक पहुंच गई। खड़गे ने कहा कि हमारे राजस्थान के एक नेता मंदिर में गए, वहां बाद में लोगों ने गंगाजल से मंदिर धुलवाया। क्या बीजेपी वाले यही सिखाते हैं, क्या हिंदू धर्म यही सिखाता है। खड़गे ने कहा कि जब हिंदू एक है तो आप ये चाल क्यों चलते हो। एक विपक्ष के नेता और विधायक को दर्शन लेने के बाद गंगाजल से मंदिर धोया जाता है।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि ये लोग (बीजेपी लीडर) पहले दलितों के घर जाकर खाना खाते थे। खबरें चलती थीं कि अमित शाह ने दलित के घर खाना खाया, दलित के घर पानी पीया। ये भी कोई खबर थी। दलित तालाब खोदता है, पिछड़े लोगों ने तालाब और कुएं बनाए और वही पानी उनको पीने नहीं दिया जाता। जो लोग भगवान की मूर्तियां बनाते हैं। पैर रख-रखकर वो मूर्ति बनाते हैं, जिन्हें मंदिरों में रखा जाता है। फिर उससे कहते हैं कि तुम इसको छुओ मत। खड़गे ने कहा कि अगर देश की स्थिति इस ढंग से रही तो हम कहां एक रहेंगे।
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Published By : Dalchand Kumar
पब्लिश्ड 28 April 2025 at 17:04 IST