पब्लिश्ड 23:07 IST, April 3rd 2024
कांग्रेस नेता संजय निरूपम 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित, टिकट बंटवारे पर उठाए थे सवाल
कांग्रेस नेता संजय निरूपम के 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है। संजय निरुपम ने कांग्रेस नेताओं पर टिकट को लेकर सवाल उठाए थे।
Sanjay Nirupam Expelled: कांग्रेस नेता संजय निरूपम के 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है। संजय निरुपम ने कांग्रेस नेताओं पर टिकट को लेकर सवाल उठाए थे।
संजय निरुपम ने कांग्रेस को कल तक का अल्टिमेटम दिया था। लेकिन उससे पहले कांग्रेस ने ही उन्हे पार्टी से निकाल दिया। संजय निरुपम ने आज शाम कहा था कि कांग्रेस अपनी स्टेशनरी और ऊर्जा बेकार खर्च न करे।
स्टार प्रचारकों की सूची से नाम हटाया
इससे पहले संजय पर एक्शन लेते हुए कांग्रेस की महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष नाना पटोले ने मुंबई में पार्टी की प्रचार समिति की बैठक में भाग लेने के बाद संवाददाताओं से कहा कि कांग्रेस ने निरुपम का नाम स्टार प्रचारकों की सूची से हटा दिया है।
कांग्रेस की मुंबई इकाई के पूर्व प्रमुख निरुपम ने कहा कि वह बृहस्पतिवार को अपना रुख बताएंगे। कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा कि वित्तीय संकट का सामना कर रही पार्टी को अपनी ऊर्जा खर्च नहीं करनी चाहिए।
मुझ पर ऊर्जा न बर्बाद करे कांग्रेस- संजय निरूपम
निरुपम ने ‘एक्स’ पर कहा, ‘‘गंभीर वित्तीय संकट का सामना कर रही पार्टी मेरे लिए कागज-कलम और ऊर्जा बर्बाद ना करे। इसका इस्तेमाल पार्टी को बचाने के लिए होना चाहिए। मैंने पार्टी को जो समयसीमा दी थी वह आज खत्म हो रही है। मैं कल अपने अगले कदम के बारे में बताऊंगा।’’
प्रचार समिति की बैठक के बाद पटोले ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘पार्टी ने निरुपम का नाम स्टार प्रचारकों की सूची से हटा दिया है और पार्टी तथा प्रदेश इकाई नेतृत्व के खिलाफ बयानों के लिए उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई शुरू की गई है। एक या दो दिन में निर्णय लिया जाएगा।’’
उत्तर-पश्चिम सीट से चुनाव लड़ना चाहते थे निरुपम
उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना (यूबीटी) द्वारा मुंबई की छह लोकसभा सीट में से मुंबई उत्तर-पश्चिम सीट समेत चार के लिए अपने उम्मीदवारों की घोषणा के बाद निरुपम ने कांग्रेस के प्रदेश नेतृत्व पर निशाना साधा था। बताया जाता है कि निरुपम उत्तर-पश्चिम सीट से चुनाव लड़ना चाहते हैं।
मुंबई उत्तर से सांसद रह चुके निरुपम ने कहा था कि कांग्रेस नेतृत्व को शिवसेना (यूबीटी) के आगे दबाव में झुकना नहीं चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि मुंबई में एकतरफा उम्मीदवार उतारने के शिवसेना (यूबीटी) के फैसले को स्वीकार करना कांग्रेस को बर्बाद करने की अनुमति देने के समान है। निरुपम एक समय शिवसेना में भी रह चुके हैं। उन्होंने 2005 में शिवसेना छोड़ दी थी। उन्होंने उत्तर भारतीय फेरीवालों का मुद्दा उठाया और बाद में कांग्रेस में शामिल हुए। वर्ष 2009 में, उन्होंने मुंबई उत्तर सीट से चुनाव में जीत हासिल की।
2014 में मुंबई उत्तर सीट से हार गए थे चुनाव
निरुपम 2014 में मुंबई उत्तर सीट भाजपा के गोपाल शेट्टी से हार गए थे। समझा जाता है कि निरुपम मुंबई उत्तर-पश्चिम निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ने के इच्छुक हैं, लेकिन शिवसेना (यूबीटी) ने अपना उम्मीदवार उतारकर उनके इरादों पर पानी फेर दिया।
बहरहाल, पटोले ने कहा कि कांग्रेस सांगली, भिवंडी और मुंबई में कुछ सीट पर चुनाव लड़ना चाहती है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस संबंधित उम्मीदवारों की काबिलियत के आधार पर निर्वाचन क्षेत्रों में चुनाव लड़ना चाहती है। पटोले ने कहा कि वर्धा में भी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) ने कांग्रेस नेता को चुनाव लड़ने के लिए मैदान में उतारा है क्योंकि पवार के खेमे को उपयुक्त उम्मीदवार नहीं मिला।
इससे पहले, शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने गतिरोध वाले निर्वाचन क्षेत्रों में कांग्रेस के कुछ नेताओं की ‘‘दोस्ताना लड़ाई’’ की मांग को खारिज करते हुए कहा ‘‘या तो दोस्त बनें या मुकाबला करें।’’
ठाकरे की टिप्पणियों के जवाब में पटोले ने कहा कि एमवीए संबंधित सीट के मुद्दे को सुलझा लेगा। उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस आगामी लोकसभा चुनाव के लिए घर-घर तक पहुंचते हुए प्रचार अभियान चलाएगी।
(इनपुट- पीटीआई-भाषा)
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अपडेटेड 23:23 IST, April 3rd 2024