अपडेटेड 18 September 2025 at 18:47 IST

'मैं सभी धर्मों का सम्मान करता हूं...', भगवान विष्णु वाले बयान पर घिरे तो CJI बीआर गवई का आया जवाब

भगवान विष्णु वाले बयान को CJI बीआर गवई की सोशल मीडिया पर आलोचना हुई, जिसके बाद उनकी प्रतिक्रिया सामने आई है। उन्होंने कहा कि मैं सभी धर्मों का पालन करता हूं।

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CJI BR Gavai has drawn flak for his remarks during a Supreme Court hearing on a plea seeking restoration of a seven-foot Lord Vishnu idol at Khajuraho’s UNESCO-listed Javari Temple.
विष्णु भगवान वाले बयान पर घिरने के बाद CJI की प्रतिक्रिया। | Image: Republic

भारत के चीफ जस्टिस बीआर गवई ने गुरुवार को कहा कि खजुराहो में भगवान विष्णु की मूर्ति पर उनकी टिप्पणी को ऑनलाइन गलत तरीके से दिखाया गया। उन्होंने इस बात पर जोर देकर कहा कि वह सभी धर्मों का दिल की गहराई से सम्मान करते हैं। इस सप्ताह की शुरुआत में भगवान विष्णु की मूर्ति पुनर्स्थापना वाली याचिका पर सीजेआई की ओर से दिए गए बयान पर सोशल मीडिया पर विवाद छिड़ गया। इसे लेकर अब मुख्य न्यायाधीश प्रतिक्रिया देते हुए एक सुनवाई के दौरान स्पष्ट किया कि उनके शब्दों को संदर्भ से बाहर निकालकर सोशल मीडिया पर तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया।

सुनवाई के दौरान मुख्य न्यायाधीश के हवाले से कहा गया, "किसी ने मुझे बताया कि मेरी टिप्पणियों को सोशल मीडिया पर गलत तरीके से प्रस्तुत किया गया। मैं सभी धर्मों का सम्मान करता हूं।"

क्या था पूरा मामला?

बता दें, खजुराहो के यूनेस्को-सूचीबद्ध जवारी मंदिर में भगवान विष्णु की सात फुट ऊंची मूर्ति की पुनर्स्थापना की मांग वाली याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान मुख्य न्यायाधीश की टिप्पणी को लेकर काफी आलोचना हुई। दरअसल, मुख्य न्यायाधीश ने कहा था, "यह विशुद्ध रूप से एक प्रचार हित याचिका है। जाकर स्वयं भगवान विष्णु से कुछ करने के लिए कहिए। अगर आप कह रहे हैं कि आप भगवान विष्णु के प्रबल भक्त हैं, तो आप प्रार्थना और ध्यान भी कीजिए।"

सोशल मीडिया पर बढ़ा-चढ़ाकर बताई गई बात: तुषार मेहता

इस टिप्पणी के साथ ही सीजेआई ने उस याचिका को खारिज कर दिया, जिसमें ऐतिहासिक प्रामाणिकता बनाए रखने के लिए संरक्षण संबंधी निर्णय भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) के अधीन थे। आलोचकों ने कहा कि उनकी टिप्पणियां आस्था को खारिज करने वाली और धार्मिक भावनाओं के प्रति असंवेदनशील थीं। भारत के सॉलिसिटर जनरल (SGI) तुषार मेहता, जो अदालत में मौजूद थे, ने कहा कि वह पिछले 10 सालों से मुख्य न्यायाधीश को जानते हैं और अच्छी तरह जानते हैं कि मुख्य न्यायाधीश सभी धार्मिक स्थलों पर जाते हैं। मेहता ने आगे कहा कि आजकल सोशल मीडिया पर बातों को बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया जाता है। न्यूटन का नियम कहता है कि हर क्रिया की एक समान प्रतिक्रिया होती है। अब हर क्रिया की सोशल मीडिया पर असमान प्रतिक्रिया होती है।

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Published By : Kanak Kumari Jha

पब्लिश्ड 18 September 2025 at 18:47 IST