अपडेटेड 29 December 2024 at 11:35 IST

MP: जिंदगी से जंग हार गया सुमित, गुना में बोरवेल में गिरे 10 साल के मासूम की मौत; 16 घंटे बाद निकाला गया था बाहर

बच्चा शनिवार को बोरवेल में गिर गया था। 16 घंटों तक चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद बच्चे को बोरवेल से बाहर निकाल लिया गया है। उसका इलाज जारी है।

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बोरवेल से बच्चे को निकाला गया | Image: Republic

MP News: मध्य प्रदेश के गुना में बोरवेल में गिरे बच्चे की मौत हो गई है। करीब 16 घंटे तक चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद उसे बोरवेल से निकाला गया। जांच के बाद डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। 

गुना के पिपलिया गांव में 10 साल का बच्चा शनिवार (28 दिसंबर) को शाम करीब 5 बजे बोरवेल में गिर गया था। इसके बाद उसे आज सुबह करीब 9.30 बजे बोरवेल से निकाला गया है।

बच्चे के अंगों ने काम करना कर दिया था बंद

गुना के CMHO डॉ. राजकुमार ऋषिश्वर ने बच्चे की मौत की पुष्टि की। उन्होंने कहा कि बोरवेल सकरा होने और ठंड के कारण बच्चे को हाइपोथर्मिया हो गया था, जिस वजह से बच्चे के अंगों ने काम करना बंद कर दिया था। जांच के दौरान बच्चा मृत पाया गया।

हादसा गुना जिला मुख्यालय से लगभग 50 किलोमीटर दूर पिपलिया गांव में हुआ, जो राघौगढ़ विधानसभा क्षेत्र में आता है।

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करीब 40 फीट की गहराई में फंसा था बच्चा

राघौगढ़ के कांग्रेस विधायक जयवर्धन सिंह ने घटनास्थल से फोन पर बात कर ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया था कि बचावकर्मियों ने रातभर काम किया और गड्ढे और बोरवेल के बीच एक समानांतर गड्ढा खोदकर लड़के तक पहुंचने की कोशिश की। वहीं, गुना के जिलाधिकारी सतेंद्र सिंह ने बताया कि बच्चा करीब 39 फुट की गहराई में फंसा हुआ था। बोरवेल करीब 140 फुट गहरा है।

जिलाधिकारी ने बताया कि बोरवेल में पानी नहीं आया था, इसलिए उसे ढका नहीं गया था। हादसे के बाद शनिवार देर शाम ही भोपाल से NDRF की टीम ने रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए वहां पहुंच गई थी।

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कैसे हुआ हादसा? 

बच्चा अपने पिता दशरथ मीणा के साथ शाम करीब 4 बजे खेत पर गया था। इस दौरान वह एक खुले बोरवेल में गिर गया। काफी देर तक सुमित के नहीं दिखने पर परिवारवालों ने उसकी तलाश शुरू की। इस दौरान बोरवेल के गड्ढे में बच्चे का सिर दिखाई दिया। इसके बाद प्रशासन को हादसे की सूचना दी गई और फौरन ही रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया।  

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Published By : Ruchi Mehra

पब्लिश्ड 29 December 2024 at 10:54 IST