अपडेटेड 14 September 2023 at 21:17 IST
सीबीएसई ने ‘सैंपर पेपर’ धोखाधड़ी को लेकर विद्यार्थियों, अभिभावकों को चेताया
सीबीएसई ने एक परामर्श में कहा, “राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 की सिफारिशों के अनुसार, बोर्ड ने अपने संबद्ध स्कूलों में योग्यता केंद्रित शिक्षा और मूल्यांकन शुरू किया था।"
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केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने स्पष्ट किया है कि उसने 10वीं और 12वीं कक्षा के लिए अपने ‘सैंपल पेपर’ (अभ्यास प्रश्न पत्रों) को लेकर किसी निजी प्रकाशक के साथ साझेदारी नहीं की है। बोर्ड ने विद्यार्थियों से ऐसे भ्रामक दावों से गुमराह नहीं होने की सलाह दी है। बोर्ड ने उन खबरों के बीच यह स्पष्टीकरण दिया है जिनमें कहा गया था कि बोर्ड परीक्षाओं के लिए अपने ‘सैंपल पेपर’ को लेकर सीबीएसई ने ‘एजुकार्ट’ के साथ साझेदारी की है और इन अभ्यास प्रश्न पत्रों को भुगतान करके प्राप्त किया जा सकता है।
सीबीएसई ने एक परामर्श में कहा, “राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 की सिफारिशों के अनुसार, बोर्ड ने अपने संबद्ध स्कूलों में योग्यता केंद्रित शिक्षा और मूल्यांकन शुरू किया था। इसके लिए 10वीं और 12वीं कक्षा के सभी प्रमुख विषयों में अभ्यास प्रश्न पत्र हाल में जारी किये गये हैं।”
इसमें कहा गया है, “बोर्ड के संज्ञान में यह भी आया है कि स्कूलों और विद्यार्थियों को कुछ निजी प्रकाशकों की साइट से सीबीएसई अभ्यास प्रश्न पत्र लेने के लिए कहा जा रहा है। जनता को सलाह दी जाती है कि वे ऐसे किसी भी दावे और प्रचार से गुमराह न हों।”
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Published By : Press Trust of India (भाषा)
पब्लिश्ड 14 September 2023 at 21:17 IST