sb.scorecardresearch

Published 21:22 IST, September 10th 2024

CBI ने रिश्वतखोरी के सिलसिले में ICD और अन्य को किया गिरफ्तार

CBI ने यहां आयात के एक खेप को सीमाशुल्क संबंधी अनापत्ति प्रदान करने के एवज में कथित रूप से रिश्वत लेने को लेकर ICD एवं उनके दो सहयोगियों को गिरफ्तार किया।

Follow: Google News Icon
  • share
CBI Registers FIR Against Chandigarh-Based Racket for Human Trafficking to Myanmar
CBI | Image: PTI (Representational Image)

केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने यहां आयात के एक खेप को सीमाशुल्क संबंधी अनापत्ति प्रदान करने के एवज में कथित रूप से रिश्वत लेने को लेकर एक सीमाशुल्क उपायुक्त एवं उनके दो सहयोगियों को अन्य लोगों के साथ गिरफ्तार किया है। अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी।

उन्होंने बताया कि सीबीआई ने ‘इनलैंड कंटेनर डिपो (आईसीडी-तुगलकाबाद)’ के उपायुक्त ओम प्रकाश बिष्ट, अधीक्षक अमित कुमार, चतुर्थ वर्गीय कर्मी बिजेंद्र कुमार, ‘कस्टम हाउस एजेंट (सीएचए)’ अशोक यादव और उसके कर्मी रविकांत मिश्रा को गिरफ्तार किया है।

सीबीआई ने प्राथमिकी में सात व्यक्तियों पर मामला दर्ज किया है। यह प्राथमिकी इन आरोपों पर आधारित है कि सीमाशुल्क अधिकारी मुंबई की कंपनी राधा मार्केटिंग पर जुर्माना कम करने के एवज में अशोक यादव से रिश्वत ले रहे थे।

अधिकारियों ने बताया कि आरोप है कि गिरफ्तार किये गये आरोपी खेपों को सीमाशुल्क अनापत्ति प्रदान करने के लिए आपस में नियमित संपर्क में थे और वे विभिन्न निजी पक्षों से रिश्वत ले रहे थे।

उन्होंने बताया कि रिश्वत की रकम कथित रूप से ब्रजेंद्र कुमार अपने बैंक खाते में लेता था और फिर उसे बिष्ट तक पहुंचा देता था।

सीबीआई के एक प्रवक्ता ने कहा, ‘‘ आरोप है कि नौ अगस्त 2024 को आरोपी सीएचए (अशोक यादव) ने डीसी (बिष्ट) से संपर्क किया और उनसे मुंबई स्थित फर्म (राधा मार्केटिंग) के बिलों पर न्यूनतम जुर्माना लगाने को कहा। डीसी ने उसे आश्वासन दिया कि वह 70,000 रुपये का जुर्माना लगाएंगे और इसके लिए उन्होंने सीएचए से रिश्वत की मांग की।’’

अधिकारियों ने कहा कि सीबीआई ने जाल बिछाया और राधा मार्केटिंग पर जुर्माना कम करने के लिए 72,000 रुपये की रिश्वत लेते समय बिष्ट, ब्रजेन्द्र और अशोक यादव को गिरफ्तार कर लिया।

उन्होंने बताया कि सीबीआई ने अधीक्षक अमित कुमार को भी गिरफ्तार किया जिसने पहले कथित रूप से 50000 रुपये रिश्वत ली थी।

प्रवक्ता ने कहा, ‘‘ दिल्ली, मुंबई, फरीदाबाद, गुरुग्राम, रायगढ़ और किन्नौर (हिमाचल प्रदेश) में आरोपियों से संबंधित नौ स्थानों पर तलाशी ली गई, जिससे आपत्तिजनक दस्तावेज और 19.25 लाख रुपये (लगभग) नकद बरामद हुए।’’

Updated 21:22 IST, September 10th 2024