पब्लिश्ड 21:29 IST, January 13th 2023
Captain Surabhi Jakhmola बनीं BRO के लिए विदेश में तैनाती पाने वाली पहली महिला अधिकारी, भूटान में इस अहम प्रोजेक्ट के लिए करेंगी काम
सेना की इंजीनियर रेजीमेंट में तैनात कैप्टन सुरभि जखमोला (Captain Surabhi Jakhmola) को 𝐁𝐑𝐎 की पहली ऐसी अधिकारी हैं, जिन्हें विदेशी असाइनमेंट के लिए तैनात किया गया।
![PC: Twitter- @BROindia](https://img.republicworld.com/tr:w-800,h-450,q-75,f-auto/rbharatimage/167362487063c17d260e3b7_16_9.jpeg)
देश की बेटियां हर हिस्से में अपने कौशल और शौर्य का परिचय दे रही हैं। ये बेटियां खेल के मैदान से युद्ध के मैदान तक अपना प्रभाव छोड़ रही हैं। ऐसे में सेना भी बेटियों को अहम पदों की जिम्मेदारी सौंप रही है। हाल ही में कैप्टन शिवा चौहान (Captain Shiva Chouhan) सेना की पहली ऐसी महिला अधिकारी बनीं, जिन्हें सेना ने दुनिया के सबसे ऊंचे युद्ध क्षेत्र सियाचिन में तैनात किया गया। अब ऐसी एक उपलब्धि सेना की इंजीनियर रेजीमेंट में तैनात कैप्टन सुरभि जखमोला (Captain Surabhi Jakhmola) के नाम दर्ज हुई है। Border Road Organisation में कैप्टन के पद पर तैनात सुरभि जखमोला सेना की पहली ऐसी अधिकारी बनीं हैं, जिन्हें किसी विदेशी असाइनमेंट के लिए तैनात किया गया है।
कैप्टन जखमोला को भूटान में BRO की ओर से चलाए जा रहे प्रोजेक्ट दंतक के लिए तैनात किया गया है। इस बारे में BRO ने ट्वीट कर जानकारी दी है। बता दें कि कैप्टन जखमोला 117 इंजीनियर रेजीमेंट में तैनात हैं। BRO ने अपने ट्वीट मेंम कहा, "महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक और पहली और ऐतिहासिक पहल के रूप में, 117 इंजीनियर रेजिमेंट की एक भारतीय सेना अधिकारी कैप्टन सुरभि जखमोला को BRO की ओर से भूटान में प्रोजेक्ट दंतक में तैनात किया गया है। वह बीआरओ में विदेशी असाइनमेंट पर तैनात होने वाली पहली महिला अधिकारी हैं।"
क्या है BRO?
BRO यानी बॉर्डर रोड ऑर्गनाइजेशन सेना की एक प्रमुख टेक्नीकल शाखा है, जिसका मुख्य उद्देश्य सीमावर्ती इलाकों में सड़कों के नेटवर्क और बुनियादी इंफ्रास्ट्रक्चर का निर्माण करना है। BRO के प्रोजेक्ट के लिए भारतीय सेना के कोर ऑफ इंजीनियर्स, इलेक्ट्रिकल और मैकेनिकल इंजीनियर्स, आर्मी सर्विस कॉर्प्स, मिलिट्री पुलिस के जवान और अधिकारी काम करते हैं।
दंतक प्रोजेक्ट
दंतक प्रोजेक्ट की शुरुआत 24 अप्रैल, 1961 को हुई थी। इस प्रोजेक्ट की शुरूआत भूटान के तीसरे राजा और भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने की थी। इसके तहत भूटान में अब तक कई महत्वपूर्ण सड़कों का निर्माण किया गया है।
अपडेटेड 21:32 IST, January 13th 2023