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अपडेटेड May 9th 2025, 18:35 IST

BREAKING: पाकिस्तान की कायरतापूर्ण हरकत, सैन्य ठिकानों और आम नागरिकों को निशाना बनाया; जवाबी कार्रवाई में PAK को भारी नुकसान

कर्नल सोफिया कुरैशी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बड़ा खुलासा करते हुए बताया कि मध्य रात्रि पाकिस्तान ने भारतीय वायु क्षेत्र (Indian Airspace) में कई बार घुसपैठ की।

Reported by: Nidhi Mudgill
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MEA की प्रेस कॉन्फ्रेंस
MEA की प्रेस कॉन्फ्रेंस | Image: ANI

India Pakistan Conflict: कर्नल सोफिया कुरैशी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बड़ा खुलासा करते हुए बताया कि 8-9 मई की मध्य रात्रि पाकिस्तान ने भारतीय वायु क्षेत्र (Indian Airspace) में कई बार घुसपैठ की। यह घुसपैठ खुफिया जानकारी इकट्ठा करने की कोशिश के तहत की गई थी। नियंत्रण रेखा पर तंगधार, उरी, पुंछ, मेढोर, राजौरी और अखनूर में पाकिस्तानी सेना ने भारी गन का इस्तेमाल कर जबरदस्त गोलीबारी की, जिसमें कुछ भारतीय जवान घायल हुए। जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान को भारी नुकसान पहुंचाया गया। घटनास्थल से बरामद ड्रोन मलबे की शुरुआती जांच में उनके तुर्किये से जुड़े होने के संकेत मिले हैं। 

भारत-पाकिस्तान सीमा पर तनाव एक बार फिर चरम पर है। बीती रात पाकिस्तान ने मिसाइलों, भारी गोलीबारी और सैकड़ों ड्रोनों के जरिए भारत पर हमला करने की कोशिश की। (India-Pakistan Tensions) इसका मकसद न सिर्फ सैन्य ठिकानों को टारगेट करना था, बल्कि रिहायशी इलाकों को भी निशाना बनाना था। लेकिन भारतीय सेना ने बेहद जिम्मेदारी से प्रतिक्रिया दी और दुश्मन की हर नापाक कोशिश को नाकाम किया। विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने विदेश मंत्रालय की प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा- 'पाकिस्तान की ये हरकतें पूरी तरह कायरतापूर्ण और गैर-जिम्मेदाराना हैं। बीती रात जो कुछ हुआ, वह युद्ध जैसे हालात पैदा करने की साजिश थी।'

कर्नल सोफिया कुरैशी का बड़ा बयान 

भारतीय सेना की कर्नल सोफिया कुरैशी ने खुलासा किया कि 8-9 मई की मध्यरात्रि को पाकिस्तान ने भारतीय वायु क्षेत्र का बार-बार उल्लंघन किया और पश्चिमी कमांड के सैन्य ढांचे को निशाना बनाने की कोशिश की। इसके साथ ही LOC पर तंगधार, उरी, पुंछ, मेढोर, राजौरी और अखनूर में भारी कैलिबर हथियारों से जबरदस्त गोलीबारी की गई, जिसमें भारतीय जवान घायल हुए।

उन्होंने बताया कि इंटरनेशनल बॉर्डर और LOC के लगभग 36 इलाकों में 300 से ज्यादा ड्रोन्स भेजे गए, जिनमें से कई को भारत ने मार गिराया। इस बड़े हमले का मकसद भारत के एयर डिफेंस सिस्टम की ताकत परखना और जासूसी करना था।

तुर्किये से जुड़े ड्रोन का मलबा मिला

कर्नल कुरैशी ने बताया कि मलबे की शुरुआती जांच में पता चला है कि इन हमलों में तुर्किये के अस्सेसगार्ड सोंगर ड्रोन्स का इस्तेमाल किया गया। उन्होंने कहा, 'हम फोरेंसिक जांच कर रहे हैं, लेकिन शुरुआती संकेत साफ हैं, ये हमला सिर्फ पाकिस्तान की करतूत नहीं, उसके अंतरराष्ट्रीय गठजोड़ का संकेत भी हो सकता है।'

बठिंडा एयरबेस को टारगेट करने की कोशिश

भारतीय वायुसेना की विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने बताया कि पाकिस्तान ने बठिंडा एयर स्टेशन को टारगेट करने की कोशिश की, लेकिन भारत ने तुरंत कार्रवाई करते हुए किसी भी बड़े नुकसान को टाल दिया। उन्होंने यह भी बताया कि पाकिस्तान ने मिसाइल हमले के बावजूद अपने हवाई क्षेत्र को नागरिक विमानों के लिए बंद नहीं किया, वे अपने हवाई क्षेत्र को ढाल की तरह इस्तेमाल कर रहे हैं, जबकि कराची और लाहौर के बीच एयरलाइंस उड़ान भरती रहीं।

भारतीय वायुसेना का संयम, नागरिक सुरक्षा बनी प्राथमिकता

व्योमिका सिंह ने कहा कि भारत ने इस पूरे घटनाक्रम में पूर्ण संयम और जिम्मेदारी दिखाई। हमने नागरिक विमानों की सुरक्षा सुनिश्चित की और हर जवाब सोच-समझकर दिया। भारत युद्ध नहीं चाहता, लेकिन हमला सहन नहीं करेगा।

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पब्लिश्ड May 9th 2025, 17:57 IST