अपडेटेड 11 July 2024 at 12:23 IST
NEET Scam: नीट स्कैम मामले में सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई जारी है। इस बीच सीबीआई ने बंद लिफाफे में जांच की रिपोर्ट सौंपी है। देखना ये होगा कि क्या कोर्ट नीट-यूजी की परीक्षा को रद्द कर फिर से आयोजित करने का फैसला सुनाती है या फिर आगे की कार्रवाई शुरू होगी।
बता दें, नीट स्कैम मामले में सीबीआई ने 6 एफआईआर दर्ज की है। बिहार में पेपर लीक से जुड़ी शिकायत, गुजरात, राजस्थान और महाराष्ट्र में उम्मीदवार की जगह किसी और की उपस्थिति और धोखाधड़ी से संबंधित शिकायत दर्ज है। इससे पहले सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि पेपर लीक मामले में गहन तरीके से जांच होनी चाहिए।
इससे पहले नीट पेपर लीक मामले में केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दाखिल किया। सरकार ने अपने हलफनामे में उन छात्रों की चिंता जताई जो नीट परीक्षा 2024 में शामिल हुए थे। सरकार ने कहा कि हम छात्रों की चिंताओं को दूर करने के लिए बाध्य हैं। इस मामले में 11 जुलाई को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होनी है। केंद्र सरकार ने कहा कि IIT मद्रास द्वारा किए गए डेटा विश्लेषण में कोई असामान्यता या कोई सामूहिक गड़बड़ी नहीं मिली है।
सरकार ने कहा कि वो समाधान खोजने के लिए हर कोशिश कर रही है और यह भी सुनिश्चित कर रही है कि किसी भी दोषी और अपात्र छात्र को लाभ नहीं मिलना चाहिए। सरकार ने कहा कि 23 लाख छात्रों पर फिर से नई परीक्षा का बोझ नहीं डाला जा सकता। यानी सरकार ने नीट परीक्षा दोबारा कराने की जरूरत नहीं समझी है। केंद्र सरकार ने उठाए गए मुद्दों पर विचार करने के लिए 7 सदस्यीय विशेषज्ञ पैनल बनाने का प्रस्ताव रखा है, ताकि भविष्य में इस तरह कोई पेपर लीक न हो।
NEET-UG के लिए काउंसलिंग प्रक्रिया जुलाई के तीसरे सप्ताह से शुरू होने जा रही है। काउंसलिंग प्रक्रिया 4 राउंड में आयोजित की जाएगी। किसी भी उम्मीदवार को गड़बड़ी से लाभ उठाते पाए जाने पर काउंसलिंग प्रक्रिया किसी भी स्तर पर रद्द कर दी जाएगी। केंद्र सरकार ने कहा है कि गड़बड़ी में शामिल लोगों की पड़ताल डाटा एनालिसिस के जरिए करने के लिए IIT मद्रास से कराने की गुजारिश की गई है। केंद्र सरकार दोबारा परीक्षा कराने के समर्थन में नहीं है।
NEET-UG में लीक मामले की जांच CBI कर रही है। इस मामले में CBI अभी तक 11 लोगों की गिरफ्तारी कर चुकी है। सिर्फ बिहार से अबतक 8 आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जबकि गुजरात के लातूर और गोधरा में कथित हेराफेरी के सिलसिले में एक-एक व्यक्ति को और साजिश के सिलसिले में देहरादून से एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। मेडिकल प्रवेश परीक्षा में कथित अनियमितताओं की जांच कर रही CBI ने 6 FIR दर्ज की हैं। बिहार में दर्ज FIR पेपर लीक होने से संबंधित है जबकि गुजरात, राजस्थान और महाराष्ट्र में दर्ज FIR अभ्यर्थियों के स्थान पर परीक्षा देने और धोखाधड़ी से संबंधित हैं।
पब्लिश्ड 11 July 2024 at 11:33 IST