अपडेटेड 14 February 2024 at 09:34 IST
Breaking News: बिहार JDU विधायक बीमा भारती के पति आर्म्स एक्ट के तहत गिरफ्तार
Bihar में जदयू विधायक बीमा भारती के पति को आर्म्स एक्ट के तहत गिरफ्तार किया गया है।

Bihar Breaking News: बिहार में राजनीतिक अराजकता जल्द ही खत्म होती नहीं दिख रही है, भले ही नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली राज्य सरकार सोमवार को फ्लोर टेस्ट में सफलतापूर्वक सफल हो गई हो।
ताजा घटनाक्रम में जेडीयू विधायक बीमा भारती के पति को बिहार पुलिस ने अवैध हथियार रखने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है। विधायक के पति, जिनकी पहचान अवधेश मंडल के रूप में हुई है, जिन्हें सोमवार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। इस पर बीमा भारती भड़क गई हैं।
क्या बोलीं बीमा भारती?
जेडीयू विधायक बीमा भारती ने कहा-, "...मेरे बेटे और पति को जेल में डाल दिया गया...अधिकारियों ने कहा कि उन्हें जेल में डालने के लिए ऊपर से दबाव था। वे क्या साबित करना चाहते हैं? सत्ताधारी सरकार के विधायक परेशान किया जा रहा है...मैं इस पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से अपील करता हूं...हम पार्टी (जेडीयू) के साथ हैं लेकिन पार्टी ने अपने विधायकों पर भरोसा खो दिया है, इसलिए ऐसा हो रहा है।''
सुर्खियों में मामला कब?
यह मामला तब सामने आया है जब जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) के कुछ विधायकों ने आरोप लगाया कि राजद के नेताओं ने फ्लोर टेस्ट से पहले उनके साथ शामिल होने के लिए प्रत्येक को 10 करोड़ रुपये की पेशकश की थी। अब ताजा घटनाक्रम से बिहार का सियासी पारा कई गुना बढ़ गया है।
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जेडीयू विधायक की शिकायत
आरोप लगाया जा रहा था कि यह कार्रवाई जेडीयू विधायक बीमा भारती पर दबाव बनाने के लिए की गई है, जिन्हें जेडीयू के उन पांच विधायकों में से एक माना जाता है, जिनसे पार्टी पिछले 2-3 दिनों में संपर्क नहीं कर पा रही थी। ऐसी अटकलें लगाई जा रही थीं कि भारती, पार्टी विधायक मनोज यादव, सुदर्शन, डॉ. संजीव और दिलीप राय के साथ फ्लोर टेस्ट से पहले तेजस्वी यादव की राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) में शामिल हो सकते हैं।
हालांकि, बिहार विधानसभा में अहम फ्लोर टेस्ट से ठीक पहले सोमवार को जेडीयू ने अपने चार विधायकों का पता लगा लिया। जेडीयू के अलावा बीजेपी के भी 3 विधायक लापता हो गए थे।
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सुधांशु शेखर ने राजद पर लगाया आरोप
इस बीच, जेडीयू विधायक सुधांशु शेखर ने कथित तौर पर बिहार में राजद विधायकों के खिलाफ अपहरण और विधायकों को 10 करोड़ रुपए का लालच देने का आरोप लगाते हुए एफआईआर दर्ज कराई। शेखर ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया कि, ''9 फरवरी को मुझे रंजीत कुमार का फोन आया, जिन्होंने मुझे महागठबंधन में शामिल होने के लिए 10 करोड़ रुपए की पेशकश की।'' उन्होंने यह भी दावा किया कि राज्य में राजद के नेतृत्व वाली सरकार आने पर उन्हें मंत्री पद की भी पेशकश की गई थी।
Published By : Kiran Rai
पब्लिश्ड 14 February 2024 at 09:18 IST