अपडेटेड 23 February 2024 at 18:16 IST

Board Exam : दिसंबर से अब तक ‘यूपी 112’ पर ‘शोर-शराबा’ करने की लगभग 6,500 शिकायत दर्ज कराई गई

उत्तर प्रदेश की आपात सेवा ‘यूपी 112’ पर पिछले लगभग दो महीने में ‘तेज आवाज में संगीत बजाने’ से जुड़ी 6,558 शिकायतें की गई हैं।

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UP - 112
UP - 112 | Image: ANI

उत्तर प्रदेश की आपात सेवा ‘यूपी 112’ पर पिछले लगभग दो महीने में ‘तेज आवाज में संगीत बजाने’ से जुड़ी 6,558 शिकायतें की गई हैं। सबसे अधिक शिकायतें राजधानी लखनऊ से और इसके बाद क्रमश: नोएडा, गाजियाबाद, कानपुर और वाराणसी से की गई। आधिकारिक आंकड़ों में यह जानकारी दी गई है।

‘यूपी 112’ ने आंकड़े जारी करते हुए नागरिकों से अपील की है कि वे फरवरी और मार्च में होने वाली बोर्ड परीक्षाओं और इनमें लाखों विद्यार्थियों के शामिल होने के मद्देनजर ध्वनि प्रदूषण को लेकर सूचित करें।

तेज आवाज में संगीत बजाने को लेकर 1,558 शिकायतें

आंकड़ों के मुताबिक दिसंबर में ‘यूपी 112’ को तेज आवाज में संगीत बजाने को लेकर 1,558 शिकायतें मिलीं। जनवरी में इस संबंध में 1,415 शिकयतें दर्ज की गई और फरवरी में 15 तारीख तक 3,585 शिकायतें प्राप्त हो चुकी हैं।

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 बड़े शहरों से मिल रही ज्यादा शिकायतें

आंकड़ों के मुताबिक अधिक शिकायतें बड़े शहरों से मिल रही हैं। राज्य की राजधानी लखनऊ 75 दिन में 739 शिकायतों के साथ इस सूची में सबसे ऊपर है। शिकायतों के मामले में सूची में दूसरा स्थान गौतमबुद्ध नगर (नोएडा) है जहां से 734 शिकायतें दर्ज की गई। इसके बाद क्रमश: गाजियाबाद (590), कानपुर (376) और वाराणसी (331) का स्थान है।

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आंकड़ों के मुताबिक छोटे शहरों में बड़े शहरों की तुलना में माहौल अधिक शांत रहा। उदाहरण के लिए इस अवधि के दौरान ‘यूपी 112’ को श्रावस्ती से केवल तीन, औरैया से 10 और एटा और कौशांबी जिलों से 12-12 शिकायतें मिली।

बोर्ड परीक्षा देने वाले छात्रों को अच्छा माहौल देने की कोशिश- एडीजी

अपर पुलिस महानिदेशक (एडीजी) नीरा रावत ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘ यदि अनुमेय सीमा से अधिक शोर होता और इससे नागरिकों को परेशानी होती है या छात्रों की पढ़ाई बाधित होती है, तो कोई भी ‘यूपी 112’ पर कॉल कर सकता है और स्थिति को नियंत्रित करने के लिए तुरंत पुलिस प्रतिक्रिया वाहन भेजे जाएंगे। हम नागरिकों, विशेषकर बोर्ड परीक्षा देने वाले छात्रों को सर्वोत्तम माहौल प्रदान करने का प्रयास कर रहे हैं।’’

‘पीटीआई-भाषा’ को प्राप्त आंकड़ों के मुताबिक 2023 में, 112 हेल्पलाइन पर 68.71 लाख कॉल प्राप्त हुईं, जबकि 2022 में यह आंकड़ा 70.60 लाख और 2021 में 66.87 लाख था। राज्यव्यापी आपातकालीन सेवा में कुल 4,800 पुलिस प्रतिक्रिया वाहन (पीआरवी) हैं, जिनमें 3,200 चार पहिया वाहन और 1,600 दोपहिया वाहन शामिल हैं।

(इनपुट- पीटीआई-भाषा)

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Published By : Deepak Gupta

पब्लिश्ड 23 February 2024 at 18:09 IST